Last Updated on October 29, 2025 16:41, PM by Pawan
कोल इंडिया का वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में मुनाफा सालाना आधार (YoY) पर 32% घटकर ₹4,263 करोड़ रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट ₹6,275 करोड़ रहा था।
कोल इंडिया ने आज यानी 29 अक्टूबर को दूसरी तिमाही के नतीजे जारी किए हैं। कंपनी के ऑपरेशन से कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू यानी आय में सालाना आधार पर 3.19% की गिरावट आई है।
दूसरी तिमाही में रेवेन्यू ₹30,187 करोड़ रहा
FY26 की दूसरी तिमाही में ऑपरेशन से रेवेन्यू ₹30,187 करोड़ रहा। एक साल पहले की समान तिमाही यानी FY25 की दूसरी तिमाही में रेवेन्यू ₹31,182 करोड़ रहा था।
10.25 रुपए प्रति शेयर लाभांश देगी कंपनी
कंपनी ने अपने शेयरधारकों को प्रति शेयर पर 10.25 रुपए का लाभांश यानी डिविडेंड देने का ऐलान किया है। इसके लिए रिकॉर्ड डेट 4 नवंबर तय की गई है। डिविडेंड का पेमेंट 28 नवंबर को किया जाएगा। कंपनियां अपने मुनाफे का कुछ हिस्सा शेयर होल्डर्स को भी देती हैं, इसे ही लाभांश कहा जाता है।
कोल इंडिया का शेयर एक साल में 15% गिरा
कोल इंडिया का शेयर आज 2.66% गिरकर ₹381 पर कारोबार कर रहा है। पिछले एक साल में कंपनी का शेयर 15% गिरा है। बीते 6 महीने में शेयर 2% गिरा है। कंपनी का मार्केट कैप 2.35 लाख करोड़ रुपए है।
क्या होता है स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड?
कंपनियों के रिजल्ट दो भागों में आते हैं- स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड। स्टैंडअलोन में केवल एक यूनिट का वित्तीय प्रदर्शन दिखाया जाता है। जबकि, कंसॉलिडेटेड या समेकित फाइनेंशियल रिपोर्ट में पूरी कंपनी की रिपोर्ट दी जाती है।