Last Updated on October 15, 2025 14:02, PM by Pawan
Midwest IPO: दिग्गज इंस्टीट्यूट्स के साथ मिलकर बीसीए, एमसीए और एमबीए जैसे डिग्री कोर्सेज और कुछ सर्टिफिकेट प्रोग्राम ऑफ करने वाली जारी इंस्टीट्यूट का ₹450 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए खुल चुका है। यहां इस आईपीओ से जुड़ी 10 अहम बातें बताई जा रही है, जिसे जान लें और फिर आईपीओ में निवेश से जुड़ा फैसला लें।
1. प्राइस बैंड और लॉट साइज
मिडवेस्ट के ₹451.00 करोड़ के आईपीओ में ₹1014-₹1065 के प्राइस बैंड और 14 शेयरों के लॉट में पैसे लगा सकते हैं।
2. अहम डेट्स
जारो एडुकेशन का आईपीओ आज 15 अक्टूबर को खुला है और 17 अक्टूबर को बंद होगा। आईपीओ के तहत शेयरों का अलॉटमेंट 20 अक्टूबर को फाइनल होगा। फिर बीएसई और एनएसई पर 24 अक्टूबर को एंट्री होगी।
3. एंकर बुक
आईपीओ खुलने से पहले कंपनी ने 10 एंकर निवेशकों से करीब ₹135 करोड़ जुटाए। इन्हें ₹1065 के भाव पर 12,67,605 शेयर जारी हुए हैं।
4. ग्रे मार्केट में स्थिति यानी GMP
ग्रे मार्केट में जारी एडुकेशन के शेयर आईपीओ के अपर प्राइस बैंड से ₹145 यानी 13.62% की GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) पर हैं। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी के फंडामेंटल्स और फाइनेंशियल के आधार पर ही निवेश का फैसला लेना चाहिए।
5. आईपीओ में कितने शेयर होंगे जारी
मिडवेस्ट के आईपीओ के तहत ₹250.00 करोड़ के नए शेयर जारी होंगे। इसके अलावा ₹5 की फेस वैल्यू वाले 18,87,323 शेयरों की ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिक्री होगी। ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिए इसके प्रमोटर कोल्लारेड्डी रामा राघव रेड्डी और गुंटका रविंद्रा रेड्डी अपनी हिस्सेदारी हल्की करेंगे।
6. रजिस्ट्रार
मिडवेस्ट के आईपीओ का रजिस्ट्रार केफिनटेक है यानी कि शेयरों का अलॉटमेंट फाइनल होने के बाद इसकी साइट पर अलॉटमेंट स्टेटस देख सकेंगे कि कितने शेयर मिले। इसके अलावा बीएसई की साइट पर भी स्टेटस देख सकेंगे।
7. कैसे होगा आईपीओ के पैसों का इस्तेमाल?
ऑफर फॉर सेल का पैसा शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर यानी प्रमोटर संजय नामदेव सालुंके को मिलेगा। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹127.05 करोड़ कंपनी की पूर्ण मालिकाना हक वाली सब्सिडरी मिडवेस्ट नियोस्टोन के क्वार्ट्ज प्रोसेसिंग प्लांट में दूसरे चरण के कैपिटल एक्सपेंडिचर, ₹25.76 करोड़ मिडवेस्ट और इसकी सब्सिडरी एपीजीएम के लिए इलेक्ट्रिक डंप ट्रकों की खरीदारी, ₹3.26 करोड़ कंपनी के कुछ माइन में सोलर एनर्जी के इंटीग्रेशन, ₹53.8 करोड़ कंपनी और इसकी सब्सिडिरी एपीजीएम के कर्ज को हल्का करने और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
8. कंपनी के बारे में?
वर्ष 1981 में बनी मिडवेस्ट नेचुरल स्टोन्स के बिजनेस में है। कंपनी इनकी खोज करती है, माइनिंग करके प्रोसेसिंग करती है और फिर देश-विदेश में बेचती है। यह ब्लैक गैलेक्सी ग्रेनाइट के बिजनेस में है जो अपने चमकदार सुनहरे गुच्छों के लिए मशहूर एक खास प्रकार का ग्रेनाइट है।
9. कितनी बड़ी है कंपनी?
मिडवेस्ट की तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में एक-एक ग्रेनाइट प्रोसेसिंग फैसिलिटी है। साथ ही आगे की ग्रोथ के लिए इसने ऑपरेशनल बेस के अलावा आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु में 25 जगहों पर मजबूत रिसोर्स बेस तैयार किया है। इसके प्रोडक्ट्स का 17 देशों में निर्यात होता है और इसके कारोबार के लिए चीन, इटली और थाईलैंड अहम देश हैं।
10. कैसी है कारोबारी सेहत?
मिडवेस्ट के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2023-2025 में शुद्ध मुनाफा सालाना 56.48% की चक्रवृद्धि रफ्तार (CAGR) से बढ़कर ₹133.30 करोड़ और टोटल इनकम 10.97% के सीएजीआर से उछलकर ₹643.14 करोड़ पर पहुंच गया। इस वित्त वर्ष 2026 की बात करें तो पहली तिमाही अप्रैल-जून 2025 में इसे ₹24.38 करोड़ का शुद्ध मुनाफा और ₹146.47 करोड़ की टोटल इनकम हासिल हो चुकी है। जून तिमाही के आखिरी में इस पर ₹270.11 करोड़ का टोटल कर्ज था और रिजर्व और सरप्लस में ₹625.60 करोड़ पड़े थे।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। हमारी तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।
