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अगले हफ्ते बाजार में तेजी की उम्मीद, 17 अक्टूबर अहम: महंगाई दर से लेकर टेक्निकल फैक्टर्स तय करेंगे चाल, जाने सपोर्ट-रजिस्टेंस के महत्वपूर्ण लेवल

अगले हफ्ते बाजार में तेजी की उम्मीद, 17 अक्टूबर अहम:  महंगाई दर से लेकर टेक्निकल फैक्टर्स तय करेंगे चाल, जाने सपोर्ट-रजिस्टेंस के महत्वपूर्ण लेवल

Last Updated on October 12, 2025 15:00, PM by Khushi Verma

 

मुंबई3 मिनट पहले

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बीते हफ्ते बाजार में आई तेजी के बाद अगर इस हफ्ते निफ्टी को अपने ऑलटाइम के करीब पहुंचना है तो उसे चार अहम लेवल्स पार करने होंगे।

 

25322, 25434, 25566 और 25710। वहीं वेल्थव्यू एनालिटिक्स के डायरेक्टर हर्षुभ शाह के मुताबिक 17 अक्टूबर को बाजार में अच्छा मोमेंटम देखने को मिल सकता है।

इसके अलावा रिटेल और थोक महंगाई के आंकड़े, कंपनियों के दूसरी तिमाही के नतीजे, अमेरिका की ओर से चीन पर लगाए गए 100% टैरिफ, ग्लोबल मार्केट के संकेत, विदेशी निवेशकों की खरीद-बिक्री से लेकर टेक्निकल फैक्टर्स पर निवेशकों की नजर होगी।

चलिए समझते हैं कि इस हफ्ते बाजार में क्या हो सकता है…

सपोर्ट जोन: 25,145 | 25,080 | 25,035 | 25,001 | 24,856 | 24,806 | 24,688

सपोर्ट यानी, वह स्तर जहां शेयर या इंडेक्स को नीचे गिरने से सहारा मिलता है। यहां खरीदारी बढ़ने से कीमत आसानी से नीचे नहीं जाती। इन स्तरों पर खरीदारी का मौका मिल सकता है।

रेजिस्टेंस जोन: 25,322 | 25,434 | 25,566 | 25,710

रेजिस्टेंस यानी, वह स्तर जहां शेयर या इंडेक्स को ऊपर जाने में रुकावट आती है। ऐसा बिकवाली बढ़ने से होता है। अगर निफ्टी रजिस्टेंस जोन को पार करता है, तो नई तेजी आ सकती है।

ट्रेडिंग आउटलुक: क्या करें ट्रेडर्स?

अहम तारीखों पर नजर: रिपोर्ट में 17 अक्टूबर, शुक्रवार को बाजार के लिए अहम तारीख बताई गई है। वेल्थ व्यू की रिपोर्ट के अनुसार इस दिन बाजार में तेज मोमेंटम दिख सकता है।

सपोर्ट-रेजिस्टेंस का ध्यान: बताए गए सपोर्ट लेवल के नीचे शॉर्ट ट्रेड्स पर विचार कर सकते हैं। वहीं, रेजिस्टेंस लेवल पार करने पर लॉन्ग पोजीशन लेने का मौका हो सकता है।

टाइम क्लस्टर का इस्तेमाल: डे ट्रेडर्स इन टाइम क्लस्टर का इस्तेमाल करके बाजार के मूवमेंट को पकड़ सकते हैं। ये समय बाजार में तेजी या गिरावट की शुरुआत का संकेत दे सकते हैं।

सावधानी जरूरी: बाजार में कभी भी उतार-चढ़ाव तेज हो सकता है, इसलिए कोई भी ट्रेड लेने के बाद रिस्क मैनेजमेंट और स्टॉप-लॉस का इस्तेमाल जरूर करें।

मार्केट डायरेक्शन

अगला ट्रेडिंग डे (13 अक्टूबर): मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक सोमवार को मार्केट में हल्की तेजी की संभावना है। निफ्टी 25,250-25,300 के आसपास फ्लैट या थोड़ा पॉजिटिव ओपन हो सकता है और क्लोजिंग 25,350-25,400 के बीच हो सकती है। डाउनसाइड रिस्क कम है।

कारण: DII की खरीदारी FII की बिकवाली को बैलेंस कर रही है। RSI 53 पर है। ये ओवरबॉट या ओवरसोल्ड जोन नहीं है। यानी, अपसाइड के लिए स्पेस है और रिवर्सल का खतरा कम है। इंडिया VIX 10.10 पर है। ये बुल्स को फेवर करता है। तेज गिरावट की बजाय स्टेडी अपट्रेंड आ सकता है।

पूरे हफ्ते (13–17 अक्टूबर): मार्केट एक्सपर्ट पूरे हफ्ते बाजार के बुलिश रहने की संभावना जता रहेै हैं। ये 25,000-25,700 की रेंज में रह सकता है। क्लोजिंग 25,500 के आस पास हो सकती है।

कारण: लो VIX और इंस्टीट्यूशनल बायिंग से बाजार को पुश मिलने की उम्मीद है। अपसाइड पर कंसिस्टेंट वॉल्यूम भी बाजार के इस हफ्ते पॉजिटिव क्लोजिंग की ओर इशारा कर रहे हैं।

अब 5 फैक्टर्स जो बाजार की दिशा तय कर सकते हैं…

1. रिटेल और थोक महंगाई के आंकड़े: सरकार 13 अक्टूबर को सितंबर महीने की रिटेल महंगाई और 14 अक्टूबर को थोक महंगाई (WPI) के आंकड़े जारी करेगी। निवेशकों की नजर इन आंकड़ो पर रहेगी।

अगस्त में रिटेल महंगाई दर जुलाई के 1.61% से थोड़ा बढ़कर 2.07% पर पहुंच गई थी। इसकी वजह खाने-पीने की कुछ वस्तुओं की कीमतों में हल्की बढ़ोतरी थी।

वहीं अगस्त में थोक महंगाई बढ़कर 0.52% पर पहुंच गई थी। खाने-पीने की चीजें महंगी होने से महंगाई बढ़ी थी। इससे पहले जुलाई में ये घटकर माइनस 0.58% पर आ गई थी।

2. दूसरी तिमाही के नतीजे: सितंबर क्वार्टर की कमाई का सीजन शुरू हो गया है। अभी बड़ी कंपनियों में TCS और डीमार्ट के रिजल्ट आ चुके है। इस हफ्ते 200 से ज्यादा कंपनियां रिजल्ट्स रिलीज करने वाली हैं।

इसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज, टेक महिंद्रा, एक्सिस बैंक, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, विप्रो जैसी कंपनियों के नतीजे शामिल है। इसके अलावा शनिवार को HDFC बैक, ICICI बैंक रिजल्ट घोषित करेंगे।

3. FII एक्टिविटी: कई हफ्तों की लगातार बिकवाली के बाद विदेशी निवेशक इस हफ्ते भारतीय मार्केट में नेट खरीदार बने। 6 से 10 अक्टूबर के बीच उन्होंने कैश सेगमेंट में ₹2975 करोड़ की खरीदारी की। वहीं घरेलू निवेशकों ने 8391 करोड़ रुपए की खरीदारी की है।

वहीं इस महीने अभी तक की बात करें तो विदेशी निवेशकों ने 213 करोड़ रुपए की बिकवाली की है। वहीं घरेलू निवेशकों ने 11797 करोड़ रुपए की खरीदारी की है।

4. अमेरिकी बाजार: यूएस मार्केट की चाल अन्य बाजारों को प्रभावित करती है। भारतीय बाजारों पर भी इसका कुछ असर दिख सकता है। चीन पर 100% टैरिफ लगाने के कारण शुक्रवार को अमेरिकी बाजार गिरे थे।

डाउ जोंस शुक्रवार को 878 अंक या 1.90% गिरकर 45,479 पर बंद हुआ।

S&P 500 इंडेक्स 182 अंक या 2.71% की गिरावट के साथ 6,552 पर बंद हुआ।

नैस्डैक कम्पोजिट 820 अंक या 3.56% गिरकर 22,204 पर आ गया।

5. ट्रम्प टैरिफ: चीन से अमेरिका जाने वाले सामान पर एक्स्ट्रा 100% टैरिफ की घोषणा के बाद चीन पर कुल टैरिफ 130% तक पहुंच गया है। चाइनीज सामान पर ये अतिरिक्त 100% टैरिफ 1 नवंबर 2025 से लागू हो जाएगा। इसके अलावा, इनवेस्टर्स अमेरिकी राष्ट्रपति के बयानों पर कड़ी नजर रखेंगे।

बीते हफ्ते डेढ़ परसेंट से ज्यादा चढ़ा बाजार

पिछला हफ्ता घरेलू शेयर बाजार के लिए अच्छा रहा। निफ्टी 1.57% या 391 अंक चढ़कर 25,285 पर बंद हुआ। वहीं सेंसेक्स 1.59% या 1,293 अंक की बढ़त के साथ 82,500 पर सेटल हुआ।

वहीं हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार, 10 अक्टूबर को सेंसेक्स 328 अंक चढ़कर बंद हुआ। निफ्टी में भी 103 अंक की तेजी रही। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 22 में तेजी और 8 में गिरावट रही। PSU बैंक, रियल्टी और फार्मा सेक्टर में सबसे ज्यादा तेजी दिखी।

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