Last Updated on November 12, 2025 7:26, AM by Khushi Verma
क्या आप सोच रहे हैं कि भारत में अपने पैसे को सुरक्षित और बेहतर रिटर्न के लिए कहां निवेश करें? Small Finance Banks के FD या Post Office FD में से किस विकल्प को चुनना फायदेमंद रहेगा? आज हम इस सवाल का जवाब विस्तार से समझेंगे।
FD में रिटर्न और सुरक्षा का संतुलन
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) भारतीय निवेशकों में सबसे लोकप्रिय विकल्प है, जिसमें निवेश की गई राशि पर निश्चित अवधि के लिए ब्याज मिलता है। Small Finance Banks के FD ने हाल के वर्षों में उच्च ब्याज दरों के कारण काफी लोकप्रियता हासिल की है। उदाहरण के लिए, Suryoday Small Finance Bank सीनियर सिटिजन्स के लिए पांच साल के टर्म पर 8.1% तक ब्याज दे रहा है, जबकि Jana Small Finance Bank 8% तक ब्याज प्रदान करता है। इसके विपरीत, Post Office FD की ब्याज दरें 6.9% (एक साल) से लेकर 7.5% (पांच साल) तक सीमित हैं, लेकिन सरकार की गारंटी मिलने के चलते यह अधिक सुरक्षित माना जाता है।
टैक्स का असर
दोनों FD पर मिलने वाले ब्याज पर TDS लागू होता है यदि ब्याज ₹40,000 (50,000 बुजुर्गों के लिए) से अधिक है। हालांकि, Post Office FD में 5 साल के दौरान निवेश पर आप सेक्शन 80C के तहत टैक्स बचत का लाभ उठा सकते हैं, जो टैक्स प्लानिंग के लिए बेहतर विकल्प हो सकता है।
लिक्विडिटी और निकासी के नियम
Post Office FD देश भर में आसानी से उपलब्ध है और यह स्थिरता के लिए जाना जाता है। हालांकि, इसमें समयपूर्व निकासी केवल 6 महीने बाद संभव होता है और इस पर ब्याज में संशोधन हो सकता है। दूसरी ओर, Small Finance Banks FD में भी समयपूर्व निकासी की सुविधा है, लेकिन अक्सर ब्याज दर में 1% कटौती जैसी पेनल्टी लगती है।
किसे चुनें?
यदि आपकी प्राथमिकता ज्यादा रिटर्न पाना है और आप टैक्स और लिक्विडिटी पर कुछ समझौता कर सकते हैं तो Small Finance Banks FD आपके लिए बेहतर हैं। वहीं अगर आप सरकार की गारंटी, स्थिरता और टैक्स बचत को महत्व देते हैं तो Post Office FD सुरक्षित विकल्प हैं।
स्मॉल फाइनेंस बैंक और पोस्ट ऑफिस FD दोनों ही सुरक्षित निवेश के विकल्प हैं, जहां आपकी वित्तीय जरूरतें, जोखिम सहिष्णुता और निवेश अवधि को ध्यान में रखते हुए चुना जाना चाहिए। सही चयन से आपकी बचत संरक्षित रहने के साथ बेहतर लाभ भी मिलेगा।