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Share Market Rise: सेंसेक्स में दिखी 374 अंकों तक की तेजी, बाजार इन 5 वजहों से बढ़त में

Share Market Rise: सेंसेक्स में दिखी 374 अंकों तक की तेजी, बाजार इन 5 वजहों से बढ़त में

Last Updated on October 29, 2025 13:02, PM by Pawan

भारतीय शेयर बाजार बुधवार, 29 अक्टूबर को हरे निशान में लौट आए हैं। BSE सेंसेक्स सुबह बढ़त के साथ 84,663.68 पर खुला। इसके बाद पिछली क्लोजिंग से 373.84 अंकों के उछाल के साथ 85,002.00 के हाई तक गया। इसी तरह NSE निफ्टी भी हरे निशान में 25,982 पर खुला। फिर पिछली क्लोजिंग से 138.55 अंकों की तेजी के साथ 26,074.75 के हाई तक गया।

एक दिन पहले मंगलवार को सेंसेक्स 150.68 अंक या 0.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 84,628.16 पर और निफ्टी 29.85 अंक या 0.11 प्रतिशत टूटकर 25,936.20 पर बंद हुआ था। निफ्टी पर PSU बैंक और प्राइवेट बैंक को छोड़कर बाकी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में रहे थे।

आज इन वजहों से शेयर बाजार में तेजी

1. ब्याज दर पर फेडरल रिजर्व का फैसला

अमेरिका का केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व 29 अक्टूबर को प्रमुख ब्याज दरों पर अपना रुख स्पष्ट करेगा। एनालिस्ट्स, बेंचमार्क रेट में 0.25 प्रतिशत की कटौती की उम्मीद कर रहे हैं। साथ ही साल खत्म होने से पहले एक और रेट कट की उम्मीद है।

2. भारत-अमे​रिका के बीच व्यापार समझौता जल्द होने की उम्मीद

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और अमेरिका के बीच जल्द ही एक व्यापार समझौता होने का संकेत दिया है। साथ ही कहा है कि वह भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बहुत सम्मान करते हैं। ट्रंप ने दक्षिण कोरिया के ग्योंगजू में APEC CEOs शिखर सम्मेलन में ये बातें कहीं। उन्होंने पीएम मोदी को सबसे अच्छे दिखने वाले व्यक्ति और पिता समान बताया।

3. FII की खरीद

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) मंगलवार को बायर रहे थे। उन्होंने शुद्ध रूप से 10,339.80 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

4. अंतरराष्ट्रीय बाजारों की तेजी

एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की 225 और चीन का एसएसई कम्पोजिट बढ़त में रहे। अमेरिकी बाजार मंगलवार को पॉजिटिव नोट में बंद हुए थे।

5. कच्चे तेल में गिरावट

अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.08 प्रतिशत की गिरावट के साथ 64.35 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा। कच्चे तेल की कम कीमतें भारत के लिए अनुकूल मानी जाती हैं क्योंकि यह बड़ी मात्रा में तेल इंपोर्ट करता है। तेल की कीमतें गिरने से महंगाई का दबाव कम करने में मदद मिलती है।

Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। हमारीतरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

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