Uncategorized

JLR पर साइबर अटैक से एक महीने से प्रोडक्शन बंद, हर हफ्ते करोड़ों रुपयों का नुकसान, टाटा मोटर्स का शेयर फिसला | Zee Business

JLR पर साइबर अटैक से एक महीने से प्रोडक्शन बंद, हर हफ्ते करोड़ों रुपयों का नुकसान, टाटा मोटर्स का शेयर फिसला | Zee Business

Last Updated on September 25, 2025 14:40, PM by Khushi Verma

 

टाटा मोटर्स के स्वामित्व वाली ब्रिटिश लग्जरी कार निर्माता कंपनी जगुआर लैंड रोवर (JLR) पर हुआ साइबर हमला अब कंपनी के लिए एक बड़े वित्तीय संकट में बदलता जा रहा है. फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस साइबर हमले के कारण कंपनी को 2 अरब पाउंड (£2 bn) तक का भारी नुकसान हो सकता है. यह रकम कंपनी के वित्त वर्ष 2025 के कुल मुनाफे (£1.8 bn) से भी ज्यादा है.

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि JLR के पास इस तरह के साइबर हमले से निपटने के लिए कोई विशेष साइबर इंश्योरेंस पॉलिसी नहीं थी, जिसका मतलब है कि नुकसान का पूरा बोझ कंपनी को खुद उठाना पड़ेगा.

साइबर हमले की टाइमलाइन और उसका असर

ये संकट 31 अगस्त, 2025 को शुरू हुआ जब हैकर्स ने JLR के आईटी सिस्टम पर हमला कर दिया. इस हमले के बाद कंपनी को 1 सितंबर को अपने यूके के कारखानों में उत्पादन बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा. शुरुआत में यह उम्मीद थी कि उत्पादन 24 सितंबर तक फिर से शुरू हो जाएगा, लेकिन अब कंपनी ने इस बंदी को 1 अक्टूबर तक बढ़ा दिया है.

Add Zee Business as a Preferred Source

इस हमले का असर सिर्फ यूके तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि चीन, स्लोवाकिया, ब्राजील और भारत में स्थित फैसिलिटी में भी उत्पादन ठप हो गया. माना जा रहा है कि यह एक रैंसमवेयर हमला है.

इंश्योरेंस की बड़ी चूक: कैसे हुआ इतना बड़ा नुकसान?

फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में तीन सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि हमले के वक्त JLR अपने इंश्योरेंस ब्रोकर ‘लॉकटन’ के साथ साइबर इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने के लिए बातचीत कर रही थी, लेकिन पॉलिसी फाइनल होने से पहले ही यह हमला हो गया. हालांकि, लॉकटन से जुड़े एक सूत्र ने इस दावे का खंडन करते हुए कहा कि टाटा मोटर्स के स्वामित्व वाली कंपनी ने साइबर-विशिष्ट कवर लेने से इनकार कर दिया था. JLR और लॉकटन दोनों ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.

साइबर इंश्योरेंस पॉलिसी न होने का मतलब है कि JLR को हमले से हुए अरबों पाउंड के राजस्व नुकसान, सिस्टम को ठीक करने की लागत और सप्लाई चेन में हुए व्यवधान से संबंधित सभी खर्च खुद ही वहन करने होंगे.

वित्तीय प्रभाव: हर हफ्ते करोड़ों का नुकसान

इस साइबर हमले का वित्तीय प्रभाव बहुत बड़ा है.

    • मुनाफे से ज्यादा का नुकसान: अगर JLR नवंबर तक उत्पादन शुरू नहीं कर पाती है तो बर्मिंघम यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डेविड बेली का अनुमान है कि कंपनी को £3.5 बिलियन से अधिक का राजस्व घाटा और लगभग £1.3 बिलियन का सकल लाभ का नुकसान हो सकता है. £2 बिलियन का संभावित नुकसान कंपनी के FY25 के £1.8 बिलियन के मुनाफे को पूरी तरह से खत्म कर सकता है.

 

    • साप्ताहिक घाटा: फाइनेंशियल टाइम्स का अनुमान है कि कंपनी को हर हफ्ते 50 मिलियन पाउंड (£5 Cr) से 68 मिलियन पाउंड का नुकसान हो रहा है.

 

    • कर्मचारियों पर असर: जब तक यह समस्या हल नहीं हो जाती, तब तक कंपनी ने अपने लगभग 33,000 कर्मचारियों को घर पर रहने के लिए कहा है.

 

सप्लाई चेन पर गहराया संकट, सरकार से मदद की गुहार

JLR के उत्पादन बंद होने का असर सिर्फ कंपनी तक ही सीमित नहीं है. इसका असर JLR की विशाल सप्लाई चेन पर भी पड़ रहा है, जिसमें लगभग 200,000 कर्मचारी काम करते हैं. सप्लायर्स को पेमेंट करने में मुश्किल हो रही है, जिसके बाद यूके सरकार के अधिकारियों और सप्लायर्स के बीच आपातकालीन बैठकें हुई हैं.

हालांकि मंत्री अब तक वित्तीय सहायता देने में अनिच्छुक रहे हैं, लेकिन व्यापार सचिव पीटर काइल एक असामान्य योजना पर विचार कर रहे हैं. इस योजना के तहत, सरकार संघर्ष कर रहे सप्लायर्स से कार के पार्ट्स खरीद सकती है, जिन्हें बाद में उत्पादन शुरू होने पर JLR को बेच दिया जाएगा.

Tata Motors के शेयर पर क्या पड़ा असर?

इस मामले का टाटा मोटर्स के शेयर पर असर पड़ा है. टाटा मोटर्स का शेयर इंट्राडे में 2.45 फीसदी तक टूट गया है. JLR को लेकर हुए साइबर अटैक का असर भारतीय बाजार में लिस्ट टाटा मोटर्स के स्टॉक में देखने को मिल रहा है. वहीं महीनेभर में इस स्टॉक में करीब 3 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है.

FAQs: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

Q. JLR पर साइबर हमला कब हुआ?

A. JLR पर साइबर हमला 31 अगस्त, 2025 को हुआ, जिसके बाद 1 सितंबर से उत्पादन बंद है.

Q. JLR को कितना वित्तीय नुकसान होने का अनुमान है?

A. फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी को 2 बिलियन यूरो तक का नुकसान हो सकता है, जो उसके FY25 के मुनाफे (£1.8 bn) से भी अधिक है.

Q. क्या JLR के पास साइबर हमले के लिए बीमा था?

A. नहीं, JLR के पास इस साइबर हमले को कवर करने के लिए कोई विशेष साइबर इंश्योरेंस पॉलिसी नहीं थी.

Q. इस हमले का JLR के उत्पादन पर क्या असर पड़ा?

A. हमले के कारण JLR को यूके समेत चीन, स्लोवाकिया, ब्राजील और भारत में अपना उत्पादन 1 अक्टूबर तक बंद करना पड़ा है.

Q. इस साइबर हमले के पीछे किसका हाथ माना जा रहा है?

A. “स्कैटर्ड लैप्सस$ हंटर्स” (Scattered Lapsus$ Hunters) नामक एक हैकर समूह ने टेलीग्राम पर इस हमले की जिम्मेदारी ली ह

Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

To Top