Last Updated on October 29, 2025 21:49, PM by Pawan
Gold silver price: बुधवार, 29 अक्टूबर को दिसंबर डिलीवरी वाले गोल्ड फ्यूचर्स मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर ₹1,19,351 प्रति 10 ग्राम के दिन के निचले स्तर पर पहुंच गए। मंगलवार को ये कॉन्ट्रैक्ट ₹1,19,646 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुए थे। निवेशक अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति (Monetary Policy) के फैसले से पहले सतर्क नजर आ रहे हैं।
लगातार चौथे दिन गिरावट
सोना अपने रिकॉर्ड हाई ₹1,32,294 प्रति 10 ग्राम से अब तक करीब ₹13,000 गिर चुका है। दिसंबर फ्यूचर्स ने दिन के दौरान ₹1,21,127 प्रति 10 ग्राम का ऊपरी स्तर भी छुआ, लेकिन कीमतों में यह लगातार चौथा सत्र है जब गिरावट दर्ज की गई है।
चांदी में हल्की रिकवरी
दूसरी ओर, दिसंबर डिलीवरी वाली चांदी में रिकवरी देखने को मिली और यह 2% से ज्यादा बढ़कर ₹1,47,547 प्रति किलो के दिन के ऊपरी स्तर तक पहुंच गई। मंगलवार को यह ₹1,44,342 प्रति किलो पर बंद हुई थी। हालांकि, अपने अब तक के रिकॉर्ड स्तर ₹1,70,415 प्रति किलो से चांदी अब भी करीब ₹23,000 नीचे है।
ग्लोबल मार्केट में भी दबाव
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी यही रुझान देखने को मिला। कॉमेक्स (Comex) पर दिसंबर डिलीवरी वाला सोना $15.9 यानी 0.4% गिरकर $3,967.2 प्रति औंस पर पहुंच गया। यह लगातार चौथा दिन है जब सोना नीचे गया है। वहीं, कॉमेक्स पर दिसंबर डिलीवरी वाली चांदी 0.32% बढ़कर $47.47 प्रति औंस पर पहुंच गई।
दिल्ली में ₹4,100 की गिरावट
दिल्ली में मंगलवार को सोने की कीमत ₹4,100 गिरकर ₹1,21,800 प्रति 10 ग्राम रह गई। अमेरिका और चीन के बीच व्यापार तनाव (US-China trade tensions) में कमी आने से सोने की ‘सेफ हेवन’ डिमांड कमजोर हुई है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में मंगलवार को सोना $4,000 प्रति औंस के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे चला गया। स्पॉट गोल्ड 2.37% गिरकर $3,887.03 प्रति औंस पर पहुंचा, जबकि सोमवार को यह $132.02 (3.21%) की बड़ी गिरावट के साथ नीचे गया था। स्पॉट सिल्वर मंगलवार को 2.85% गिरकर $45.56 प्रति औंस के दिन के निचले स्तर पर पहुंच गई थी।
गोल्ड-बेस्ड ETF से निकासी
Mirae Asset Sharekhan के हेड ऑफ कमोडिटीज और करेंसी प्रवीन सिंह ने कहा, ‘US-China ट्रेड डील को लेकर बढ़ते भरोसे से निवेशक सेफ हेवन एसेट्स से बाहर निकल रहे हैं। इससे सोने पर दबाव बढ़ा है।’
उन्होंने बताया कि गोल्ड-बेस्ड ETFs से आउटफ्लो लगातार तीसरे दिन 24 अक्टूबर को भी जारी रहा, जिससे कीमतों पर और असर पड़ा। उन्होंने कहा, ‘निवेशक अब फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) के फैसले का इंतजार कर रहे हैं, जहां ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की उम्मीद है।’

क्यों गिर रहे हैं दाम
आमतौर पर सोना तब महंगा होता है जब बाजार में अनिश्चितता, भू-राजनीतिक तनाव या मुद्रा कमजोर होती है। लेकिन हाल के दिनों में अमेरिका और चीन के बीच संभावित व्यापार समझौते (Trade Deal) से निवेशकों की चिंता घटी है। इससे सोने की मांग में कमी आई है।
सूत्रों के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग गुरुवार को दक्षिण कोरिया में होने वाले APEC समिट में मिल सकते हैं। इस मुलाकात में रेयर अर्थ मटीरियल्स, अमेरिकी टैरिफ, टिक-टॉक, कृषि व्यापार और फेंटानिल जैसे मुद्दों पर समझौता होने की संभावना है।
50% उछाल के बावजूद गिरावट
हालांकि हाल की गिरावट के बावजूद, सोना और चांदी दोनों इस महीने बढ़त के साथ खत्म होने की राह पर हैं। इस साल अब तक इनकी कीमतों में 50% से ज्यादा की बढ़त दर्ज की जा चुकी है।
दुनियाभर के सेंट्रल बैंक महंगाई और आर्थिक अनिश्चितता से बचाव के लिए सोना खरीद रहे हैं। भारत और चीन जैसे उभरते देशों का मकसद डॉलर-आधारित ग्लोबल फाइनेंशियल सिस्टम पर निर्भरता कम करना है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने सितंबर 2025 तक अपने गोल्ड रिजर्व में 25.45 मीट्रिक टन की बढ़ोतरी की है। अब RBI के पास कुल 880.18 मीट्रिक टन सोना है, जिसमें से 575.82 मीट्रिक टन भारत में रखा गया है। RBI की रिपोर्ट के मुताबिक, विदेशी मुद्रा भंडार में सोने का हिस्सा मार्च 2025 के 11.7% से बढ़कर सितंबर 2025 में 13.92% हो गया है।
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