Last Updated on October 25, 2025 9:54, AM by Khushi Verma
भारतीय बैंकिंग-फाइनेंस सेक्टर में लगातार विदेशी निवेश आ रहा है। यस बैंक और आरबीएल बैंक के बाद फेडरल बैंक में विदेशी निवेशक ब्लैकस्टोन की एंट्री हुई है। बैंकिंग-फाइनेंस में विदेशी निवेशकों की दिलचस्पी क्यों बढ़ी है और वे कहां-कहां निवेश कर रहे हैं, इसके डिटेल्स बताते हुए सीएनबीसी-आवाज के यतिन मोता ने बताया कि बैंकिंग-फाइनेंस में बड़ा निवेश आ रहा है। मिड टियर कंपनियों में 7.5 अरब डॉलर यानी 66,000 करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश आया है।
सबसे पहले फेडरल बैंक में ब्लैकस्टोन की एंट्री की बात करते हैं। ब्लैकस्टोन, फेडरल बैंक में 9.99 फीसदी हिस्से के लिए 6,19 करोड़ रुपए का निवेश कर रहा है। यह निवेश 227 रुपए प्रति शेयर के भाव पर 27.2 करोड़ कंवर्टिबल वारंट जारिए होगा।
RBL BANK की डील की बात करें तो इन्वेस्टर Emirates NBD, बैंक में 60 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 26,853 करोड़ रुपए का निवेश करेगा। यह डील 18 अक्टूबर 2025 को हुई है। यह बैंकिंग सेक्टर में सबसे बड़ा FDI है। Emirates NBD को 280 रुपए प्रति शेयर के भाव पर प्रेफरेंशियल इक्विटी इश्यू होंगे। डील के लिए RBI की मंजूरी का इंतजार है।
SAMMAAN CAPITAL की डील पर नजर डालें तो इन्वेस्टर Abu Dhabi IHC ने 41.2 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 8,850 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। यह डील 2 अक्टूबर 2025 को हुई है। 26% हिस्से के लिए ओपन ऑफर लाया जाएगा। यह किसी भारतीय NBFC में सबसे बड़ा पूंजी निवेश होगा। इस साल 2 अक्टूबर को ये डील हुई है।
इसी तरह IDFC FIRST BANK में Warburg Pincus ने 4,876 करोड़ रुपए के निवेश से 9.99 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है। वहीं, ADIA ने 2,624 करोड़ रुपए के निवेश से 5.1 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है। ये डील 17 अप्रैल 2025 को हुई थी।
बैंकिंग शेयरों का प्रदर्शन
बैंकिंग शेयरों के प्रदर्शन पर नजर डालें तो 6 महीने में RBL Bank ने 60 फीसदी रिटर्न दिया है। वहीं, Yes Bank ने 23 फीसदी, IDFC First Bank ने 16 फीसदी, Sammaan Capital ने 40 फीसदी और Federal Bank ने 13 फीसदी रिटर्न दिया है। इस सेक्टर के मजबूत प्रदर्शन को देखते हुए ही इसमें विदेशी निवेशकों की रुचि बढ़ी है।