Last Updated on October 28, 2025 16:29, PM by Pawan
Metal Stocks : मंथली एक्सपायरी के दिन बाजार में तेज उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। निफ्टी करीब 100 अंक फिसलकर 25900 के नीचे आ गया है। बैंक निफ्टी भी कमजोर नजर आ रहा है। मिडकैप और स्मॉलकैप में भी दबाव दिखा है। आज मेटल और PSU बैंकों में सबसे ज्यादा तेजी दिख रही है। दोनों इंडेक्स एक से सवा परसेंट मजबूत हुए हैं। मेटल शेयरों में JSPL करीब 4 फीसदी उछाल के साथ वायदा के टॉप गेनर्स में शामिल है। लेकिन IT, रियल्टी, FMCG और NBFCs में कमजोरी आई है।
बाजार का फोकस आज मेटल शेयरों पर है। निफ्टी मेटल इंडेक्स लाइफ हाई पर पहुंच गया है। क्यों दौड़ रहे हैं मेटल शेयर इसपर जानकारी देते हुए सीएनबीसी-आवाज़ के यतिन मोता ने कहा कि निफ्टी मेटल इंडेक्स आज सबसे ज्यादा चढ़ा है। US-चीन ट्रेड डील की उम्मीद में मेटल चमके हैं। निफ्टी मेटल इंडेक्स इस साल 22 फीसदी चला है।
मेटल्स पर एम्के की रिपोर्ट
मेटल्स पर एम्के की रिपोर्ट ने भी मेटल शेयरों में जोश भर दिया है। एम्के की रिपोर्ट में कहा गया है। कॉपर कीमतें 11,000 डॉलर प्रति टन के रिकॉर्ड हाई के पास दिख रही हैं। फेड रेट कटौती की उम्मीद से बेस मेटल डिमांड बढ़ेगी। सप्लाई में कमी और कॉस्ट बढ़ने से कीमतें बढ़ रही हैं। मौजूदा स्तर पर सिल्वर और जिंक कीमतें कंसोलिडेट कर रही हैं। मार्जिन सुधरने के साथ एल्युमीनियम डिमांड मजबूत होगी।
बेस मेटल्स को मिला बेस
आज कॉपर को छोड़ पूरे बेस मेटल्स में बढ़त देखने को मिल रही है। इंटरनेशनल मार्केट में इसकी कीमतों में बढ़त कायम है। स्टील 2 हफ्तों की ऊंचाई पर कायम है। आयरन ओर 2 हफ्तों की ऊंचाई के करीब ट्रेड कर रहा है। एल्युमिनियम 3 सालों की ऊंचाई के करीब कारोबार करता दिख रहा है। लेड का भाव 1 हफ्तों की ऊंचाई के करीब दिख रहा है। जिंक का भाव 10 महीनों की ऊंचाई के करीब दिख रहा है। वहीं, कॉपर में 3 महीनों के हाई से गिरावट आई है।
कॉपर में क्यों बना दबाव?
कॉपर पर अमेरिका चीन की संभावित डील से दबाव बना है। ट्रेड डील पर अधिकारी स्तर पर कई मुद्दों पर सहमति बनी है। कल अमेरिकी फेड ब्याज दरों पर फैसला लेगा। बाजार को दरों में 0.25% कटौती की उम्मीद है। इंडोनेशिया की ग्रासबर्ग माइन में माइनिंग रुकी है। चिली में कोडेल्को की खदान में भी परेशानी आ रही है। सप्लाई में गिरावट से कीमतों को सपोर्ट जारी है।
एल्युमिनियम को सपोर्ट क्यों ?
चीन में उत्पादन 45 मिलियन टन पर कैप हुआ है। आइसलैंड की रिफाइनरियों में बिजली की कमी है। इन कारणों से चलते एल्युमिनियम की कीमतों में तेजी आई है।
जिंक में ये क्या हो रहा है?
जापान और कजाकिस्तान में स्मेल्टिंग में रुकावट आई है। 2025 में जिंक का उत्पादन 2% से ज्यादा गिरा है। LME पर इसका स्टॉक 37000 टन के नीचे फिसला है। LME पर जनवरी में 2.30 लाख टन स्टॉक था।
इंटरनेशनल मार्केट में बेस मेटल्स
इंटरनेशनल मार्केट में बेस मेटल्स के भाव पर नजर डालें तो कॉपर में 1 हफ्ते में 1 फीसदी और इस साल अब तक 28 फीसदी की तेजी देखने को मिली है। वहीं, स्टील में 1 हफ्ते में 1 फीसदी और इस साल अब तक 7 फीसदी की तेजी देखने को मिली है। जबकि, आयरन ओर में 1 हफ्ते में 2 फीसदी और इस साल अब तक 1 फीसदी की तेजी देखने को मिली है। लेड में 1 हफ्ते में 2 फीसदी और इस साल अब तक 4 फीसदी की तेजी देखने को मिली है। एल्युमिनियम में 1 हफ्ते में 3 फीसदी और इस साल अब तक 12 फीसदी की तेजी देखने को मिली है। जबकि, जिंक में 1 हफ्ते में 3 फीसदी और इस साल अब तक 2 फीसदी की तेजी देखने को मिली है।
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