Last Updated on October 20, 2025 14:42, PM by Khushi Verma
Market trend : भारतीय बाजार ने पिछले एक साल से ज्यादा वक्त से अंडरपरफॉर्म किया है। लेकिन दिवाली से कुछ पहले ही बाजार ने रफ्तार पकड़ ली है। बैंक निफ्टी नया हाई लगा चुका है। निफ्टी भी नए शिखर की ओर बढ़ रहा है। कंपनियों के नतीजे बेहतर होने लगे हैं। GST कटौती और ब्याज दरों के नीचे आने से कंजम्पशन को पुश मिला है। ऐसे में क्या भारतीय बाजारों के लिए गुड लक सिनारियो बन रहा है। ऐसे में अब किन थीम पर फोकस करना चाहिए? इस पर दिवाली सेलिब्रेशन और मार्केट की मेगा ट्रेंड पर चर्चा करते हुए मॉर्गन स्टैनली के मैनेजिंग डायरेक्टर रिधम देसाई ने कहा कि सेंट्रल बैंक का फोकस ग्रोथ बढ़ाने पर है। RBI के कदमों से एक साल में 12-13 फीसदी लोन ग्रोथ संभव है।
बाजार की तेजी को लीड कर सकते हैं बैंक
उन्होंने आगे कहा कि कंपनियों के नतीजों में 15-20 फीसदी की ग्रोथ संभव है। बाजार की तेजी को बैंक लीड कर सकते हैं। बैंकों के वैल्युएशन सस्ते हैं। RBI एक-दो रेट कर सकता है। अगले एक साल में बैंकों नतीजे अच्छे होंगे। RBI एक-दो बार और रेट कट कर सकता है। RBI से दरों में कटौती और GST घटने से बाजार के लिए मजबूती के संकेत मिल रहे हैं। नॉमिनल ग्रोथ बढ़ेगी तो भी अर्निंग में तेज ग्रोथ देखने को मिल सकती है। डबल रेट कट और CRR घटाने जैसी बात पिछले 25 साल में सिर्फ 2 बार देखने को मिली है।
आगे बैंक और कंज्यूमर शेयरों में तेजी बढ़ेगी
उन्होंने आगे कहा कि घरेलू निवेशकों की बाजार में रुचि लगातार बढ़ रही है। टूरिस्ट मनी को अब AI ट्रेड करना है, जो कि भारत में नहीं है। पिछले 1 साल से दुनिया में AI ट्रेडिंग का चलन बढ़ा है। हमें AI के रोजमर्रा के इस्तेमाल मॉडल पर काम करना चाहिए। भारत पर GDP का 75% तक कर्ज है। उन्होंने आगे कहा कि अब लार्जकैप और मिडकैप सब साथ में चलेंगे। शॉर्ट-कवरिंग का फायदा लार्जकैप को मिलेगा। आगे बैंक और कंज्यूमर शेयरों में तेजी बढ़ेगी।
भारत का मार्केट दूसरे देशों को पीछे छोड़ेगा
रिधम देसाई की राय है कि US टैरिफ का मसला सुलझना जरूरी है। एक्सपोर्ट पर US टैरिफ का ज्यादा असर नहीं पड़ा है। आगे निफ्टी में करीब 15 फीसदी तक बढ़ोतरी दिख सकती है। भारत का मार्केट दूसरे देशों को पीछे छोड़ेगा। भारत में कई मल्टीनेशनल कंपनियां पहले से ही लिस्ट हैं। भारत को अब दुनिया नजरअंदाज नहीं कर सकती है। एप्पल जैसी कंपनियां भारत आ रही हैं। सर्विस में भारत दुनिया में लीडर है।
ग्लोबल GDP में भारत की भागीदारी बढ़ेगी
रिधम देसाई का मानना है कि ग्लोबल GDP में भारत की भागीदारी बढ़ेगी। ग्लोबल GDP में भारत की भागीदारी 20 फीसदी तक संभव है। 15-20 साल में ग्लोबल GDP का 20 फीसदी ग्रोथ भारत से होगा। भारत पर बुलिश नजरिए के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
