Last Updated on November 15, 2025 17:47, PM by Khushi Verma
बैंकों की फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की ब्याज दरों में गिरावट के कारण निवेशक अब पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग स्कीम्स की तरफ ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं। इन स्कीम्स में 7% से ऊपर की ब्याज दरें मिल रही हैं, जो कई बड़े बैंकों की FD दरों से बेहतर हैं। पोस्ट ऑफिस की ये योजनाएं न केवल बेहतर रिटर्न देती हैं, बल्कि इनमें निवेश पर टैक्स छूट का भी लाभ मिलता है। खास बात यह है कि सरकार अपने पुराने भरोसेमंद स्वामित्व के साथ इन निवेशों की पूरी सुरक्षा सुनिश्चित करती है।
पोस्ट ऑफिस की प्रमुख स्कीमों में सुकन्या समृद्धि योजना 8.2% ब्याज देती है, जो सबसे अधिक रिटर्न वाली स्कीम है। इसके अलावा, सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) और किसान विकास पत्र (KVP) भी क्रमशः 8.2%, 7.7% और 7.5% की ब्याज दरों के साथ आकर्षक विकल्प हैं। इन योजनाओं का निवेश अवधि और टैक्स फायदों की विविधता निवेशकों को उनकी जरूरत के अनुसार उपयुक्त विकल्प चुनने की सुविधा प्रदान करती है।
इसके विपरीत, अधिकांश बैंक FD की ब्याज दरें 6% से 7% के बीच हैं और ये दरें लगातार कम हो रही हैं। विशेष रूप से सरकारी क्षेत्र के बैंक भी 6.5% से 7% के बीच ब्याज दे रहे हैं, जो पोस्ट ऑफिस स्कीम्स के मुकाबले कम हैं। निवेशकों के लिए यह संकेत है कि वे सुरक्षित और बेहतर रिटर्न वाली योजनाओं की तलाश में पोस्ट ऑफिस स्मॉल सेविंग स्कीम्स को प्राथमिकता दें।
सरकार की ओर से इन स्कीम्स के लिए हर तिमाही ब्याज दरों की समीक्षा की जाती है, जिससे वे मौजूदा आर्थिक स्थिति के अनुसार संतुलित और लाभकारी बनी रहें। पोस्ट ऑफिस तेज़, सरल और कम दस्तावेजीकरण के साथ सारी भारतभर की शाखाओं में उपलब्ध हैं, जो शहरी और ग्रामीण दोनों निवेशकर्ताओं के लिए सुविधाजनक हैं।
इस वर्ष जहां बैंक FD रेट गिर रहे हैं, वहीं पोस्ट ऑफिस स्कीम्स ने निवेशकों को एक सुरक्षित, भरोसेमंद और अधिक लाभदायक विकल्प उपलब्ध कराया है, जो न केवल बचत को बढ़ाता है बल्कि आयकर की बचत में भी मदद करता है। खासकर बुजुर्ग, महिला निवेशक और किसानों के लिए ये योजनाएं फायदेमंद साबित हो रही हैं, जो उनकी वित्तीय सुरक्षा को सुनिश्चित करती हैं।
पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग्स योजनाएं FD की तुलना में बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं और निवेशकों को जोखिममुक्त, सरकार द्वारा समर्थित विकल्प के रूप में अधिक आकर्षित कर रही हैं। इसलिए, आने वाले समय में वित्तीय योजना बनाते समय इन योजनाओं पर ध्यान देना फायदेमंद रहेगा।