Last Updated on September 24, 2025 11:56, AM by Pawan
PhonePe IPO: अमेरिकी रिटेल चेन वॉलमार्ट के मालिकाना हक वाली फोनपे ने अपने IPO के लिए कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास ड्राफ्ट जमा किया है। कंपनी ने कॉन्फिडेंशियल प्री-फाइलिंग रूट का सहारा लिया है। मेगा IPO में लगभग 12,000 करोड़ रुपये (1.35 अरब डॉलर) का ऑफर फॉर सेल (OFS) रहेगा। नए शेयर जारी नहीं होंगे। यह बात मनीकंट्रोल को सूत्रों से पता चली है। फोनपे, डिजिटल पेमेंट्स और फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी है।
कॉन्फिडेंशियल रूट कंपनियों को लिस्टिंग पर अंतिम फैसले पर पहुंचने तक गोपनीयता की सुविधा देता है। अगर जरूरी हो तो वे बाद में बाजार की स्थितियों के आधार पर महत्वपूर्ण जानकारी का खुलासा किए बिना ड्राफ्ट को वापस भी ले सकती हैं।
कॉन्फिडेंशियल प्री-फाइलिंग कंपनियों को सेंसिटिव बिजनेस डिटेल्स या फाइनेंशियल मेट्रिक्स और रिस्क्स को गोपनीय रखने की इजाजत देती है, खासकर कॉम्पिटीटर्स से। दूसरी ओर स्टैंडर्ड DRHP (ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस) फाइलिंग के बाद एक पब्लिक डॉक्युमेंट बन जाता है।
OFS में कौन बेचेगा शेयर
सूत्रों का कहना है कि फोनपे IPO में OFS के तहत वॉलमार्ट, टाइगर ग्लोबल और माइक्रोसॉफ्ट शेयरों को बिक्री के लिए रखने की तैयारी में हैं। हो सकता है कि तीनों शेयरहोल्डर मिलकर लगभग 10 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच दें। फोनपे में वॉलमार्ट के बाद मेजॉरिटी स्टेक है। टाइगर ग्लोबल और माइक्रोसॉफ्ट के अलावा इसमें जनरल अटलांटिक, रिबिट कैपिटल, टीवीएस कैपिटल, टेनसेंट और कतर इनवेस्टमेंट अथॉरिटी जैसों का भी पैसा लगा हुआ है।
