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सितंबर में भी जारी रही FPI की बिकवाली! पहले हफ्ते में ₹12,257 करोड़ निकाले, पैसा निकालने की ये है वजहें | Zee Business

सितंबर में भी जारी रही FPI की बिकवाली! पहले हफ्ते में ₹12,257 करोड़ निकाले, पैसा निकालने की ये है वजहें | Zee Business

Last Updated on September 7, 2025 17:33, PM by Khushi Verma

 

Stock Market: फॉरेन पोर्टफोलिया इन्वेस्टर्स (FPI) ने सितंबर के पहले हफ्ते में भारतीय शेयर बाजारों से 12,257 करोड़ रुपये (1.4 अरब अमेरिकी डॉलर) निकाले हैं. इससे पहले एफपीआई ने अगस्त में शेयरों से 34,990 करोड़ रुपये और जुलाई में 17,700 करोड़ रुपये निकाले थे. इसके साथ ही, 2025 में अबतक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक शेयरों से कुल 1.43 लाख करोड़ रुपये की निकासी कर चुके हैं.

निकासी की वजह

डॉलर की मजबूती- डॉलर मजबूत होने से विदेशी निवेशक पैसा भारत से निकाल रहे हैं.

अमेरिकी टैरिफ और भू-राजनीतिक तनाव- ग्लोबल अनिश्चितता से निवेशक सावधान हैं.

हाई वैल्यूएशन- भारतीय शेयर महंगे होने के कारण निवेशक मुनाफा वसूली कर रहे हैं और चीन, हांगकांग, दक्षिण कोरिया जैसे सस्ते बाजारों में पैसा लगा रहे हैं.

बाजार विशेषज्ञों का मानना ​​है कि वैश्विक और घरेलू कारकों के संयोजन ने हालिया निकासी को बढ़ावा दिया है.

आगे क्या होगा?

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एंजल वन के वरिष्ठ बुनियादी विश्लेषक वकारजावेद खान ने कहा कि आने वाले हफ्ते में, एफपीआई फ्लो अमेरिकी फेडरल रिजर्व की टिप्पणी, अमेरिकी श्रम बाजार के आंकड़ों, आरबीआई द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों और रुपये की स्थिरता पर उसके रुख पर निर्भर करेगा.

उम्मीद क्यों बनी हुई है?

मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट के एसोसिएट डायरेक्टर-मैनेजनेंट रिसर्च हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, हालांकि, निकट भविष्य में अस्थिरता बनी रह सकती है, लेकिन भारत की ग्रोथ गाथा, जीएसटी को सुसंगत बनाने जैसे नीतिगत सुधारों और कंपनियों की आय में सुधार की उम्मीदें वैश्विक अनिश्चितताओं के कम होने पर एफपीआई वापस भारतीय बाजार की ओर आकर्षित हो सकते हैं.

सस्ते बाजारों में पैसा लगा रहे विदेशी निवेशक

जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि लगातार बड़े पैमाने पर घरेलू संस्थागत निवेशकों की खरीदारी से एफपीआई हाई वैल्यूएशन पर पैसा भुनाने और चीन, हांगकांग और दक्षिण कोरिया जैसे सस्ते बाजारों में पैसा लगाने में सक्षम हो रहे हैं.

बॉन्ड मार्केट में हलचल

आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने समीक्षाधीन अवधि के दौरान डेट या बॉन्ड से सामान्य सीमा के तहत 1,978 करोड़ रुपये का निवेश किया है और स्वैच्छिक प्रतिधारण मार्ग से 993 करोड़ रुपये निकाले हैं.

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q1. सितंबर में FPI ने भारतीय बाजार से कितना पैसा निकाला?

सितंबर के पहले हफ्ते में FPIs ने ₹12,257 करोड़ निकाले हैं.

Q2. 2025 में अब तक कुल निकासी कितनी हुई है?

इस साल अब तक FPIs ने शेयरों से लगभग ₹1.43 लाख करोड़ निकाले हैं.

Q3. विदेशी निवेशक पैसा क्यों निकाल रहे हैं?

डॉलर की मजबूती, अमेरिकी शुल्क और भू-राजनीतिक तनाव और हाई वैल्यूएशन वजह है.

Q4. आगे FPI का मूड किन बातों पर निर्भर करेगा?

अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियां, अमेरिकी जॉब मार्केट के आंकड़े, RBI की ब्याज दरों पर फैसले और रुपये की स्थिता पर.

Q5. क्या भविष्य में FPIs भारत में वापस आएंगे?

हां, संभावना है.

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