Last Updated on November 17, 2025 21:20, PM by Pawan
ग्रो के को-फाउंडर और CEO ललित केशरे ने कंपनी के IPO के बाद भारत के बिलेनियर्स की लिस्ट में अपनी जगह बना ली है। 12 नवंबर को लिस्ट हुआ ग्रो का शेयर चार कारोबारी दिन में 70% से ज्यादा चढ़ा और आज ₹170 पर ट्रेड कर रहा है।
शेयर में इस तेजी के साथ ही केशरे का 9.06% स्टेक अब ₹9,448 करोड़ का हो गया है, जो करीब 1.13 बिलियन डॉलर के बराबर है। मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव से निकलकर ललित केशरे का ये सफर स्टार्टअप वर्ल्ड में एक नई इंस्पिरेशन बन गया है।
ललित केशरे का गांव से IIT बॉम्बे तक का सफर
ललित केशरे का जन्म मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के लेपा गांव में एक किसान परिवार में हुआ था। पिता खेतीबाड़ी से गुजारा चलाते थे और ललित को उनके दादा-दादी ने पाला था।
गांव में सुविधाओं की कमी थी, लेकिन खरगोन के इकलौते इंग्लिश मीडियम स्कूल से उन्होंने पढ़ाई की थी। इसके बाद JEE क्रैक करके वे IIT बॉम्बे पहुंचे, जहां से उन्होंने टेक्नोलॉजी में बैचलर और मास्टर्स की डिग्री हासिल की थी।
2016 में फ्लिपकार्ट छोड़कर ग्रो को शुरू किया था
ललित केशरे के करियर की शुरुआत फ्लिपकार्ट से हुई, जहां वे अर्ली स्टेज में प्रोडक्ट मैनेजर थे। फिर 2016 में फ्लिपकार्ट छोड़कर उन्होंने ग्रो को शुरू किया था। 44 साल के केशरे की ये स्टोरी दिखाती है कि छोटे शहरों से भी बड़े मुकाम हासिल किए जा सकते हैं।
ग्रो को चार फ्लिपकार्ट वेटरन्स- ललित केशरे, हर्ष जैन, इशान बंसल और नीरज सिंह ने मिलकर बनाया। उनके इस एप ने अब तक लाखों लोगों को स्टॉक मार्केट से जोड़ा है।
IPO के बाद कंपनी की वैल्यू ₹26,000 करोड़ पार
ग्रो का IPO 12 नवंबर को BSE और NSE पर लिस्ट हुआ था। इसका इश्यू प्राइस ₹100 रखा गया था। लिस्टिंग के बाद ही कंपनी का शेयर पहले दो सेशन में 70% ऊपर चढ़ गया। अब ₹170 प्रति शेयर पर ट्रेड हो रहा है, जो हाल के IPOs में सबसे बेहतरीन डेब्यू है।
इसके साथ ही कंपनी की ओवरऑल मार्केट वैल्यूएशन फाउंडर्स की होल्डिंग्स से ₹26,000 करोड़ से ज्यादा पहुंच गई। ये परफॉर्मेंस फिनटेक सेक्टर में इनवेस्टर्स का भरोसा दिखाती है। ग्रो ने IPO से जुटाए फंड्स को टेक्नोलॉजी और एक्सपैंशन में लगाने का प्लान बनाया है।
लिस्टिंग के बाद ग्रो ने फाउंडर्स को रातोंरात अमीर बनाया
लिस्टिंग के बाद कंपनी के सभी फाउंडर्स के शेयर्स की वैल्यू बढ़ी है। ललित केशरे के पास कंपनी के 55.91 करोड़ शेयर हैं, जो 9.06% हिस्सेदारी है। यानी अब ₹170 के भाव से उनके पास मौजूद शेयर्स की वैल्यू ₹9,448 करोड़ हो गई है।
वहीं को-फाउंडर हर्ष जैन के 41.16 करोड़ शेयर (6.67%) की वैल्यू अब ₹6,586 करोड़ पहुंच गई। उनके अलावा इशान बंसल के 27.78 करोड़ शेयर (4.5%) ₹4,444 करोड़ और नीरज सिंह के 38.32 करोड़ शेयर (6.21%) ₹6,132 करोड़ के हो गए हैं। ये आंकड़े बताते हैं कि ग्रो ने अपने फाउंडर्स को रातोंरात अमीर बना दिया है।
म्यूचुअल फंड प्लेटफॉर्म से हुई थी कंपनी की शुरुआत
पहले प्राइवेट वैल्यूएशन में कंपनी 3 बिलियन डॉलर की थी, लेकिन पब्लिक मार्केट ने इसे और मजबूत कर दिया। कंपनी की शुरुआत म्यूचुअल फंड प्लेटफॉर्म से हुई, लेकिन जल्द ही ये स्टॉक ट्रेडिंग और इनवेस्टमेंट एप बन गई। फाउंडर्स के फ्लिपकार्ट के अनुभव ने इसे यूजर-फ्रेंडली बनाया।
भारत की टॉप इनवेस्टमेंट एप्स में शुमार ग्रो के 5 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं, जो स्टॉक, म्यूचुअल फंड और गोल्ड में आसानी से इनवेस्ट करते हैं। कंपनी ने जीरो ब्रोकरेज मॉडल से युवाओं को आकर्षित किया।
ग्रो ने सेट बेंचमार्क किया, फिनटेक के लिए नया दौर शुरू
एक्सपर्ट्स का कहना है कि ग्रो का IPO फिनटेक स्टार्टअप्स के लिए माइलस्टोन है। एक एनालिस्ट ने कहा कि ये दिखाता है कि इंडियन मार्केट अब ग्लोबल लेवल पर कंपटीट कर सकता है। वहीं ललित केशरे ने एक इंटरव्यू में कहा, ‘हमारा मिशन हर भारतीय को इनवेस्टिंग का आसान रास्ता देना है। बिलेनियर बनना बायप्रोडक्ट है, हमारा फोकस यूजर्स पर रहेगा।’
कंपनी की वेल्थ मैनेजमेंट और ग्लोबल एक्सपैंशन पर नजर
IPO फंड्स से ग्रो वेल्थ मैनेजमेंट सर्विसेस लॉन्च करेगी और इंटरनेशनल मार्केट्स में कदम रखेगी। एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि अगर परफॉर्मेंस बरकरार रही, तो शेयर प्राइस जल्द ₹200 पार कर सकता है।