Last Updated on October 12, 2025 18:01, PM by Khushi Verma
नई दिल्ली5 मिनट पहले
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मिडवेस्ट लिमिटेड का ₹451 करोड़ का इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी IPO पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए 15 अक्टूबर से ओपन हो रहा है। यह IPO 17 अक्टूबर को क्लोज होगा और इसकी लिस्टिंग 24 अक्टूबर को होगी।
अगर आप भी मिडवेस्ट के IPO में पैसा लगाने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको इश्यू की सभी डीटेल्स और आप इसमें कितना निवेश कर सकते हैं, यह भी बता रहे हैं…
IPO में 17 अक्टूबर तक इन्वेस्ट कर सकते हैं रिटेल इन्वेस्टर्स
मिडवेस्ट इस पब्लिक इश्यू के जरिए 42.34 लाख से ज्यादा शेयर्स बेचकर ₹451 करोड़ जुटाना चाहती है। कंपनी के IPO में रिटेल इन्वेस्टर्स 17 अक्टूबर तक इन्वेस्ट कर सकते हैं। कंपनी ने IPO का प्राइज बैंड ₹1014-₹1065 प्रति इक्विटी शेयर तय किया है।
BSE-NSE पर 24 अक्टूबर को कंपनी के शेयर्स की लिस्टिंग होगी
मिडवेस्ट के शेयरों का अलॉटमेंट 20 अक्टूबर को होगा। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) दोनों पर 24 अक्टूबर को शेयर्स की लिस्टिंग होगी।
मिडवेस्ट का IPO फ्रेश इश्यू और ऑफर फॉर सेल का कॉम्बिनेशन
मिडवेस्ट का यह IPO फ्रेश इश्यू और ऑफर फॉर सेल (OFS) का कॉम्बिनेशन है। फ्रेश इश्यू के जरिए कंपनी 250 करोड़ रुपए की वैल्यू के 23.47 लाख शेयर्स बेचेगी।
वहीं कंपनी के एक्जिस्टिंग शेयरहोल्डर्स और प्रमोटर्स OFS यानी ऑफर फॉर सेल के जरिए अपने 201 करोड़ रुपए की वैल्यू के 18.87 लाख शेयर्स बेचेंगे।
इश्यू के पहले प्रमोटर्स की कंपनी में 95.83% हिस्सेदारी
कोल्लारेड्डी राम राघव रेड्डी, कोल्लारेड्डी रामचन्द्र, कुकरेती सौम्या और उमा प्रियदर्शनी कोल्लारेड्डी कंपनी के प्रमोटर हैं। इश्यू के पहले प्रमोटर्स की कंपनी में 95.83% हिस्सेदारी है।
रिटेल इनवेस्टर्स मिनिमम और मैक्सिमम कितना पैसा लगा सकते हैं?
इस IPO के लिए रिटेल निवेशक मिनिमम एक लॉट यानी 14 शेयर्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं। यदि आप IPO के अपर प्राइज बैंड ₹1065 के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते हैं, तो आपको ₹14,910 का इन्वेस्टमेंट करना होगा।
वहीं रिटेल इनवेस्टर्स IPO के मैक्सिमम 13 लॉट यानी 182 शेयर्स के लिए बिडिंग कर सकते हैं। जिसके लिए इनवेस्टर्स को मैक्सिमम ₹1,93,830 का इन्वेस्टमेंट करना होगा।
कंपनी के इश्यू का 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व
कंपनी के इश्यू का 50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रिजर्व रखा गया है। इसके अलावा 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स और 15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व है।
