Last Updated on September 26, 2025 12:13, PM by Pawan
Siddhi Cotspin IPO Listing: कॉटन के धागे बनाने वाली सिद्धि कॉटस्पिन के शेयरों की आज NSE SME पर भारी डिस्काउंट के साथ एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 4 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹108.00 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी ₹86.40 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला बल्कि लिस्टिंग पर उनकी 20% पूंजी ही घट गई। आईपीओ निवेशकों को और झटका तब लगा, शेयर और नीचे आए। टूटकर यह ₹82.10 (Siddhi Cotspin Share Price) के लोअर सर्किट पर आ गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 23.98% घाटे में हैं।
Siddhi Cotspin IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
सिद्धि कॉटस्पिन का ₹69.85 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 19-23 सितंबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 4.21 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 17.53 गुना (एक्स-एंकर), नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 5.94 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 1.50 गुना भरा था।
इस आईपीओ के तहत ₹53.4 करोड़ के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा ₹10 की फेस वैल्यू वाले 15.24 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹8.97 करोड़ कर्ज हल्का करने, ₹25.10 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Siddhi Cotspin के बारे में
वर्ष 2015 में बनी सिद्धि कॉटस्पिन कॉटन के धागे बनाकर बेचती है। यह अपने प्रोडक्ट्स की सप्लाई टेक्सटाइल मैन्युफैक्चरर्स, गारमेंट एक्सपोर्टर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स को सप्लाई करती है। इसकी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी गुजरात के अहमदाबाद के ढोली में है और इसकी कुल स्पिनिंग कैपेसिटी 29,736 स्पिंडल्स है। यह सालाना 90 लाख किग्रा से अधिक कॉटन के धागे और 2.70 करोड़ से अधिक वैल्यू-एडेड धागे बनाती है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹6.02 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹12.18 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹13.08 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 90% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹724.66 करोड़ पर पहुंच गई।
इस दौरान कंपनी पर कर्ज लगातार हल्का हुआ है और वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹113.78 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹90.58 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹67.11 करोड़ पर आ गया। इस दौरान रिजर्व और सरप्लस की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में यह ₹49.75 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹46.90 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹59.98 करोड़ पर पहुंच गया।
