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साइबर अटैक, महीनेभर से प्रोडक्शन बंद और अब Moody’s का निगेटिव आउटलुक, जेफरीज ने बताया कितना और गिर सकता है Tata Motors | Zee Business

साइबर अटैक, महीनेभर से प्रोडक्शन बंद और अब Moody’s का निगेटिव आउटलुक, जेफरीज ने बताया कितना और गिर सकता है Tata Motors | Zee Business

Last Updated on September 30, 2025 17:12, PM by Pawan

टाटा मोटर्स के निवेशकों के लिए यह हफ्ता अच्छी खबर लेकर नहीं आया है. कंपनी एक साथ कई मोर्चों पर चुनौतियों का सामना कर रही है. एक तरफ जहां उसकी ब्रिटिश लग्जरी कार यूनिट, जगुआर लैंड रोवर (JLR), पिछले एक महीने से एक बड़े साइबर हमले के कारण प्रोडक्शन बंद किए हुए है, वहीं अब ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भी कंपनी को एक और झटका दिया है.

मूडीज ने टाटा मोटर्स के आउटलुक को ‘पॉजिटिव’ से घटाकर ‘निगेटिव’ कर दिया है. इन सबके बीच, ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने भी स्टॉक पर अपनी राय देते हुए बताया है कि इसमें और कितनी गिरावट आ सकती है.

मूडीज ने क्यों घटाया आउटलुक?

मूडीज रेटिंग्स ने टाटा मोटर्स की ‘BA1’ कॉरपोरेट फैमिली रेटिंग (CFR) को तो बरकरार रखा है लेकिन उसके भविष्य के आउटलुक को लेकर चिंता जताई है. मूडीज की एनालिस्ट श्वेता पाटोदिया ने कहा, “आउटलुक को पॉजिटिव से निगेटिव करने का फैसला यह दर्शाता है कि कंपनी की क्रेडिट मेट्रिक्स (वित्तीय स्थिति) को पूरी तरह से पटरी पर लौटने में कई महीने लग सकते हैं.”

एजेंसी के मुताबिक, इस रेटिंग एक्शन का मुख्य कारण JLR पर हुआ साइबर हमला है. इस घटना ने कंपनी के लिए ग्राहक संबंधों से जुड़े जोखिमों को उजागर किया है. मूडीज का मानना है कि इस संकट से उबरने में लंबा वक्त लगेगा, जिसका सीधा असर टाटा मोटर्स की वित्तीय सेहत पर पड़ेगा.

JLR पर साइबर अटैक: एक महीने से प्रोडक्शन ठप

टाटा मोटर्स की मुश्किलें करीब एक महीने पहले शुरू हुईं, जब JLR एक बड़े साइबर हमले का शिकार हो गई. इस हमले ने कंपनी के आईटी सिस्टम और प्रोडक्शन लाइन्स को पूरी तरह से ठप कर दिया. आधुनिक कार मैन्युफैक्चरिंग प्लांट काफी हद तक ऑटोमेटेड और नेटवर्क से जुड़े होते हैं. साइबर अटैकर्स ने इसी नेटवर्क को निशाना बनाया, जिसके चलते प्रोडक्शन से जुड़े सभी ऑपरेशन रुक गए.

इस घटना के बाद से JLR के प्लांट्स में कारों का निर्माण पूरी तरह से बंद है. इसका असर न केवल नई गाड़ियों की सप्लाई पर पड़ा है, बल्कि कंपनी की पूरी सप्लाई चेन भी प्रभावित हुई है. प्रोडक्शन बंद होने के बावजूद कंपनी को अपने सप्लायर्स को भुगतान करने और कर्मचारियों को सैलरी देने जैसे स्थायी खर्च उठाने पड़ रहे हैं, जिससे उस पर वित्तीय बोझ लगातार बढ़ रहा है.

कंपनी पर कितना बड़ा है वित्तीय बोझ?

JLR का प्रोडक्शन रुकना टाटा मोटर्स के लिए एक बड़ा वित्तीय संकट है, क्योंकि JLR कंपनी की कुल कमाई का एक बहुत बड़ा हिस्सा है. 1 अक्टूबर से टाटा मोटर्स के कमर्शियल व्हीकल बिजनेस के अलग (डीमर्जर) होने के बाद, JLR कंपनी की कुल कमाई (EBITDA) में 90% से भी ज्यादा का योगदान देगी.

    • भारी-भरकम साप्ताहिक खर्च: प्रोडक्शन बंद होने के बाद भी JLR को हर हफ्ते लगभग 500 मिलियन पाउंड (करीब 675 मिलियन डॉलर) का कैश खर्च करना पड़ रहा है. यह पैसा सप्लायर्स के बिल और कर्मचारियों की सैलरी पर जा रहा है.

 

    • EBITDA पर बड़ी चोट: मूडीज ने अनुमान लगाया है कि इस संकट के कारण मार्च 2026 में खत्म होने वाले वित्त वर्ष के लिए टाटा मोटर्स का कंसोलिडेटेड EBITDA घटकर सिर्फ 850 मिलियन डॉलर रह सकता है. साइबर हमले से पहले यह अनुमान लगभग 3 बिलियन डॉलर का था.

 

    • निगेटिव कैश फ्लो का खतरा: एजेंसी का यह भी मानना है कि वर्किंग कैपिटल की बढ़ती जरूरतों के कारण इस साल कंपनी का कैश फ्लो निगेटिव हो सकता है.

 

    • इन्वेंट्री से कुछ राहत: हालांकि, JLR के पास अपनी पुरानी इन्वेंट्री में लगभग 25,000 गाड़ियां मौजूद हैं. इन गाड़ियों की बिक्री से कंपनी को समय के लिए कुछ कैश जुटाने में मदद मिल सकती है.

 

जेफरीज का क्या है कहना?

एक और बड़ी ब्रोकरेज फर्म जेफरीज (Jefferies) ने भी टाटा मोटर्स के स्टॉक पर अपनी राय दी है. जेफरीज ने स्टॉक पर ‘अंडरपरफॉर्म’ की रेटिंग बनाए रखी है और इसका टारगेट प्राइस 575 रुपये तय किया है. ‘अंडरपरफॉर्म’ रेटिंग का मतलब है कि ब्रोकरेज को लगता है कि यह स्टॉक बाजार के औसत प्रदर्शन की तुलना में कमजोर प्रदर्शन कर सकता है.

हालांकि, जेफरीज ने कुछ सकारात्मक बातें भी कही हैं:

    • भारत में पैसेंजर व्हीकल (PV) सेगमेंट में बुकिंग्स में मजबूत उछाल देखने को मिल रहा है.

 

    • कंपनी के भारतीय कमर्शियल व्हीकल (CV) बिजनेस की मांग और मार्जिन को लेकर भी नजरिया सकारात्मक है.

 

    • इसका मतलब यह है कि जहां JLR संकट में है, वहीं टाटा मोटर्स का घरेलू कारोबार अभी भी मजबूती दिखा रहा है.

 

आगे क्या होगा?

मूडीज ने साफ किया है कि निगेटिव आउटलुक के चलते अगले 12 से 18 महीनों में टाटा मोटर्स की रेटिंग अपग्रेड होने की संभावना न के बराबर है. आउटलुक को तभी ‘स्टेबल’ किया जा सकता है जब JLR की स्थिति में सुधार हो.

इस बीच, JLR ने एक बयान जारी कर कहा है कि वह आने वाले कुछ दिनों में आंशिक रूप से मैन्युफैक्चरिंग फिर से शुरू करने की कोशिश करेगी. लेकिन प्रोडक्शन को पूरी तरह से सामान्य होने में कितना वक्त लगेगा, यह अभी साफ नहीं है. अगर यह रुकावट लंबी खिंचती है तो टाटा मोटर्स की कमाई और कैश फ्लो पर इसका असर और भी गहरा हो सकता है.

खबरों से जुड़े जरूरी FAQs

Q1. मूडीज ने टाटा मोटर्स का आउटलुक क्यों घटाया है?

A1. मूडीज ने टाटा मोटर्स का आउटलुक ‘पॉजिटिव’ से ‘निगेटिव’ इसलिए किया है क्योंकि उसकी सब्सिडियरी JLR पर हुए साइबर हमले के कारण प्रोडक्शन बंद है, जिससे कंपनी की वित्तीय स्थिति पर गंभीर असर पड़ने की आशंका है.

Q2. JLR का प्रोडक्शन बंद होने से टाटा मोटर्स पर कितना वित्तीय असर पड़ रहा है?

A2. प्रोडक्शन बंद होने के बावजूद JLR को हर हफ्ते करीब 500 मिलियन पाउंड खर्च करने पड़ रहे हैं. मूडीज का अनुमान है कि इससे टाटा मोटर्स का सालाना EBITDA 3 बिलियन डॉलर से घटकर 850 मिलियन डॉलर तक आ सकता है.

Q3. ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने टाटा मोटर्स के शेयर पर क्या कहा है?

A3. जेफरीज ने टाटा मोटर्स के शेयर पर ‘अंडरपरफॉर्म’ की रेटिंग बनाए रखी है और इसका टारगेट प्राइस 575 रुपये तय किया है. इसका मतलब है कि शेयर पर दबाव बना रह सकता है.

Q4. JLR टाटा मोटर्स के लिए इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

A4. JLR टाटा मोटर्स की सबसे बड़ी और सबसे मुनाफे वाली यूनिट है. 1 अक्टूबर को कमर्शियल व्हीकल बिजनेस के अलग होने के बाद, JLR कंपनी की कुल कमाई (EBITDA) में 90% से ज्यादा का योगदान देगी. इसलिए JLR में कोई भी संकट सीधे टाटा मोटर्स को प्रभावित करता है.

Q5. JLR का प्रोडक्शन कब तक फिर से शुरू होगा?

A5. JLR ने कहा है कि वह आने वाले कुछ दिनों में आंशिक रूप से प्रोडक्शन शुरू करेगी. हालांकि, प्लांट को पूरी क्षमता से चलाने और प्रोडक्शन को सामान्य स्तर पर लाने में अभी और वक्त लग सकता है.

 

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