Last Updated on November 13, 2025 11:48, AM by Khushi Verma
Fujiyama Power Systems IPO GMP: सोलर एनर्जी सेक्टर की कंपनी फुजियामा पावर सिस्टम्स का आईपीओ आज से खुल गया है। यह सोलर के क्षेत्र में तेज़ी से आगे बढ़ने वाली कंपनी है। यहां जानिए इस आईपीओ से जुड़े डिटेल।
आईपीओ से जुड़े महत्वपूर्ण डेट्स
यह आईपीओ आज यानी 13 नवंबर 2025 को खुल गया है। इसमें निवेशक 17 नवंबर तक आवेदन कर सकते हें। इसका अलॉटमेंट 18 नवंबर को तय हो जाएगा जबकि असफल आवेदकों को 19 नवंबर को पैसे वापस कर दिए जाएंगे। इसकी लिस्टिंग 20 नवंबर को प्रस्तावित है।
क्या है प्राइस बैंड और जीएमपी
इस आईपीओ का प्राइस बैंड 216 रुपये से 228 रुपये के बीच तय किया गया है। इसका लॉट साइज 65 शेयरों का है। निवेशकों को कम से कम 65 शेयरों के लिए बोली लगानी होगी। इससे ऊपर इतने शेयरों के ही गुणक में बोली बढ़ानी होगी। इस समय ग्रे मार्केट में इसका जीएमपी शून्य चल रहा है। मतलब कि इसका ग्रे मार्केट में कोई डिमांड नहीं है।
क्या करती है कंपनी
1996 में UTL इलेक्ट्रॉनिक्स के नाम से शुरू हुई यह कंपनी 2017 में फूजीयामा पावर सिस्टम्स बनी। यह कंपनी घरों और बिज़नेस के लिए सोलर पैनल, इन्वर्टर और बैटरी बनाती है। IPO से मिले पैसों से कंपनी FY26 के अंत तक सोलर पैनल और इन्वर्टर की क्षमता 2,000 MW और लिथियम-आयन बैटरी की क्षमता 2,000 MWh तक बढ़ाएगी। नई फैक्ट्रियां लगने से कंपनी आयात पर अपनी निर्भरता कम कर पाएगी और मुनाफ़ा भी बढ़ा पाएगी। FY25 में, फूजीयामा के कुल आयातित कच्चे माल की लागत का 91% हिस्सा चीन से आया था। यह कंपनी को सप्लाई चेन और भू-राजनीतिक जोखिमों के प्रति बहुत संवेदनशील बनाता है।
कंपनी की बैलेंस शीट
FY25 में कंपनी की कमाई 1,540 करोड़ रुपये हो गई, जो FY23 के 664 करोड़ रुपये थी। मतलब कि उसकी कमाई तेजी से बढ़ रही है। इसके मुनाफे पर नजर डालें तो बीते साल इसका नेट प्रॉफिट 24 करोड़ रुपये से बढ़कर 156 करोड़ रुपये हो गया। EBITDA मार्जिन भी FY23 के 7.8% से बढ़कर FY25 में 16.1% हो गया। यह अपने साथियों (जिनका मार्जिन 12-27% के बीच है) की तुलना में अच्छा है। हालांकि, कर्ज़-इक्विटी अनुपात FY23 में 1.1 था, जो FY25 में घटकर 0.9 हो गया, लेकिन यह अभी भी अपने साथियों (जिनका अनुपात 0.1-0.7 है) में सबसे ज़्यादा है। कुल कर्ज़ FY23 के ₹211 करोड़ से बढ़कर FY25 में ₹346 करोड़ हो गया। लेकिन, EBIT के मुकाबले ब्याज का खर्च FY23 के 32% से घटकर FY25 में 11% हो गया। Return on Capital Employed (ROCE) 16.8% से बढ़कर 41% हो गय