Last Updated on November 7, 2025 7:24, AM by Khushi Verma
Stock in Focus: सरकारी रेलवे कंपनी रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) ने गुरुवार, 6 नवंबर को बताया कि वह सेंट्रल रेलवे से मिले ₹272 करोड़ से अधिक के एक कॉन्ट्रैक्ट में लोएस्ट बिडर बनकर उभरी है।
यह ऑर्डर दाऊंड-सोलापुर सेक्शन में ट्रैक्शन सिस्टम से जुड़े कामों के लिए है। इसमें ट्रैक्शन सबस्टेशन, सेक्शनिंग पोस्ट (SP) और सब-सेक्शनिंग पोस्ट (SSP) के डिजाइन, सप्लाई, टेस्टिंग और कमीशनिंग का काम शामिल है।
24 महीनों में पूरा होगा प्रोजेक्ट
यह प्रोजेक्ट 3,000 MT लोडिंग क्षमता के लक्ष्य को पूरा करने के लिए बनाया गया है और इसे EPC (Engineering, Procurement and Construction) मोड में 24 महीनों के भीतर पूरा किया जाएगा।
RVNL ने एक्सचेंज को यह भी बताया कि कंपनी के प्रमोटर्स का सेंट्रल रेलवे में कोई हित नहीं है और यह ऑर्डर किसी तरह का रिलेटेड पार्टी ट्रांजेक्शन नहीं है।
अक्टूबर में भी मिले थे बड़े ऑर्डर
इससे पहले अक्टूबर में भी RVNL को तीन बड़े ऑर्डर मिले थे, जिनमें नॉर्थ ईस्टर्न रेलवे से मिला ₹165.5 करोड़ का इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट शामिल है।
RVNL के शेयरों का हाल
RVNL के शेयर गुरुवार को NSE पर 2.55% की गिरावट के साथ 317.50 रुपये पर बंद हुए। स्टॉक 1 महीने में 8.40% नीचे आया है। वहीं, 1 साल में स्टॉक 32.40% गिरा है। इस साल यानी 2025 में भी RVNL ने 25.84% का नेगेटिव रिटर्न दिया है।
RVNL का बिजनेस क्या है
Rail Vikas Nigam Ltd (RVNL) भारतीय रेलवे की एक सरकारी कंपनी है, जो पूरे देश में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने और अपग्रेड करने का काम करती है। यह नई रेल लाइन बिछाने, पुरानी लाइनों को डबल करने, इलेक्ट्रिफिकेशन, ब्रिज, सिग्नलिंग, स्टेशन रीडेवलपमेंट और मेट्रो जैसे बड़े प्रोजेक्ट संभालती है।
कंपनी ज्यादातर काम रेलवे और सरकार से मिले ठेकों पर करती है और देश में रेल नेटवर्क को तेजी से बढ़ाने की मुख्य एजेंसी मानी जाती है