Last Updated on October 22, 2025 11:47, AM by Khushi Verma
Shadowfax IPO: एक और आईपीओ के लिए तैयारियां शुरू हो चुकी है। इस बार फ्लिपकार्ट (Flipkart) के निवेश वाली हाइपरलोकल लॉजिस्टिक्स प्रोवाइडर शैडोफैक्स (Shadowfax) का नंबर है। शैडोफैक्स को बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) से आईपीओ लाने की मंजूरी मिल चुकी है। कंपनी ने आईपीओ के लिए 2 जुलाई 2025 को आवेदन किया था और अब सेबी ने 7 अक्टूबर 2025 को इसकी मंजूरी दे दी। अब कंपनी को एक साल के भीतर आईपीओ लाना है। इसके साथ ही शैडोफैक्स नए दौर की उन कंपनियों में शामिल हो गई जो लिस्ट होने की तैयारी में हैं। लिस्टिंग की तैयारियों में जुटी फिजिक्सवाला (PhysicsWallah), बोट (Boat), शिपरॉकेट (Shiprocket), ग्रो (Groww), पाइन लैब्स (Pine Labs), वेकफिट (Wakefit), क्योरफूड्स (Curefoods), मीशो (Meesho) और लेंसकार्ट (Lenskart) शामिल हैं।
Shadowfax IPO के बारे में डिटेल्स
शैडोफैक्स के आईपीओ को सेबी ने मंजूरी दी है और यह अप्रूवल 12 महीने के लिए वैलिड है यानी कि अगर कंपनी एक साल के भीतर आईपीओ नहीं लाती है तो आईपीओ लाने के लिए इसे फिर से आवेदन करना होगा। इसके शेयरों की घरेलू स्टॉक मार्केट में बीएसई और एनएसई पर लिस्टिंग का प्रस्ताव है। हालांकि आईपीओ से जुड़ी डेटलाइन, प्राइस बैंड और लॉट साइज इत्यादि पर अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है। इसके रजिस्ट्रार के नाम का भी कोई ऐलान नहीं हुआ है। वैसे बता दें कि कंपनी ने सेबी के पास गोपनीय तरीके से आईपीओ का ड्राफ्ट फाइल किया है तो अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है। अब अगले कुछ दिनों में ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) फाइल होने की उम्मीद है जिससे अधिक जानकारियां सामने आएंगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी का आईपीओ ₹25000 करोड़ तक का हो सकता है जिसमें आधा हिस्सा ऑफर फॉर सेल का हो सकता है।
शैडोफैक्स के बारे में?
शैडोफैक्स टेक्नोलॉजीज लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशन प्रोवाइडर कंपनी है। यह ई-कॉमर्स एक्सप्रेस पार्सल डिलीवरी और वैल्यू-एडेड सर्विसेज ऑफर करती है। इसकी सर्विसेज में ई-कॉमर्स और डी2सी डिलीवरी, कुछ ही घंटों में हाइपरलोकल और क्विक कॉमर्स और शैडोफैक्स के फ्लैश (Flash) ऐप के जरिए एसएमएस और पर्सनल कुरियर सर्विसेज शामिल हैं। देश के 2200 शहरों में 14,300 से अधिक पिन कोड में मजबूत डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क है। कंपनी के आंकड़ों के पास इसके 35 लाख यूजर बेस है और इसके 1.4 लाख तिमाही डिलीवरी पार्टनर्स हैं।
अब कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2024 में शैडोफैक्स का ऑपरेटिंग रेवेन्यू सालाना आधार पर 33% उछलकर ₹1,885 करोड़ के करीब पहुंच गया। इस दौरान कंपनी ऑपरेटिंग लेवल पर मुनाफे में पहुंच गई। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी को ₹12 करोड़ का शुद्ध घाटा हुआ था लेकिन ऑपरेटिंग लेवल पर इसे ₹23 करोड़ का मुनाफा हासिल हुआ था।
