Last Updated on September 27, 2025 8:49, AM by Pawan
एलीटकॉन इंटरनेशनल के शेयर ने पिछले तीन साल में निवेशकों को असाधारण रिटर्न दिया है। इस दौरान यह शेयर 1.10 रुपये से बढ़कर लगभग 214.55 रुपये तक पहुंच गया है। यह 19,400 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी है। हालांकि, हाल के दिनों में इसमें गिरावट भी देखी गई है। पिछले 24 सत्रों में से 18 में शेयर लोअर सर्किट पर बंद हुआ है। कंपनी ने इसे पूरी तरह से बाजार-प्रेरित बताया है। शुक्रवार को शेयर 4.98 फीसदी गिरकर 214.55 पर बंद हुआ। कंपनी का कुल मार्केट कैप लगभग 34,295 करोड़ रुपये है।
24 ट्रेडिंग सेशन में से 18 में लोअर सर्किट
हाल के समय में एलीटकॉन के शेयर में उतार-चढ़ाव देखा गया है। पिछले 24 ट्रेडिंग सत्रों में से 18 में यह लोअर सर्किट पर बंद हुआ है। शुक्रवार को शेयर 4.98 फीसदी की गिरावट के साथ 214.55 रुपये पर आ गया। इससे पहले गुरुवार को यह 225.80 रुपये पर बंद हुआ था। इस गिरावट के बाद कंपनी का मार्केट कैप लगभग 34,295 करोड़ रुपये रह गया है।
कंपनी ने शेयर की हालिया तेजी को ‘पूरी तरह से बाजार-प्रेरित’ बताया है। 19 सितंबर को बीएसई में दाखिल एक रिपोर्ट में कंपनी के मैनेजमेंट ने कहा, ‘हमें किसी भी ऐसी गोपनीय महत्वपूर्ण जानकारी का पता नहीं है जो इक्विटी वॉल्यूम में इस उछाल की व्याख्या कर सके।’
क्या रहा है कंपनी का इतिहास?
एलीटकॉन के शेयर का P/E अनुपात 1,340.94 है। इसका P/B मल्टीपल 1,532.50 है। RSI 49.2 पर है, जो बताता है कि शेयर बीच की स्थिति में है। वहीं, डेली MFI 95.1 है, जो शेयर के ओवरबॉट होने का संकेत देता है। शेयर का 1-साल का बीटा -0.2 है। इसका मतलब है कि इसमें बहुत कम उतार-चढ़ाव होता है।
एलीटकॉन इंटरनेशनल की शुरुआत 1987 में काशीराम जैन एंड कंपनी लिमिटेड के नाम से हुई थी। बाद में इसका नाम बदलकर एलीटकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड कर दिया गया। शुरुआत में यह कंपनी तंबाकू सेक्टर में काम करती थी। अब एलीटकॉन ने अपना काम औद्योगिक मैन्युफैक्चरिंग में फैला लिया है। कंपनी रिसर्च और डेवलपमेंट (R&D), आधुनिक प्रक्रियाओं और टेक्नोलॉजी अपग्रेड में निवेश कर रही है। कंपनी इनोवेशन, क्रॉस-फंक्शनल क्षमताओं और टिकाऊ प्रथाओं को अपनी वैश्विक विकास योजनाओं का मुख्य आधार मानती है।
