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Hyundai को झटका या स्ट्रैटेजी? घरेलू मार्केट में पिछड़ी M&M और Tata Motors से

Hyundai को झटका या स्ट्रैटेजी? घरेलू मार्केट में पिछड़ी M&M  और Tata Motors से

Last Updated on November 13, 2025 1:47, AM by Pawan

घरेलू मार्केट में महिंद्रा एंड महिंद्रा (Mahindra & Mahindra) और टाटा मोटर्स (Tata Motors) की तुलना में इस साल हुंडई मोटर इंडिया (Hyundai Motor India) का कारोबार फीका पड़ गया। हालांकि मजबूत निर्यात के दम पर टोटल वॉल्यूम के मामले में हुंडई मोटर इंडिया दोनों ही प्रतिद्वंद्वी कंपनियों से आगे है। सीधे शब्दों में कहें तो घरेलू बिक्री के मामले में हुंडई मोटर इंडिया फिसलकर चौथे स्थान पर आ गई तो ओवरऑल वॉल्यूम के मामले में दूसरे स्थान पर बनी हुई है। वहीं घरेलू मार्केट को लेकर कंपनी का कहना है कि प्लांट के क्षमता विस्तार के साथ घरेलू मार्केट में भी नंबर दो की स्थिति वापस हासिल की जाएगी।

ये हैं Hyundai, Mahindra & Mahindra और Tata Motors की बिक्री के आंकड़े

कारों की घरेलू बिक्री

निर्यात के आंकड़े

कुल बिक्री वॉल्यूम (घऱेलू मार्केट और निर्यात मिलाकर)

सोर्स – सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM)

निर्यात पर अधिक फोकस कर रही हुंडई मोटर इंडिया?

कारों की बिक्री के मामले में घरेलू मार्केट में हुंडई मोटर इंडिया टाटा मोटर्स और एमएंडएम से पिछड़ गई है लेकिन निर्यात के दम पर यह ओवरऑल वॉल्यूम के मामले में अब भी दूसरे स्थान पर है। हालांकि ऐसा नहीं है कि यह संयोग से हुआ है बल्कि रणनीति के तहत हुआ है। कंपनी के पूर्णकालिक निदेशक और चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर और अगले साल 1 जनवरी 2026 से सीएमडी बनने जा रहे तरुण गर्ग ने इसे स्ट्रैटेजी कहा। उन्होंने कहा कि हुंडई की घरेलू मार्केट में चल रहे प्राइस वार के चलते निर्यात पर फोकस किया। उन्होंने कहा कि जीएसटी रिफॉर्म से पहले घरेलू मार्केट में कठिन माहौल के चलते कंपनी प्राइस वार में शामिल नहीं होना चाहती थी तो निर्यात पर अधिक फोकस किया गया।

निर्यात को लेकर कंपनी की स्ट्रैटेजी इसकी हिस्सेदारी को वित्त वर्ष 2030 तक 30% तक ले जाने की है जोकि पिछले साल 21% से बढ़कर इस साल 27% हो गया है। निर्यात पर कंपनी का फोकस इसलिए है क्योंकि यहां मार्जिन अच्छा है। इसकी कारों का निर्यात 80 से अधिक देशों में होता है। तरुण गर्ग का कहना है कि वह उभरते देशों को लेकर हुंडई मोटर इंडिया के लिए भारत को हब बनाना चाहते हैं।

घरेलू मार्केट को लेकर क्या है हुंडई मोटर इंडिया की स्ट्रैटेजी?

अब हुंडई मोटर इंडिया की घरेलू मार्केट को लेकर स्ट्रैटेजी की बात करें तो नंबर दो पर फिर से आने के लिए कंपनी अपने प्लांट्स की क्षमता बढ़ा रही है। फिलहाल यह वेन्यू (Venue) और वित्त वर्ष 2030 तक कई नए मॉडल पर काम कर रही है। नई वेन्यू को लेकर तरूण गर्ग का कहना है कि यह सेफ्टी, बिल्ड और सॉफ्टवेयर के मामले में पिछले मॉडल की तुलना में एक पीढ़ी आगे है। यह वैश्विक K1 प्लेटफॉर्म पर आधारित है, जिसमें एडवांस्ड हाई-स्ट्रेंथ स्टील और हॉट स्टैम्पिंग तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इसमें 33 स्टैंडर्ड सेफ्टी फीचर्स और ओवरऑल 60 से अधिक सेफ्टी फीचर्स हैं।

उनका कहना है कि नई वेन्यू भारत की पहली सॉफ्टवेयर-डिफाइंड कार है जिसमें कंट्रोलर ओटीए (ओवर-द-काउंटर) के हिसाब से 20 ईसीयू (इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल यूनिट) हैं। इसमें एक कनेक्टेड कार नेविगेशन कॉकपिट सिस्टम और डुएल कर्व्ड पैनोरमिक डिस्प्ले पेश किया गया है। इसमें सराउंड व्यू मॉनीटर, ब्लाइंड व्यू मिरर और 400 से अधिक एंबेडेड वॉइस कमांड्स हैं। इसकी कीमत ₹7,89,900-₹15,51,100 (एक्स-शोरूम) रखी गई है। मार्केट में इसकी भिड़ंत मारुति सुजुकी ब्रेजा, टाटा नेक्सन, किया सोनेट, स्को़डा किलाक और महिंद्रा एक्सयूवी300 से है।

हुंडई का FY30 रोडमैप

कंपनी का लक्ष्य वित्त वर्ष 2030 तक घरेलू मार्केट में 30% हिस्सेदारी हासिल करने की है। इसे लेकर उनका कहना है कि प्रोडक्ट, टेक्नोलॉजी, फाइनेंस और नेटवर्क को लेकर पूरा प्लान तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि हुंडई के ग्लोबल सीईओ ने बड़ा प्लान पेश किया ह जिसमें 26 मॉडल्स, लगभग 11 लाख यूनिट्स की क्षमता, Hyundai Capital की एंट्री, हाइब्रिड, CNG और EV तकनीकें, वित्त वर्ष 2030 तक 50% से अधिक क्लीन फ्यूल गाड़ियों की हिस्सेदारी, MPV और ऑफ-रोडर जैसे नए सेगमेंट्स में एंट्री, डीलर डेवलपमेंट, सर्विस और मार्केटिंग शामिल हैं। FY30 तक हुंडई की पावरट्रेन रेंज में 8 हाइब्रिड और 5 इलेक्ट्रिक गाड़ियां शामिल होंगी।

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