Last Updated on October 12, 2025 9:48, AM by Khushi Verma
आजकल शेयर बाजार में इन्वेस्टमेंट करना एक दम आम सी बात हो गई है. भारत में करोड़ों लोग शेयर मार्केट में निवेश करते हैं, फिर भी लोग निवेश के दौरान मिथकों के शिकार हो जाते हैं और नुकसान उठाते हैं. असल में अक्सर लोग सोचते हैं कि शेयर मार्केट जुआ है, इसमें अंदरूनी जानकारी से आसानी से पैसा कमाया जा सकता है या सिर्फ एक स्टॉक में निवेश करने से करोड़पति बन सकते हैं. लेकिन ये सही जानकारी और स्मार्ट निवेश ही सफलता की कुंजी है, लेकिन कुछ गलतियां पैसे को डूबो भी देती हैं,तो आइए जानते हैं शेयर बाजार के 10 सबसे बड़े मिथक और उनकी सच्चाई.
मिथक 1: शेयर बाजार जुआ है
अक्सर लोग मानते हैं कि शेयर बाजार जुआ की तरह है और इसमें सिर्फ किस्मत से पैसा बनता है.
सच्चाई: जुआ में स्किल नहीं होती, लेकिन शेयर बाजार में रिसर्च, डाइवर्सिफिकेशन और लॉन्ग टर्म स्ट्रेटेजी से रिटर्न मिलता है. लंबे टेन्योक में निवेश करने पर 12-15% औसत रिटर्न संभव है.
मिथक 2: बाजार की टाइमिंग से अमीर बनें
“कम खरीदो, महंगा बेचो” सोच कर लोग जल्दी अमीर बनने की कोशिश करते हैं.
सच्चाई: मार्केट टाइमिंग करना बेहद मुश्किल है,तो इसलिए लॉन्ग टर्म निवेश करना बेहतर होता है.असल में अक्सर निवेशक मार्केट टाइमिंग में फेल हो जाते हैं.
मिथक 3: पास्ट परफॉर्मेंस फ्यूचर की गारंटी
“पिछले साल इस स्टॉक ने 20% रिटर्न दिया, अब भी देगा.
सच्चाई: लास्ट रिटर्न से भविष्य का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है.असल में मार्केट लगातार बदलता रहता है, इसलिए फंडामेंटल एनालिसिस जरूरी है.
मिथक 4: सिंगल स्टॉक से अमीर बनें
“बस एक स्टॉक चुनो, करोड़पति बनो”
सच्चाई: सिंगल स्टॉक रिस्की होता है. रिस्क कम करने के लिए 10-15 स्टॉक्स में निवेश करना बेहतर है. डाइवर्सिफिकेशन से नुकसान की संभावना कम होती है.
मिथक 5: अंदरूनी जानकारी से जीत
“इनसाइडर टिप्स से बड़ा प्रॉफिट”
सच्चाई: इनसाइडर ट्रेडिंग गैरकानूनी है.इसलिए SEBI सख्त कार्रवाई करता है.हमेशा निवेश के लिए फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस पर भरोसा करें.
मिथक 6: छोटा अमाउंट से निवेश नहीं हो सकता
“₹1,000 से क्या होगा?”
सच्चाई: SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के जरिए छोटी राशि से भी बड़ा फंड बनाया जा सकता है. उदाहरण: ₹5,000 प्रति माह SIP 20 साल में लगभग ₹1 करोड़ तक बढ़ सकती है.
मिथक 7: शॉर्ट टर्म में अमीर बनें
“एक साल में करोड़पति”
सच्चाई: शॉर्ट टर्म निवेश ज्यादा रिस्की होता है. आपका लंबी अवधि (5-10 साल) में निवेश करना सुरक्षित है और लगभग 12% औसत रिटर्न मिल सकता है.
मिथक 8: ब्रोकर की टिप्स पर भरोसा
“ब्रोकर कहे तो खरीदो”
सच्चाई: याद रखें कि ब्रोकर का अपना हित होता है,तो अपने निवेश के लिए खुद रिसर्च करें और किसी भी निर्णय को अंधविश्वास पर आधारित न रखें.
मिथक 9: डाइवर्सिफिकेशन से रिटर्न कम हो जाता है
“एक स्टॉक में लगाओ, ज्यादा कमाओ”
सच्चाई: डाइवर्सिफिकेशन से रिस्क कम होता है.तो ETF और इंडेक्स फंड्स में निवेश लंबी अवधि में सुरक्षित और लाभकारी हो सकता है.
मिथक 10: मार्केट हमेशा ऊपर जाता है
“स्टॉक हमेशा बढ़ेगा”
सच्चाई: मार्केट साइकिल में ऊपर-नीचे होता रहता है,जैसे कि 2008 के क्रैश से सीख लें और हमेशा लॉन्ग टर्म और सुरक्षित निवेश पर ध्यान देना चाहिए.
क्या समझ में आया आपको
शेयर बाजार में निवेश करने से पहले इन 10 मिथकों को जानना जरूरी है. लॉन्ग टर्म सोचें, स्टॉक्स में डाइवर्सिफिकेशन करें और खुद रिसर्च करें.आप कभी भी बिना जानकारी के निवेश करेंगे को नुकसान हो सकता है. सच्चाई जानकर स्मार्ट निवेश करने से आप अपने पैसे को सुरक्षित और बढ़ा सकते हैं.(नोट: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए, निवेश के लिए वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव लें)
5 FAQs
Q1-क्या शेयर बाजार जुआ है?
A-नहीं, इसमें रिसर्च, डाइवर्सिफिकेशन और लॉन्ग-टर्म रणनीति से रिटर्न मिलता है.
Q2-क्या केवल मार्केट टाइमिंग से पैसा बनता है?
A-नहीं, लॉन्ग-टर्म निवेश ज्यादा सुरक्षित और लाभकारी होता है.
Q3-क्या सिंगल स्टॉक में निवेश से करोड़पति बना जा सकता है?
A-नहीं, डाइवर्सिफिकेशन जरूरी है.
Q4-क्या छोटे अमाउंट से निवेश संभव है?
A-हाँ, SIP के जरिए छोटी राशि से भी बड़ा फंड बनाया जा सकता है.
Q5-क्या पिछले रिटर्न भविष्य की गारंटी देते हैं?
A-नहीं, मार्केट लगातार बदलता रहता है, इसलिए फंडामेंटल एनालिसिस जरूरी है
