Last Updated on September 23, 2025 21:38, PM by Pawan
देश की टॉप 3 ऑटोमोबाइल कंपनी मारुति, हुंडई और टाटा मोटर्स ने नवरात्रि के पहले दिन रिकॉर्ड 51 हजार से ज्यादा कारें बेचीं। GST की नई दरें 22 सितंबर से लागू होने की वजह कार की कीमतें 4 साल पहले के बराबर पहुंच गई हैं। इसके अलावा कंपनियां 10% से ज्यादा फेस्टिव डिस्काउंट भी दे रही हैं। कारें सस्ती होने के बाद कंपनियों ने रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की है।

मारुति ने सेल्स का 30 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा
मारुति ने 22 सितंबर को करीब 30,000 कारें बेचीं और 80,000 लोगों ने गाड़ियों की डिटेल्स पूछीं। कंपनी के अधिकारी ने बताया कि ये पिछले 30 सालों का सबसे शानदार रिस्पॉन्स है। छोटी कारों के दाम 10-15% सस्ते हो गए, जिससे मिडिल क्लास फैमिली वाले शोरूम में पहुंच गए।
हुंडई का 5 साल का सेल्स रिकॉर्ड टूटा
हुंडई ने नवरात्रि के पहले दिन करीब 11,000 गाड़ियां बेचीं, जो पिछले 5 साल का उसका सबसे अच्छा एक दिन का रिकॉर्ड है। कंपनी के अनुसार, ग्रैंड i10 नियोस और क्रेटा की सबसे ज्यादा मांग रही। एक डीलर ने बताया कि टैक्स कम होने से सुबह से ही शोरूम में भीड़ लग गई थी।
टाटा ने पहली बार एक दिन में 10,000 कारें डिलीवर कीं
टाटा ने पहली एक दिन में 10,000 से ज्यादा कारें डिलीवर कीं। नेक्सॉन और पंच जैसे SUV मॉडल्स की सबसे ज्यादा डिमांड रही। टाटा के एक प्रवक्ता ने कहा कि ये शुरुआत है और आने वाले दिनों में बिक्री और बढ़ेगी।

टैक्स छूट के अलावा पिछले साल से 10% ज्यादा डिस्काउंट मार्केट इंटेलिजेंस जैटो डायनेमिक्स के विश्लेषण के मुताबिक बीते माह अगस्त में गाड़ियों पर औसत इंसेंटिव 9.3% बढ़कर 45,391 रुपए रहा। यह बीते साल अगस्त में 41,514 रुपए था। यानी इस साल कार कंपनियां पिछले साल की तुलना में 10% ज्यादा छूट दे रही हैं।
हैच बैक गाड़ियों पर इंसेंटिव में 102% की बढ़ोतरी देखी गई। यह बताता है कि हैचबैक सेगमेंट में कड़ा मुकाबला है, जिसकी वजह से निर्माता ज्यादा छूट दे रहे हैं। इसके विपरीत सेडान, एसयूवी और एमपीवी पर मिलने वाले औसत इंसेंटिव में कमी आई है। सेडान के इंसेंटिव में 41.7% कमी आई।

कार सस्ती होने की 4 बड़ी वजह
- नवरात्रि से फेस्टिव सीजन की शुरुआत होती है और इन 9 दिन में कार खरीदना शुभ माना जाता है।
- इस साल जनवरी से जून में 22 लाख वाहन बिके। बिक्री 1.4% बढ़ी। कंपनियों पर सेल्स बढ़ाने का दबाव है।
- अगस्त में कंपनियों के पास 56 दिन का स्टॉक था, जबकि इंडस्ट्री के लिए 21 दिन का स्टॉक सही माना जाता है।
- पेट्रोल गाड़ियों पर इंसेंटिव 14% बढ़ाकर 44,733 रुपए, डीजल पर 32.5% घटाकर 45,887 रुपए किया गया है।



