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Mahamaya Lifesciences IPO Listing: लिस्ट होते ही अपर सर्किट, सुस्त एंट्री के बाद रॉकेट बने ₹114 के शेयर

Mahamaya Lifesciences IPO Listing: लिस्ट होते ही अपर सर्किट, सुस्त एंट्री के बाद रॉकेट बने ₹114 के शेयर

Last Updated on November 18, 2025 11:47, AM by Khushi Verma

Mahamaya Lifesciences IPO Listing: महामाया साइंसेज के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में फीकी एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 1.63 गुना बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹114.00 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SME पर इसकी ₹116.00 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 1.75% का लिस्टिंग गेन (Mahamaya Lifesciences Listing Gain) मिला। हालांकि आईपीओ निवेशकों की खुशी थोड़ी ही देर में फीकी हो गई जब शेयर टूट गए। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर यह ₹121.80 (Mahamaya Lifesciences Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 6.84% मुनाफे में हैं।

Mahamaya Lifesciences IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च

महामाया लाइफसाइंसेज का ₹70.44 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 11-13 नवंबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की 1.63 गुना बोली मिली थी। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 1.19 गुना (एक्स-एंकर), नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 3.63 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 1.02 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹64.28 करोड़ के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा ₹10 की फेस वैल्यू वाले 5.40 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं।

ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹3.75 करोड़ मौजूदा फॉर्म्यूलेशन प्लांट के लिए इक्विपमेंट की खरीदारी, ₹29.42 करोड़ नए टेक्निकल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के सेटअप, ₹2.53 करोड़ वेयरहाउस बिल्डिंग बनाने और मशीनरी की खरीदारी, ₹18.00 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।

Mahamaya Lifesciences के बारे में

वर्ष 2002 में बनी महामाया लाइफसाइंसेज फसलों की सुरक्षा और मिट्टी की सेहत से जुड़े फॉर्मूले बनाती है। यह घरेलू-मल्टीनेशनल कंपनियों को थोक में पेस्टिसाइड्स फॉर्मूलेशन बनाकर सप्लाई करती है। यह विदेशों से रिसर्च की हुई मॉलीक्यूल मंगाती है, फिर उन्हें सेंट्रल इंसेक्टिसाइड्स बोर्ड के पास रजिस्टर करती है। इसके बाद कंपनी इन्हें घरेलू-मल्टीनेशनल कंपनियों को टेक्निकल और वैल्यू-एडेड फॉर्म्यूलेशंस के तौर पर बेचती है।

कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹3.75 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹5.22 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹12.94 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 39% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹267.17 करोड़ पर पहुंच गई। चालू वित्त वर्ष 2026 की बात करें तो पहली तिमाही अप्रैल-जून 2025 में कंपनी को ₹4.10 करोड़ का शुद्ध मुनाफा और ₹84.04 करोड़ की टोटल इनकम हासिल हो चुकी है। जून 2025 तिमाही के आखिरी में कंपनी पर ₹57.72 करोड़ का टोटल कर्ज था जबकि रिजर्व और सरप्लस में ₹35.73 करोड़ पड़े थे।

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