Last Updated on September 11, 2025 21:43, PM by Pawan
LIC share price slips: एलआईसी के शेयर में पिछले एक साल में बड़ी गिरावट आई है। इसके चलते इसके 22 करोड़ से ज्यादा शेयरधारकों को बड़ा नुकसान हुआ है।
कैसा रहा शेयर का प्रदर्शन?
सितंबर 2024 में एनएसई पर 1,048.90 रुपये के 52-सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुंचने के बाद से स्टॉक संघर्ष कर रहा है। यह फिलहाल शिखर से 20% नीचे है। इस साल मार्च में, एलआईसी के शेयर 715.30 रुपये के 52-सप्ताह के निचले स्तर पर आ गए थे। अब कुछ नुकसान की भरपाई हुई है। यह शेयर 865 रुपये के 200-दिन के सिंपल मूविंग एवरेज (SMA) से ऊपर कारोबार कर रहा है। लेकिन कीमतें 904 रुपये के आसपास के 50-दिन के SMA से नीचे हैं।
जीएसटी कटौती से भी नहीं आई तेजी
एफएमसीजी और ऑटो जैसे सेक्टर ने सरकार के दो-स्लैब गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) सुधारों का स्वागत किया है। लेकिन बीमा सेक्टर और एलआईसी स्टॉक में उत्साह नहीं दिख रहा है। एलआईसी के शेयर की कीमतें एक हफ्ते में मुश्किल से 1% बढ़ी हैं।
कैसा रहा पोर्टफोलियो प्रदर्शन?
सिर्फ एलआईसी के शेयर ही नहीं, बल्कि एलआईसी ने जिन कंपनियों में पैसा लगाया है, उनमें से भी ज्यादातर का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। ETMarkets द्वारा Ace Equity डेटा विश्लेषण से पता चलता है कि एलआईसी के पोर्टफोलियो में 70% या 186 स्टॉक एक साल में लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं। ये 74% तक गिर गए हैं। विश्लेषण 266 स्टॉक के पूल से संबंधित है जिन्होंने लिस्टिंग का कम से कम एक साल पूरा कर लिया है।
लगभग 150 स्टॉक डबल डिजिट में गिर गए हैं। VL E-Governance & IT Solutions, Flexituff Ventures International, Easy Trip Planners, Jaiprakash Associates, Vakrangee, Siemens और Jai Corp 50% या उससे ज्यादा गिर गए हैं। 13 स्टॉक 40% से ऊपर लेकिन 50% से कम गिर गए हैं। कुछ बड़े नामों में पंजाब एंड सिंध बैंक, अडानी ग्रीन एनर्जी और इंडसइंड बैंक शामिल हैं।
