Last Updated on September 23, 2025 15:16, PM by Pawan
Nvidia-OpenAI Deal: ग्लोबल टेक्नोलॉजी की दुनिया में सोमवार का दिन ऐतिहासिक साबित हुआ. Nvidia और OpenAI ने मिलकर एक लैंडमार्क स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप का ऐलान किया. इस समझौते के तहत Nvidia अगले कुछ सालों में OpenAI के साथ मिलकर कम से कम 10 गीगावॉट कंप्यूटिंग पावर वाले AI डाटा सेंटर्स तैयार करेगी. इसके लिए कंपनी 100 बिलियन डॉलर तक का निवेश करेगी.
यह निवेश न सिर्फ Nvidia और OpenAI के लिए, बल्कि पूरे सेमीकंडक्टर सेक्टर और ग्लोबल आईटी इंडस्ट्री के लिए बेहद अहम माना जा रहा है.
क्या है यह डील?
OpenAI ने घोषणा की कि Nvidia उसके अगले जनरेशन के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल्स को ट्रेन और रन कराने के लिए ज़रूरी AI इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराएगा. इसके लिए Nvidia के नए Vera Rubin प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल होगा. इस पार्टनरशिप में Nvidia अपने डेटा सेंटर चिप्स और हाई-एंड हार्डवेयर तैनात करेगा. पहला डाटा सेंटर 2026 की दूसरी छमाही तक ऑनलाइन आने की उम्मीद है. OpenAI ने साफ कहा है कि Nvidia इस एक्सपेंशन में उसका पसंदीदा पार्टनर रहेगा.
सेमीकंडक्टर शेयरों में आई तेजी
इस बड़े ऐलान के बाद मंगलवार को Nvidia और उसके सप्लायर्स के शेयरों में जबरदस्त हलचल देखने को मिली. Nvidia के शेयर सोमवार को 4% तक बढ़ गए. Nvidia के चिप सप्लायर TSMC (Taiwan Semiconductor Manufacturing Company) के शेयर मंगलवार को 3.5% चढ़कर NTD 1,340 पर पहुंचे, जो इसका अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है. Foxconn (Hon Hai Precision Industry) के शेयर भी 2.5% बढ़कर NTD 222 पर पहुंचे, जो एक साल से ज्यादा का हाई है. ये साफ दिखाई दे रहा है कि इस डील से Nvidia ही नहीं, बल्कि उसके हार्डवेयर और चिप निर्माण पार्टनर्स को भी सीधा फायदा मिलेगा.
क्यों इतनी अहम है Nvidia-OpenAI की डील?
सुपरकम्प्यूटिंग पावर का निर्माण: इस डील के तहत बनने वाले डाटा सेंटर्स में 10 गीगावॉट से ज्यादा की कंप्यूटिंग क्षमता होगी. इतनी पावर के जरिए OpenAI अपने नेक्स्ट जेनरेशन AI मॉडल्स को और तेजी से ट्रेन कर सकेगा.
AI की अगली क्रांति की तैयारी: OpenAI के पास फिलहाल 700 मिलियन साप्ताहिक एक्टिव यूजर्स हैं. इतनी बड़ी यूजर बेस को और एडवांस्ड AI टूल्स देने के लिए जबरदस्त कंप्यूटिंग पावर की जरूरत होगी. Nvidia की यह इन्वेस्टमेंट OpenAI को सुपरइंटेलिजेंस की दिशा में आगे ले जाने में मदद करेगी.
सेमीकंडक्टर सेक्टर की डिमांड बढ़ेगी: Nvidia के इस कदम से चिप मैन्युफैक्चरिंग और हार्डवेयर असेंबली की मांग और बढ़ेगी. खासकर TSMC जैसे फाउंड्री प्लेयर्स और Foxconn जैसे हार्डवेयर निर्माताओं को इसका सीधा लाभ मिलेगा.
आईटी इंडस्ट्री को कैसे होगा फायदा?
यह डील सिर्फ Nvidia और OpenAI तक सीमित नहीं है. इसका असर पूरी ग्लोबल आईटी इंडस्ट्री और भारत जैसे देशों पर भी होगा.
बेहतर AI टूल्स: आने वाले समय में OpenAI और Nvidia के सहयोग से बने सुपरकंप्यूटर से कंपनियों और स्टार्टअप्स को और एडवांस्ड AI टूल्स मिलेंगे.
भारत का AI मार्केट: NASSCOM की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत का AI मार्केट 2027 तक $17 बिलियन तक पहुंच सकता है.
ग्रोथ का नया इंजन: भारतीय आईटी कंपनियां पहले से ही AI-driven सेवाओं से 15-20% की ग्रोथ देख रही हैं. यह डील उस ग्रोथ को और तेज करेगी.
रोजगार के अवसर: AI डेवलपमेंट से AI इंजीनियर्स और डेटा साइंटिस्ट्स की मांग तेजी से बढ़ेगी. इसका फायदा भारतीय टैलेंट को मिल सकता है.
निवेशकों के लिए क्या हैं संकेत?
ग्लोबल स्तर पर यह डील सेमीकंडक्टर और टेक सेक्टर के लिए पॉजिटिव है. Nvidia, TSMC और Foxconn जैसी कंपनियों के लिए डिमांड बढ़ने की संभावना है. भारत में लिस्टेड IT कंपनियों और AI-केंद्रित स्टार्टअप्स को भी लंबे समय में इसका फायदा मिलेगा.
Nvidia और OpenAI की यह ऐतिहासिक डील सिर्फ दो कंपनियों तक सीमित नहीं है. यह पूरी इंडस्ट्री के लिए एक नई टेक्नोलॉजी लहर लेकर आएगी. सेमीकंडक्टर से लेकर आईटी सर्विसेज और स्टार्टअप इकोसिस्टम तक, हर स्तर पर इसका असर दिखेगा. भारत जैसे देशों में जहां AI का मार्केट तेजी से बढ़ रहा है, वहां यह डील आने वाले वर्षों में बड़े अवसर खोल सकती है. यही कारण है कि एक्सपर्ट्स इसे टेक सेक्टर का टर्निंग पॉइंट मान रहे हैं.
