Last Updated on October 17, 2025 11:54, AM by Khushi Verma
Canara HSBC Life shares listing: केनरा एचएसबीसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के शेयर शुक्रवार को शेयर बाजार में लिस्ट हो गए। लेकिन उनकी शुरुआत बहुत खास नहीं रही। शेयर ₹106 प्रति शेयर के भाव पर लिस्ट हुए, यानी जितनी कीमत पर वे ऑफर किए गए थे, उतने पर ही रहे।
कितने का था इश्यू
इस कंपनी का IPO यानी पब्लिक इश्यू ₹2,517 करोड़ का था। यह पूरा ऑफर फॉर सेल (OFS) था, जिसका मतलब है कि कंपनी को IPO से सीधे कोई पैसा नहीं मिला, बल्कि मौजूदा शेयरधारकों ने अपने शेयर बेचे। IPO को मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली थी। कुल मिलाकर, यह 2.3 गुना सब्सक्राइब हुआ। इसमें ज्यादातर बड़े निवेशकों, यानी संस्थागत निवेशकों (institutional investors) ने दिलचस्पी दिखाई। वहीं, आम निवेशकों (retail investors) और हाई-नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) ने इसमें ज्यादा रुचि नहीं दिखाई थी। आम निवेशकों के लिए रखा गया हिस्सा सिर्फ 0.42 गुना ही सब्सक्राइब हुआ। नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (non-institutional investors) का हिस्सा 0.33 गुना सब्सक्राइब हुआ। लेकिन, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) का हिस्सा 7.05 गुना सब्सक्राइब हुआ।
कंपनी में किनकी हिस्सेदारी
कैनरा एचएसबीसी लाइफ इंश्योरेंस को कैनरा बैंक और एचएसबीसी इंश्योरेंस (एशिया-पैसिफिक) होल्डिंग्स मिलकर चलाते हैं। यह कंपनी खासकर बैंकाश्योरेंस (bancassurance) यानी बैंकों के जरिए इंश्योरेंस बेचने के बिजनेस में मजबूत है। इनका बिजनेस मॉडल काफी हद तक बैंकिंग पार्टनर्स पर निर्भर करता है, खासकर कैनरा बैंक पर। कैनरा बैंक के पास 11.7 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं और करीब 9,800 ब्रांच हैं, जिनसे कंपनी को ग्राहकों तक पहुंचने में आसानी होती है। हालांकि, बैंकाश्योरेंस पर ज्यादा निर्भरता के कारण कंपनी के प्रोडक्ट में विविधता लाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है।
मुनाफे में लगातार बढ़ोतरी
कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन की बात करें तो, रेवेन्यू (कमाई) में थोड़ी गिरावट के बावजूद, कंपनी के मुनाफे में लगातार बढ़ोतरी हुई है। FY25 में, कंपनी का आफ्टर-टैक्स प्रॉफिट (कर के बाद मुनाफा) ₹116.98 करोड़ रहा, जो पिछले साल से 3% ज्यादा है। कंपनी की नेट वर्थ (कुल संपत्ति) ₹1,516.86 करोड़ है। इसका रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) 7.71% रहा। IPO के भाव के हिसाब से कंपनी का वैल्यूएशन लगभग ₹10,070 करोड़ था, जो कि इश्यू के बाद के प्राइस-टू-अर्निंग्स (P/E) मल्टीपल के हिसाब से 107 गुना है।
एंकर इनवेस्टर्स से 750 करोड़ मिले
IPO खुलने से पहले, कंपनी ने एंकर निवेशकों (anchor investors) से ₹750 करोड़ जुटाए थे। इनमें घरेलू म्यूचुअल फंड्स और विदेशी संस्थाएं शामिल थीं। एंकर निवेशकों का आधा हिस्सा 30 दिनों के लिए लॉक-इन रहेगा, जो 14 नवंबर को खत्म होगा। बाकी का हिस्सा 13 जनवरी 2026 तक लॉक-इन रहेगा।