Last Updated on November 8, 2025 17:44, PM by Khushi Verma
वेल्थ-टेक फर्म ग्रो (Groww) की पेरेंट कंपनी बिलियनब्रेन्स गैराज वेंचर्स का IPO 7 नवंबर को 17.60 गुना भरकर बंद हो गया। यह 4 नवंबर को खुला था और प्राइस बैंड 95-100 रुपये प्रति शेयर था। IPO साइज 6,632.30 करोड़ रुपये रहा। इश्यू में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 22 गुना, नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 14.20 गुना और रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 9.43 गुना सब्सक्राइब हुआ।
अब अलॉटमेंट 10 नवंबर को फाइनल होगा, जिसके बाद शेयर BSE, NSE पर 12 नवंबर को लिस्ट हो सकते हैं। ग्रे मार्केट में ग्रो के शेयर के लिए प्रीमियम लगातार गिर रहा है। वर्तमान में शेयर IPO के अपर प्राइस बैंड से 4.2 रुपये या 4.20% के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है। एक वक्त यह 17% प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा था।
एंकर इनवेस्टर से जुटाए थे ₹2984 करोड़
कंपनी ने इश्यू की ओपनिंग से पहले एंकर इनवेस्टर्स से 2984.54 करोड़ रुपये जुटाए। ग्रो के प्लेटफॉर्म के जरिए म्यूचुअल फंड्स, शेयरों, F&O, ETFs, IPOs, डिजिटल गोल्ड और अमेरिकी स्टॉक्स में निवेश किया जा सकता है। ग्रो के 1.4 करोड़ से ज्यादा एक्टिव रिटेल इनवेस्टर हैं। इसे 2016 में शुरू किया गया था। कंपनी के प्रमोटर ललित केशरे, हर्ष जैन, ईशान बंसल और नीरज सिंह हैं। IPO में 1,060 करोड़ रुपये के 10.60 करोड़ नए शेयर रहे। साथ ही प्रमोटर्स और निवेशकों की ओर से 5,572.30 करोड़ रुपये के 55.72 करोड़ शेयरों का ऑफर फॉर सेल रहा।
Groww कैसे करेगी IPO के पैसों का इस्तेमाल
IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाले पैसों का इस्तेमाल क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च के लिए, ब्रांड बिल्डिंग और परफॉरमेंस मेकिंग एक्टिविटीज पर, सब्सिडियरी GCS और GIT में निवेश के लिए, अनजानी एक्वीजीशंस के जरिए इनऑर्गेनिक ग्रोथ के लिए और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। IPO में 75 प्रतिशत हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए, 10 प्रतिशत हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए और 15 प्रतिशत हिस्सा नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व है।
कंपनी की वित्तीय स्थिति
Billionbrains Garage Ventures Ltd का वित्त वर्ष 2025 में रेवेन्यू 45 प्रतिशत बढ़ा। शुद्ध मुनाफे में 327 प्रतिशत की बढ़ोतरी दिखी। अप्रैल-जून 2025 तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 948.47 करोड़ रुपये और शुद्ध मुनाफा 378.37 करोड़ रुपये रहा। EBITDA 418.75 करोड़ रुपये दर्ज किया गया। तिमाही के दौरान कंपनी पर 324.08 करोड़ रुपये की उधारी थी।