Last Updated on March 4, 2025 2:45, AM by Pawan
ऐंजल वन का शेयर 9 फीसदी टूटा और इस साल उसकी गिरावट अब तक 32.6 फीसदी पर पहुंच गई। उधर, 5पैसा कैपिटल और शेयर इंडिया सिक्योरिटीज के शेयरों में क्रमश: 5.7 फीसदी और 4.2 फीसदी की गिरावट आई।
बाजार में तेज गिरावट के बीच फरवरी में कैश सेगमेंट में रोज का औसत कारोबार (एडीटीवी) मासिक आधार पर 10 फीसदी घटकर 91,661 करोड़ रुपये रह गया। डेरिवेटिव सेगमेंट में एडीटीवी भी मासिक आधार पर 4 फीसदी घटकर 287.6 लाख करोड़ रुपये रह गया। डेरिवेटिव वॉल्यूम सितंबर के अपने शिखर 537 लाख करोड़ रुपये से घटकर आधे से भी कम रह गया है।
पिछले सप्ताह सेबी ने इक्विटी डेरिवेटिव बाजार में जोखिम और हेरफेर की संभावना कम करने के मकसद से कई नए उपायों का प्रस्ताव किया है जिससे कि डेरिवेटिव का नकदी बाजार के साथ मजबूत जुड़ाव सुनिश्चित हो सके। प्रमुख प्रस्तावों में डेल्टा ढांचे का उपयोग करके ओपन इंटरेस्ट की गणना के लिए नई पद्धति, बाजारव्यापी पोजीशन लिमिट की समीक्षा और एकल स्टॉक और इंडेक्स डेरिवेटिव के लिए पोजीशन लिमिट शुरू करना शामिल है। नया प्रस्ताव डेरिवेटिव कारोबार के प्रति अति दीवानगी को नियंत्रित करने के लिए सेबी द्वारा पेश छह उपायों के तुरंत बाद आया है।
देश की सबसे लाभकारी ब्रोकरेज फर्म जीरोधा के संस्थापक और मुख्य कार्याधिकारी नितिन कामथ ने कारोबारी गतिविधियों में गिरावट के बीच शुक्रवार को आशंका जताई थी। कामथ ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, मैं यह अनुमान नहीं लगा सकता कि बाजार किस दिशा में जा रहा है। लेकिन मैं ब्रोकिंग उद्योग के बारे में बता सकता हूं। हम ट्रेडरों की संख्या और ट्रेडिंग वॉल्यूम में भारी गिरावट देख रहे हैं। ब्रोकिंग फर्मों की गतिविधियों में 30 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है। ट्रू-टू-मार्केट सर्कुलर के प्रभाव के साथ 15 वर्षों में यह पहली बार है जब हम अपने कारोबार की वृद्धि में गिरावट देख रहे हैं।
