Last Updated on September 26, 2025 16:56, PM by Khushi Verma
Stock market : 26 सितंबर को भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स लगातार सातवें कारोबारी सत्र में गिरावट के साथ बंद हुए और निफ्टी 24,700 के नीचे फिसल गया। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 733.22 अंक या 0.90 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80,426.46 पर और निफ्टी 236.15 अंक या 0.95 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,654.70 पर बंद हुआ। आज लगभग 912 शेयरों में तेजी रही, 2828 शेयरों में गिरावट देखने को मिली और 106 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।
इंडसइंड बैंक, सन फार्मा, एमएंडएम, इटरनल और टाटा स्टील निफ्टी के टॉप लूजरों में शामिल रहे, जबकि एलएंडटी, टाटा मोटर्स, आयशर मोटर्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईटीसी में सबसे ज्यादा बढ़त देखने को मिली।
बैंक, कैपिटल गुड्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, मेटल, आईटी, टेलीकॉम, फार्मा, पीएसयू बैंक सहित सभी सेक्टरोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्सों में 2-2 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली।
वीकली बेसिस पर देखें तो बाज़ार में लगभग 6 महीनों में सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट दर्ज की गई है। सेंसेक्स और निफ्टी में लगभग 3 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं, निफ्टी बैंक में 2 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। वीकली बेसिस पर सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए हैं। निफ्टी आईटी में 8 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है।
आगे कैसी रह सकती है बाजार की चाल
सितंबर तिमाही के नतीजों के पहले निवेशक साइडलाइन नजर आ रहे हैं। ट्रस्टलाइन होल्डिंग्स की फाउंडर और सीईओ एन अरुणागिरी का कहना है कि वित्त वर्ष 2027 से पहले अर्निंग्स में किसी खास सुधार की उम्मीद नहीं है। इसके चलते बेंचमार्क इंडेक्स “टाइम करेक्शन” के फेज में बने हुए हैं। ऐसी स्थिति में वैल्यूएशन थम जाते हैं और अर्निंग्स में सुधार का इंतज़ार करते हैं। बाजार इस समय उसी फेज में है।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि ब्रांडेड दवाओं पर टैरिफ के ऐलान ने सेंटीमेंट खरीब कर दिया। इससे वीज़ा नीति में बदलावों को लेकर हाल ही में बनी चिंताएं और बढ़ गईं हैं। ग्लोबल कंपनियों से मिले कमजोर संकेतों ने आईटी शेयरों को और नीचे धकेल दिया। जबकि विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की लगातार निकासी और कमजोर रुपये ने दबाव को और बढ़ा दिया।
तकनीकी नजरिए से देखें तो पिछले दो सत्रों में हैवीवेट शेयरों में लगातार कमजोरी देखने को मिली है। इससे इंडेक्स की गिरावट और तेज हो गई है। निफ्टी अब 200 डीईएमए के पास अपने अहम सपोर्ट स्तर 24,400 के करीब पहुंच गया है। इस बीच, मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयरों में भारी गिरावट ने बाजार सेंटीमेंट को और कमजोर कर दिया है। इन बातों को ध्यान में रखते हुए सतर्क रुख अपनाने की सलाह होगी। फंडमेंटली मजबूत शेयरों पर फोकस करते हुए बहुत आक्रामक दांव लगाने से बचें।
