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33% तक चढ़ सकते हैं ये 3 बैकिंग शेयर, ब्रोकरेज ने दी खरीदने की सलाह, जानें टारगेट प्राइस

33% तक चढ़ सकते हैं ये 3 बैकिंग शेयर, ब्रोकरेज ने दी खरीदने की सलाह, जानें टारगेट प्राइस

Last Updated on October 4, 2025 20:10, PM by Pawan

Stocks to Buy: ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म CLSA ने अपनी एक हालिया रिपोर्ट में तीन बैंकिंग शेयरों पर दांव लगाने की सलाह दी है। ब्रोकरेज का मानना है कि निवेशकों को इन शेयरों में मौजूदा स्तर से 21% से लेकर 33% तक का शानदार रिटर्न मिल सकता है। इन तीन शेयरों में भारतीय स्टेट बैंक (SBI), ICICI बैंक और बंधन बैंक (Bandhan Bank) शामिल हैं। CLSA की यह रिपोर्ट गुरुवार 2 अक्टूबर को जारी हुई थी।

1. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI): CLSA ने एसबीआई के शेयर पर अपनी ‘Buy’ की रेटिंग बरकरार रखी है और इसके लिए 1,050 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है। यह इसके शेयरों में 867.05 रुपये के मौजूदा स्तर से करीब 21 फीसदी तेजी की संभावना दिखाता है।

2. आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank): इस शेयर पर भी CLSA ने अपनी ‘Buy’ की रेटिंग बरकरार रखी है और इसके लिए टारगेट प्राइस 1,700 रुपये रखा है। यह इसके शेयरों में 1,365 रुपये के मौजूदा बाजार भाव से करीब 24% तक रिटर्न की संभावना दिखाता है।

3. बंधन बैंक (Bandhan Bank): CLSA को सबसे अधिक तेजी की उम्मीद बंधन बैंक के शेयर से हैं। ब्रोकरेज ने इस शेयर 220 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ ‘Buy’ की रेटिंग दी है। यह इसके शेयरों में 165.90 रुपये के मौजूदा स्तर से करीब 33 फीसदी तक रिटर्न की संभावना दिखाता है।

बैंकिंग सेक्टर पर CLSA का नजरिया

ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि मौजूदा वित्त वर्ष 2026 की सितंबर तिमाही भारतीय बैंकों के लिए थोड़ी सुस्त रह सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक, बैंकों की लोन ग्रोथ इस अवधि में केवल 9 से 10 प्रतिशत तक सीमित रहने का अनुमान है। वहीं, नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) में भी करीब 10 बेसिस प्वाइंट की गिरावट देखने को मिल सकती है।

CLSA ने बताया कि जून 2025 में भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से रेपो रेट में की गई कटौती का असर दूसरी तिमाही में स्पष्ट रूप से दिखाई देगा। हालांकि, सेविंग्स अकाउंट्स और टर्म डिपॉजिट पर ब्याज दरों में की गई कमी इस दबाव को आंशिक रूप से संतुलित कर सकती है।

ब्रोकरेज ने ट्रेजरी गेन, जून तिमाही के दौरान मजबूत रही थे लेकिन बॉन्ड यील्ड बढ़ने से सितंबर तिमाही के दौरान इसमें दबाव आ सकता है। LSA ने यह भी इशारा किया कि अनसिक्योर्ड लोन सेगमेंट में हल्का सुधार देखने को मिल रहा है, लेकिन क्रेडिट कार्ड और कमर्शियल व्हीकल लोन जैसे सेगमेंट्स में दबाव अभी भी बरकरार है।

डिस्क्लेमरः  एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।

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