Last Updated on October 14, 2025 7:44, AM by Pawan
IT कंपनी HCL टेक की दूसरी तिमाही में कुल कमाई यानी टोटल इनकम 32,357 करोड़ रुपए रही। ये पिछले साल की तुलना में 10.36% ज्यादा है। कंपनी की इस कमाई में ऑपरेशन से रेवेन्यू 31,942 करोड़ रुपए रहा। वहीं जुलाई से सितंबर तिमाही में कंपनी का टोटल खर्च 26,655 करोड़ रुपए रहा और उसने टोटल 1,466 करोड़ रुपए का टैक्स चुकाया।
टोटल इनकम में से खर्च और टैक्स घटा दें, तो कंपनी को दूसरी तिमाही में 4,235 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट हुआ। कंपनी को पिछले साल की समान तिमाही में भी इतना ही मुनाफा हुआ था। HCL टेक ने सोमवार (13 अक्टूबर) को जुलाई-सितंबर तिमाही (Q2FY26, दूसरी तिमाही) के नतीजे जारी किए हैं।
नतीजों में आम आदमी के लिए क्या रहा?
अगर आपके पास HCL टेक के शेयर हैं, तो कंपनी के बोर्ड ने शेयरधारकों को प्रति शेयर 12 रुपए के अंतरिम डिविडेंड (लाभांश) को भी मंजूरी दी है। कंपनियां अपने शेयरधारकों को मुनाफे का कुछ हिस्सा देती हैं, उसे डिविडेंड कहते हैं।
क्या होता है स्टैंडअलोन और कॉन्सोलिडेटेड?
कंपनियों के रिजल्ट दो भागों में आते हैं- स्टैंड अलोन और कॉन्सोलिडेटेड। स्टैंडअलोन में केवल एक यूनिट का वित्तीय प्रदर्शन दिखाया जाता है। जबकि, कॉन्सोलिडेटेड या समेकित फाइनेंशियल रिपोर्ट में पूरी कंपनी की रिपोर्ट दी जाती है।
बीते एक साल में शेयर का परफॉर्मेंस कैसा रहा?
रिजल्ट से पहले HCL का शेयर आज 0.094% की गिरावट के साथ 1,494.10 रुपए पर बंद हुआ। HCL टेक के शेयर ने पिछले 5 दिन में 5% रिटर्न दिया है। वहीं 1 महीने में शेयर 2% और 6 महीने में 5% चढ़ा है।
एक साल में कंपनी का शेयर 20% चढ़ा है। केवल इस साल यानी 1 जनवरी से अब तक की बात करें तो कंपनी का शेयर 22% गिरा है। कंपनी की मार्केट वैल्यू 4.05 लाख करोड़ रुपए है।
HCL टेक के फाउंडर हैं शिव नाडर
HCL टेक के फाउंडर शिव नाडर हैं। उन्होंने HCL को 1976 में स्थापित किया था। इसके चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) और मैनेजिंग डायरेक्टर सी विजयकुमार हैं। कंपनी डिजिटल, इंजीनियरिंग, क्लाउड और सॉफ्टवेयर का काम करती है।
