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तेजी का खेल शुरू! JP Morgan का बड़ा दांव, निफ्टी पकड़ेगा 30,000 की रफ्तार! | Zee Business

तेजी का खेल शुरू! JP Morgan का बड़ा दांव, निफ्टी पकड़ेगा 30,000 की रफ्तार! | Zee Business

Last Updated on September 5, 2025 14:47, PM by Khushi Verma

 

JP Morgan Market Outlook: भारतीय शेयर बाजारों में सुस्ती का दौर है, लेकिन ग्लोबल ब्रोकरेज हाउस JP मॉर्गन भारतीय शेयर बाजार पर बुलिश है. अपनी ताजा रिपोर्ट में फर्म का मानना है कि अगले 6 से 9 महीनों में बाजार में बड़ी तेजी देखने को मिलेगी. उनके अनुसार निफ्टी का बेस केस लक्ष्य 26,500 और बुल केस लक्ष्य 30,000 का लेवल है.

कहां से मिलेगा सपोर्ट?

JP मॉर्गन का मानना है कि आने वाले समय में पॉलिसी सपोर्ट से बाजार को मजबूती मिलेगी. सरकार और आरबीआई की तरफ से टैक्स कटौती, रेपो रेट में 100 बेसिस पॉइंट तक कटौती, CRR में 150 बेसिस पॉइंट की कटौती और सबसे अहम, 8 साल में सबसे बड़ा GST सुधार, बाजार को ऊंचाई पर ले जाने वाले अहम ट्रिगर साबित होंगे.

किन वजहों से दबाव में है बाजार?

पिछले एक साल में कई कारणों से बाजार पर दबाव रहा है. इसमें कंपनियों के कमजोर नतीजे, खपत की धीमी रफ्तार, ऊंचे वैल्युएशंस, टैरिफ का असर और रुपये की कमजोरी जैसी चुनौतियां शामिल हैं.

GST कटौती से किन सेक्टर्स को फायदा?

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JP मॉर्गन के अनुसार हालिया GST कटौती का सीधा फायदा कई अहम सेक्टर्स को मिलेगा. कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, कपड़े, जूते और ऑटो सेक्टर को राहत मिलेगी. इंश्योरेंस और हेल्थकेयर सेक्टर को भी सीधा फायदा होगा. सीमेंट सेक्टर में टैक्स दरों की कटौती से लागत घटेगी और मार्जिन बेहतर होंगे. कंज्यूमर डिमांड में सुधार से NBFCs और बैंकों को भी फायदा होगा. त्योहार और शादी के सीजन में मांग बढ़ने की संभावना और मजबूत हो गई है.

सेक्टर-वाइज क्या है नजरिया?

JP मॉर्गन ने सेक्टरों पर अपना आउटलुक भी साफ किया है.

ओवरवेट सेक्टर्स: कंज्यूमर डिस्क्रेशनरी, FMCG (स्टेपल्स), फाइनेंशियल्स, मटीरियल्स, हॉस्पिटल्स, रियल एस्टेट, डिफेंस और पावर.

अंडरवेट सेक्टर्स: IT और फार्मा.

ऑटो और सीमेंट पर पॉजिटिव व्यू

ऑटो सेक्टर: GST कटौती से पैसेंजर व्हीकल्स और टू-व्हीलर्स की डिमांड बढ़ सकती है. साथ ही, RBI अगर ऑटो लोन पर रिस्क वेट घटाता है, तो सेक्टर की ग्रोथ और मजबूत होगी. इसी वजह से JP मॉर्गन ने इस सेक्टर को अंडरवेट से न्यूट्रल किया है.

सीमेंट सेक्टर: GST दर 28% से घटाकर 18% की गई है. वहीं कोयले पर टैक्स स्ट्रक्चर में बदलाव से 30-40 रुपये प्रति टन की बचत होगी. यही कारण है कि मटीरियल सेक्टर पर ब्रोकरेज ने ओवरवेट रेटिंग दी है.

हेल्थकेयर और इंश्योरेंस को बड़ी राहत

हेल्थकेयर सेक्टर: दवाइयों और मेडिकल डिवाइसेस पर GST घटाकर 12% से 5% किया गया है, जबकि 36 जरूरी दवाओं को पूरी तरह टैक्स फ्री कर दिया गया है. इससे अस्पताल, डायग्नॉस्टिक और आई/डेंटल चेन कंपनियों को बड़ा फायदा होगा.

इंश्योरेंस सेक्टर: हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम अब GST मुक्त हो गए हैं, जिससे इस सेक्टर में डिमांड और निवेश दोनों बढ़ने की संभावना है.

JP मॉर्गन का मानना है कि पॉलिसी सपोर्ट और GST सुधार के चलते आने वाले महीनों में बाजार में तेजी जारी रहेगी. निफ्टी के लिए 26,500 का बेस केस और 30,000 का बुल केस टारगेट इस बुलिश आउटलुक की पुष्टि करता है. हालांकि, कमजोर नतीजे, ऊंचे वैल्युएशंस और रुपये की कमजोरी जैसी चुनौतियां बनी रहेंगी.

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