Last Updated on October 19, 2025 17:55, PM by Khushi Verma
शुक्रवार, 17 अक्टूबर को शेयर बाजार लगातार तीसरे दिन बढ़त में बंद हुए थे। सेंसेक्स 484.53 अंक या 0.58 प्रतिशत उछलकर 83,952.19 पर और निफ्टी 124.55 अंक या 0.49 प्रतिशत चढ़कर 25,709.85 पर सेटल हुआ। दूसरी ओर BSE स्मालकैप सूचकांक 0.49 प्रतिशत और मिडकैप सूचकांक 0.43 प्रतिशत गिरा था। वीकली बेसिस पर सेंसेक्स ने बीते सप्ताह 1,451.37 अंक या 1.75 प्रतिशत की बढ़त देखी, वहीं निफ्टी ने 424.5 अंक या 1.67 प्रतिशत की तेजी दर्ज की।
अब 20 अक्टूबर से शुरू हो रहा नया सप्ताह कारोबारी लिहाज से छोटा होने वाला है। बाजार में 21 और 22 अक्टूबर को दिवाली/लक्ष्मी पूजन और बलि प्रतिपदा के चलते छुट्टी रहेगी। मुहूर्त ट्रेडिंग 21 अक्टूबर को दोपहर 1.45 बजे से 2.45 बजे तक होगी। इसके बाद 25 और 26 अक्टूबर को शनिवार और रविवार हैं। इसलिए शेयर बाजार केवल 20, 23 और 24 अक्टूबर को ही खुलेंगे। नए सप्ताह में बाजार की चाल किन फैक्टर्स के बेसिस पर तय होगी, आइए जानते हैं…
कंपनियों के तिमाही नतीजे
नए सप्ताह में जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज, जैन रिसोर्स रिसाइक्लिंग, ईपैक प्रीफैब टेक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, कोलगेट पामोलिव इंडिया, वर्धमान टेक्सटाइल्स, लॉरस लैब्स, SBI लाइफ, डॉ. रेड्डीज लैब्स, कोफोर्ज, आईटीसी होटल्स, कोटक महिंद्रा बैंक समेत लगभग 50 कंपनियों के जुलाई-सितंबर 2025 तिमाही नतीजे जारी होंगे। इसके अलावा भारतीय शेयर बाजार रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक समेत कई बड़ी कंपनियों के दूसरी तिमाही के नतीजों पर प्रतिक्रिया देंगे।
अमेरिकी टैरिफ और ट्रेड समझौतों पर अपडेट
चीन पर अमेरिकी टैरिफ और भारत और अमेरिका के बीच संभावित व्यापार समझौते के संकेत घरेलू बाजार के लिए प्रमुख ट्रिगर के रूप में काम करेंगे। अगर भारत और अमेरिका, दोनों के लिए फायदेमंद व्यापार समझौते के होने का संकेत देते हैं, तो बाजार में अच्छी रैली आ सकती है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि दो हफ्तों में दक्षिण कोरिया में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात के बाद अमेरिका-चीन संबंध बेहतर हो जाएंगे।
विदेशी निवेशकों का रुख
पिछले 3 महीने भारतीय शेयर बाजारों से लगातार पैसे निकालने के बाद विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक FPIs अक्टूबर में खरीदार बन गए। उन्होंने अब तक शेयरों में शुद्ध रूप से 6,480 करोड़ रुपये डाले हैं। इसकी मुख्य वजह मजबूत मैक्रोइकोनॉमिक फैक्टर हैं। उनका यह रुख भारतीय शेयर बाजार में बेहतर सेंटिमेंट का संकेत देता है। विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रेड को लेकर भविष्य के घटनाक्रम और चालू तिमाही नतीजों से आने वाले सप्ताह FPI का रुख तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। भारतीय शेयरों की वैल्यूएशन जो पहले दबाव में थी, अब अधिक आकर्षक हो गई है। इससे गिरावट में खरीदारी की रुचि फिर से बढ़ रही है।
अमेरिका में खुदरा महंगाई के आंकड़े
आने वाले शुक्रवार को अमेरिका में खुदरा महंगाई के आंकड़े जारी होंगे। 1 अक्टूबर से शुरू हुए अमेरिकी सरकार के शटडाउन के कारण प्रमुख मैक्रो डेटा जारी होने में देरी हुई है। रॉयटर्स के मुताबिक, हालांकि अमेरिकी सरकार सितंबर के खुदरा महंगाई आंकड़े जारी करने की तैयारी में है। CPI के आंकड़े अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कटौती को लेकर बाजार की उम्मीदों को प्रभावित करेंगे। फेडरल रिजर्व की मीटिंग 28-29 अक्टूबर को हो रही है। इसमें ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती की उम्मीद है।
रुपये की चाल
शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 6 पैसे की गिरावट के साथ 88.02 पर बंद हुआ। सप्ताह के दौरान घरेलू मुद्रा में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले लगभग 1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। मंथली बेसिस पर बात करें तो लगातार 5 महीनों की गिरावट के बाद रुपया लगभग 1 प्रतिशत ऊपर है।
