Last Updated on November 9, 2025 14:44, PM by Khushi Verma
एक कॉरपोरेट साइबर फ्रॉड में डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज लिमिटेड ने कथित तौर पर 2.16 करोड़ रुपये गंवा दिए हैं। हैकर्स ने एक कंपनी एग्जीक्यूटिव बनकर दूसरी कंपनी के लिए निर्धारित फंड को डायवर्ट कर दिया। यह जानकारी 5 नवंबर को बेंगलुरु सिटी साइबर क्राइम पुलिस में दर्ज कराई गई एक FIR से सामने आई है। ग्रुप फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड के महेश बाबू के. की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि डॉ. रेड्डीज को सप्लाई किए गए सामान के लिए कंपनी को 2.16 करोड़ रुपये का पेमेंट मिलने की उम्मीद थी।
लेकिन, हैकर्स ने कथित तौर पर दोनों कंपनियों के बीच ईमेल कम्युनिकेशंस को इंटरसेप्ट किया और 3 नवंबर को डॉ. रेड्डीज की फाइनेंस टीम को एक फर्जी मैसेज भेजा। आधिकारिक ईमेल एड्रेस ‘kkeshav@grouppharma.in’ के बजाय ‘KKeshav@Grouppharma.in’ से भेजे गए फर्जी ईमेल में टीम को अमाउंट को एक अलग बैंक ऑफ बड़ौदा खाते में ट्रांसफर करने का निर्देश दिया गया। इस मेल को असली मानकर फर्जी खाते में पेमेंट कर दिया गया।
आरोपी का पता वडोदरा, गुजरात का
ग्रुप फार्मास्युटिकल्स को बाद में धोखाधड़ी का पता चला और उन्होंने पुलिस से संपर्क कर फर्जी खाते को फ्रीज करने और पैसे वापस दिलवाने का अनुरोध किया। FIR में आरोपी का पता वडोदरा, गुजरात का है। पुलिस ने आईटी एक्ट के सेक्शन 66(C) और 66(D) के तहत पहचान की चोरी और नकली नाम से धोखाधड़ी के साथ-साथ भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। साइबर धोखाधड़ी की जांच अभी जारी है। डॉ. रेड्डीज लैब्स एक बड़ी फार्मा कंपनी है। इसका मार्केट कैप 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है। शेयर की कीमत 1205.30 रुपये है।