Last Updated on September 28, 2025 11:04, AM by Khushi Verma
Alcobrew Distilleries India IPO: हरियाणा के गुरुग्राम की कंपनी एल्कोब्रू डिस्टिलरीज इंडिया लिमिटेड ने अपने IPO के लिए कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) जमा किया है। IPO में 258.26 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर जारी होंगे। साथ ही ऑफर फॉर सेल (OFS) में प्रमोटर रोमेश पंडिता की ओर से 1.8 करोड़ इक्विटी शेयरों को बिक्री के लिए रखा जाएगा।
कंपनी 2002 में एल्कोब्रू डिस्टिलरीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के रूप में शुरू हुई थी। 2022 में यह एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी बन गई। यह व्हिस्की, वोदका और रम सहित कई तरह के एल्कोहोलिक बेवरेज बनाती और बेचती है। इसके प्रमुख ब्रांड्स में गोल्फर्स शॉट (प्रीमियम व्हिस्की), व्हाइट एंड ब्लू (मिक्स व्हिस्की), व्हाइट हिल्स (रेगुलर व्हिस्की) और वन मोर (वोदका) शामिल हैं।
एल्कोब्रू के प्रमोटर रोमेश पंडिता, वीना पंडिता और रोमेश पंडिता फैमिली ट्रस्ट हैं। मोतीलाल ओसवाल इनवेस्टमेंट एडवाइजर्स इस आईपीओ के लिए बुक-रनिंग लीड मैनेजर है। केफिन टेक्नोलोजिज इस इश्यू के लिए रजिस्ट्रार है।
प्री-IPO प्लेसमेंट में जुटा सकती है 51.65 करोड़
कंपनी अपने IPO के लॉन्च से पहले प्री-IPO प्लेसमेंट के जरिए 51.65 करोड़ रुपये तक का अमाउंट जुटाने पर विचार कर सकती है। अगर यह अमाउंट जुटाया जाता है तो IPO में नए शेयरों की संख्या कम हो जाएगी। IPO में 50 प्रतिशत हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए, 15 प्रतिशत हिस्सा नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए और 35 प्रतिशत हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व है।
एल्कोब्रू डिस्टिलरीज इंडिया अपने IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाले पैसों का इस्तेमाल बिजनेस एक्सपेंशन प्लांस के लिए, वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने के लिए और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए करने की तैयारी में है।
20 से ज्यादा देशों में निर्यात
एल्कोब्रू डिस्टिलरीज इंडिया की 2 मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी हैं, जिनमें से एक हिमाचल प्रदेश के सोलन में और दूसरी पंजाब के डेरा बस्सी में है। एल्कोब्रू 20 से ज्यादा देशों में अपने प्रोडक्ट्स का निर्यात करती है। इनमें युगांडा, केन्या, तंजानिया, मोजाम्बिक, संयुक्त अरब अमीरात, ओमान और नेपाल जैसे देश शामिल हैं। वित्त वर्ष 2025 में कंपनी को ऑपरेशंस से 1615.01 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड रेवेन्यू हासिल हुआ। वित्त वर्ष 2024 में यह 1640.11 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2023 में 1216.87 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2025 में शुद्ध मुनाफा 69.45 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2024 में 62.55 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2023 में 52.30 करोड़ रुपये था।