Last Updated on October 15, 2025 11:48, AM by Khushi Verma
Market outlook : मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि ग्लोबल बाजार में लगातार बनी दिक्कतों और अमेरिका-चीन व्यापार संबंधों में नए सिरे से तनाव के बावजूद, भारत का इक्विटी बाजार संवत 2082 में मजबूत प्रदर्शन के लिए तैयार है। भारतीय बाजारों के मजबूत कॉर्पोरेट आय, अच्छी घरेलू मांग और नीति में निरंतरता का सपोर्ट हासिल है।
वित्त वर्ष 2026 की तीसरी तिमाही से कंपनियों की कमाई में तेज़ी आने की उम्मीद है। वहीं, वित्त वर्ष 2027 में इसमें दोहरे अंकों की बढ़त की संभावना है। कंपनियों को हेल्दी क्रेडिट ग्रोथ, मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में सुधार और बुनियादी ढांचे में बढ़ते निवेश का फायदा मिलेगा। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इन फैक्टर्स के चलते सभी सेक्टरों के मुनाफे में बढ़त की उम्मीद है।
हालांकि भू-राजनीतिक तनाव और कमोडिटी की कीमतों में उतार-चढ़ाव के कारण शॉर्ट टर्म में वोलैटिलिटी जारी रह सकती है, लेकिन भारत के मजबूत घरेलू विकास, बेहतर अर्निंग आउटलुक और सरकार की नितियों में स्थिरता के चलते बाजार का मिड टर्म आउटलुक अच्छा बना हुआ है।
घरेलू निवेशकों से बाजार को मिलेगा मजबूत सपोर्ट
बाजार जानकार इस मजबूती का श्रेय मज़बूत सरकारी और निजी पूंजीगत व्यय, औद्योगिक क्षेत्र में हुए सुधार, ग्रामीण क्षेत्रों की मांग में सुधार के शुरुआती संकेतों के साथ-साथ शहरी मांग में बनी मजबूती को दे रहे हैं। ग्लोबल अनिश्चितता के बीच महंगाई पर नियंत्रण और राजनीतिक स्थिरता ने निवेशकों के सेंटीमेंट को और मज़बूत किया है।
दिवाली से दिवाली तक कैसी रही बाजार की चाल
पिछली दिवाली से अब तक सेंसेक्स और निफ्टी में 3.3 प्रतिशत और 3.9 प्रतिशत की बढ़त हुई है। ये पिछले तीन वर्षों की इनकी सबसे कमजोर ग्रोथ है। व्यापक बाजारों का प्रदर्शन कमजोर रहा है। बीएसई मिडकैप में 0.1 प्रतिशत की गिरावट (तीन सालों में पहली सालाना गिरावट) और बीएसई स्मॉलकैप में 4.3 प्रतिशत की गिरावट आई है, जो पिछले छह वर्षों में आई पहली गिरावट है।
ग्लोबल इक्विटी का प्रदर्शन भी रहा अच्छा
ट्रेड तनाव कम होने, ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) से जुड़ी उम्मीदों और यूएस फेड की तरफ से दरों में कटौती की संभावना के दम पर जोखिम उठाने की भावना को बल मिला है। इसके चलते दुनिया भर के शेयर बाजारों में तेजी देखने को मिली है। पिछली दिवाली के बाद से एसएंडपी 500 में 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। डाउ जोंस में 7 प्रतिशत और नैस्डैक में 23 प्रतिशत की तेजी आई है। यूरोप में, एफटीएसई 100 इंडेक्स में 16 प्रतिशत, सीएसी 40 में 11 प्रतिशत और डीएएक्स में 33 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली है। एशिया में, शंघाई कंपोजिट में 22 प्रतिशत, हैंग सेंग में 32 प्रतिशत, निक्केई में 14 प्रतिशत, कोस्पी में 27 प्रतिशत और ताइवान में 17 प्रतिशत की तेजी नजर आई है।