Last Updated on May 8, 2025 7:44, AM by
Stock markets : 7 मई को वोलेटाइल कारोबारी सत्र में भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स बढ़त के साथ बंद हुए हैं। निफ्टी आज 24,400 के आसपास रहा। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 105.71 अंक या 0.13 फीसदी बढ़कर 80,746.78 पर और निफ्टी 34.80 अंक या 0.14 फीसदी बढ़कर 24,414.40 पर बंद हुआ। आज लगभग 2121 शेयरों में तेजी आई, 1620 शेयरों में गिरावट आई और 149 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।
निफ्टी पर टाटा मोटर्स, बजाज फाइनेंस, जियो फाइनेंशियल, श्रीराम फाइनेंस और इटरनल आज के टॉप गेनरों में रहे, जबकि एशियन पेंट्स, सन फार्मा, बजाज ऑटो, ग्रासिम इंडस्ट्रीज और रिलायंस इंडस्ट्रीज में सबसे ज्यादा गिरावट रही। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 1.3 फीसदी तथा स्मॉलकैप इंडेक्स में 1 फीसदी की बढ़त हुई।
एफएमसीजी और फार्मा को छोड़कर दूसरे सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए। इनमेंऑटो, मीडिया, रियल्टी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1-1 फीसदी की बढ़त रही।
8 मई को कैसी रह सकती है बाजार की चाल
प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर का कहना है कि आज के दिन के दौरान बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। शुरुआत में सुस्ती रही, लेकिन बाद में तेज रिकवरी आई। हालांकि, इंडेक्स को ऊपरी स्तरों पर रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ा और अंत में यह 34.80 अंकों की मामूली बढ़त के साथ 24,414.40 पर बंद होने से पहले सीमित दायरे में कारोबार करता दिखा।
ऑटो सेगमेंट ने 1 फीसदी से ज्यादा की बढ़त के साथ अपना बेहतर प्रदर्शन जारी रखा। उसके बाद रियल्टी का स्थान रहा। जबकि एफएमसीजी और फार्मा पिछड़ते दिखे। इस तेजी में ब्रॉडर मार्केट भागीदारी मजबूत रही। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्सों ने बेहतर प्रदर्शन किया और 1 फीसदी से ज्यादा की बढ़त दर्ज की। तकनीकी नजरिए से देखें तो निफ्टी के लिए 24,250 पर अहम सपोर्ट दिख रहा है। जबकि 24,500 पर रेजिस्टेंस बना हुआ है। इस दायरे से किसी भी तरफ का ब्रेकआउट बाजार की दिशा साफ करेगा
मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे का कहना है कि सीमा पार आतंकवादियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई बीच आज दिन के कारोबार के दौरान बाजारों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। अंततः अनिश्चितता थोड़ी कम हुए। इसके चलते बाजार हल्की बढ़त के साथ बंद हुआ। भारत-पाक तनाव के कारण आगे बाजार में सतर्कता देखे को मिल सकती है। अगले कुछ कारोबारी दिनों में शेयर-विशिष्ट गतिविधियों के कारण बाजारों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है