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Trump vs BBC: बीबीसी पर ₹44300 करोड़ का मुकदमा करेंगे ट्रंप! समझें क्या है पूरा मामला

Trump vs BBC: बीबीसी पर ₹44300 करोड़ का मुकदमा करेंगे ट्रंप! समझें क्या है पूरा मामला

Last Updated on November 15, 2025 14:38, PM by Khushi Verma

Trump vs BBC: ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन यानी बीबीसी पिछले कई दशकों की सबसे बड़ी दिक्कत से जूझ रही है। इसकी वजह ये है कि बीसीसी के दो सीनियर लीडर्स- डायरेक्टर जनरल टिम डेवी और हेड ऑफ न्यूज डेबराह टर्नेस ने पक्षपात के आरोपों के बीच इस्तीफा दे दिया। बीबीसी पर आरोप है कि 6 जनवरी, 2021 को ट्रंप ने जो भाषण दिया था, उसके वीडियो को गलत तरीक से एडिट किया गया था। बीबीसी ने इस आरोप को स्वीकार भी किया है। अब इस मामले को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि वह अगले हफ्ते बीबीसी पर $500 करोड़ (₹44342 करोड़) तक का मुकदमा दायर कर सकते हैं।

Trump vs BBC: बीबीसी ने मांगी माफी लेकिन नहीं ली डॉक्यूमेंट्री वापस

यह मामला बीबीसी के फ्लैगशिप प्रोग्राम पैनोरमा में प्रसारित एक डॉक्यूमेंट्री से जुड़ी है। इसमें ट्रम्प के भाषण के तीन वीडियो ऐसे जोड़े गए हैं जिससे यह लगा कि वह 6 जनवरी 2021 की हिंसा भड़काने की कोशिश कर रहे थे। ट्रम्प के वकीलों ने इसे ”झूठा और मान हानि वाला” बताया। ट्रम्प के वकीलों ने इस मामले में बीबीसी को शुक्रवार तक इस डॉक्यूमेंट्री को वापस लेने को कहा, नहीं तो उसे कम से कम $100 करोड़ के मुकदमे का सामना करना पड़ेगा। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने एक माफी और मुआवजे की भी मांग की।

बीबीसी ने एडिटिंग को गलत फैसला बताया और गुरुवार को ट्रम्प को व्यक्तिगत माफी भेजी, लेकिन डॉक्यूमेंट्री को दोबारा प्रसारित करने से इनकार कर दिया और मानहानि के दावे को खारिज किया। अब ट्रंप ने एयर फोर्स वन में पत्रकारों से कहा कि बीबीसी पर अब $100-$500 करोड़ तक का मुकदमा किया जाएगा। ट्रम्प का कहना है कि उन्होंने ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीयर स्टार्मर से इस मुद्दे पर अभी बात नहीं की है और दोनों के बीच अच्छे संबंध बने हुए हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि वे इस वीकेंड स्टार्मर को फोन करेंगे। ट्रम्प के अनुसार ब्रिटिश प्रधानमंत्री उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे और इस घटना से बहुत शर्मिंदा थे।

‘फर्जी नहीं, भ्रष्ट वीडियो’

ब्रिटेन के एक चैनल जीबी न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में ट्रम्प ने कहा कि बीबीसी का एडिट किया हुआ वीडियो अविश्वसनीय है और इसे चुनाव में हस्तक्षेप जैसा बताया। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने बहुत अच्छा बयान दिया था लेकिन बीबीसी ने उसे खराब बयान में बदल दिया। ट्रंप का कहना है कि फेक न्यूज एक अच्छा शब्द था, लेकिन यह काफी नहीं है। यह फर्जी से भी आगे है, यह भ्रष्ट है। ट्रंप ने कहा कि बीबीसी की माफी पर्याप्त नहीं है। ट्रंप के मुताबिक बीबीसी ने भाषण के दो हिस्सों को जोड़ दिया जो लगभग एक घंटे के अंतर पर थे और यह दिखाने की कोशिश थी कि उन्होंने कोई उकसाने वाला भाषण दिया था जिससे दंगे भड़के। बता दें कि बीबीसी के प्रमुख समीर शाह ने व्यक्तिगत तौर पर गुरुवार को व्हाइट हाउस माफी भेजी और सांसदों से कहा कि यह गलत फैसला था। अगले दिन ब्रिटिश कल्चर मिनिस्टर लिसा नैंडी ने कहा कि यह माफी सही और जरूरी थी।

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