Last Updated on October 12, 2025 15:00, PM by Khushi Verma
देश की सबसे बड़ी तेल और गैस कंपनी ONGC (Oil and Natural Gas Corporation) अब मार्केट कैप के मामले में Zomato (अब Eternal Ltd) से पीछे रह गई है. शुक्रवार को शेयर बाजार बंद होने तक ONGC का मार्केट कैप 3.097 ट्रिलियन रुपये था, जबकि Zomato की वैल्यू 3.36 ट्रिलियन रुपये तक पहुंच गई. यानी एक तरफ Zomato जैसी फूड डिलीवरी ऐप का मार्केट वैल्यू तेजी से बढ़ रहा है, वहीं ONGC जैसी पुरानी और मजबूत कंपनी का वैल्यू उतना नहीं बढ़ा है.
कभी सबसे बड़ी कंपनी थी ONGC
अगर 2012 की बात करें, तो उस समय ONGC भारत की सबसे बड़ी कंपनी थी. उस वक्त इसका मार्केट कैप 2.44 ट्रिलियन रुपये था, जो TCS और Reliance Industries दोनों से ज्यादा था. लेकिन अब स्थिति उलट चुकी है.
पिछले 13 सालों में ONGC का मार्केट वैल्यू केवल 26% बढ़ा है. जबकि इसी दौरान Reliance Industries का मार्केट कैप 2.43 ट्रिलियन से बढ़कर 18.7 ट्रिलियन रुपये हो गया और TCS का 2.42 ट्रिलियन से 10.95 ट्रिलियन रुपये तक पहुंच गया.
किन कंपनियों में है ONGC की बड़ी हिस्सेदारी
ONGC के पास कई कंपनियों में भारी निवेश है. उदाहरण के लिए, इसका MRPL (Mangalore Refinery and Petrochemicals Ltd) में 71.63% हिस्सा है, जिसकी कीमत लगभग 18,000 करोड़ रुपये है. वहीं, HPCL (Hindustan Petroleum Corporation Ltd) में इसका 54.9% हिस्सा है, जिसकी वैल्यू करीब 52,770 करोड़ रुपये है.
इसके अलावा ONGC का Indian Oil Corporation में 14.20% और GAIL (India) Ltd में 5% हिस्सा भी है. इन सबकी कुल कीमत 1.07 ट्रिलियन रुपये से ज्यादा है- यानी ONGC की मौजूदा मार्केट कैप का एक-तिहाई से भी ज्यादा हिस्सा सिर्फ इन निवेशों से आता है.
सरकार भी मानती है कि ONGC अंडरवैल्यूड है
पिछले महीने तेल मंत्री Hardeep Singh Puri ने कहा था कि सरकारी तेल कंपनियों की असली कीमत मार्केट में नहीं दिख रही है. उन्होंने बताया कि निवेशकों की सोच (perception bias) की वजह से इन कंपनियों को कम वैल्यू दी जाती है.
उन्होंने बताया कि पिछले छह सालों में तीन बड़ी तेल कंपनियों- Indian Oil, Bharat Petroleum, और Hindustan Petroleum ने मिलकर 2.5 ट्रिलियन रुपये का मुनाफा कमाया. वहीं, ONGC ने अकेले पिछले तीन वित्तीय वर्षों में 1.16 ट्रिलियन रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया है.
डिविडेंड और मुनाफे में भी आगे है ONGC
ONGC सिर्फ मुनाफे में ही नहीं, डिविडेंड देने में भी आगे है. कंपनी ने अपने हर ₹5 के शेयर पर ₹12.25 का डिविडेंड दिया है. इसके मुकाबले, Zomato (Eternal Ltd) का FY25 का नेट प्रॉफिट सिर्फ ₹527 करोड़ रुपये रहा है. वहीं, Swiggy जैसी कंपनी जिसका मार्केट कैप ₹1.08 ट्रिलियन रुपये है, उसने FY25 में ₹3,116.8 करोड़ रुपये का घाटा दिखाया.
क्या मार्केट में होगा बदलाव?
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर ONGC के निवेश और संपत्तियों को सही तरीके से वैल्यू किया जाए, तो इसकी मार्केट कैप में बड़ी बढ़ोतरी हो सकती है. कई निवेशक अब यह उम्मीद कर रहे हैं कि आने वाले महीनों में ONGC की कीमत में सुधार देखने को मिलेगा, क्योंकि कंपनी के पास तेल, गैस, रिफाइनिंग और एनर्जी सेक्टर में मजबूत आधार है.
ONGC की स्थिति ये बताती है कि भारत में कई सरकारी कंपनियां अपनी असली कीमत से काफी कम पर ट्रेड कर रही हैं. जबकि इनके पास मजबूत संपत्तियां, अच्छा मुनाफा और स्थिर बिजनेस मॉडल हैं. अगर निवेशकों की धारणा में बदलाव आता है, तो ONGC जैसी कंपनियों का मूल्य आने वाले समय में और तेजी से बढ़ सकता है.
खबर से जुड़े FAQs
1. ONGC का मौजूदा मार्केट कैप कितना है?
लगभग ₹3.10 ट्रिलियन.
2. Zomato की मार्केट कैप कितनी है?
करीब ₹3.36 ट्रिलियन.
3. ONGC के पास किन कंपनियों में हिस्सेदारी है?
MRPL, HPCL, Indian Oil, और GAIL में.
4. क्या ONGC अंडरवैल्यूड है?
हां, एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसका असली मूल्य अभी मार्केट में नहीं दिखा है.
5. ONGC ने कितना मुनाफा कमाया है?
पिछले तीन साल में ₹1.16 ट्रिलियन का नेट प्रॉफिट.
