Last Updated on September 3, 2025 9:38, AM by Pawan
अगर आप भी अक्सर घर बैठे Zomato से खाना ऑर्डर करते हैं, तो यह खबर आपके लिए है. त्योहारी सीजन शुरू होने से ठीक पहले, लोकप्रिय फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म Zomato ने अपनी ‘प्लेटफॉर्म फीस’ में बढ़ोतरी कर दी है. कंपनी ने इसे ₹10 से बढ़ाकर ₹12 कर दिया है, जिसका सीधा असर आपके बिल पर पड़ेगा.
यह फैसला ऐसे समय में आया है जब पूरे देश में फेस्टिव सीजन की धूम है और फूड डिलीवरी की मांग अपने चरम पर होती है. कंपनी का मानना है कि यह बढ़ोतरी बढ़ती हुई लागतों और ग्राहकों को बेहतर सुविधा देने के लिए जरूरी है.
Swiggy भी बढ़ा चुका है फीस
यह सिर्फ Zomato का अकेला कदम नहीं है. हाल ही में, उसके सबसे बड़े प्रतिद्वंदी Swiggy ने भी अपनी प्लेटफॉर्म फ़ीस में ₹2 की बढ़ोतरी की थी. Swiggy ने कुछ चुनिंदा पिन कोड्स में यह चार्ज ₹12 से बढ़ाकर ₹14 कर दिया था. सूत्रों के अनुसार, यह बढ़ोतरी तब तक लागू रहेगी जब तक त्योहारी सीजन की मांग स्थिर नहीं हो जाती.
क्या है प्लेटफार्म फीस?
प्लेटफार्म फीस एक तरह का छोटा सा शुल्क होता है जो डिलीवरी कंपनी ग्राहक से हर ऑर्डर पर लेती है. यह चार्ज सीधे तौर पर ऑर्डर की वैल्यू या डिलीवरी चार्ज से अलग होता है. इस फीस को कंपनी अपनी ऑपरेटिंग लागतों, टेक्नोलॉजी के रखरखाव और डिलीवरी पार्टनर को बेहतर सुविधा देने के लिए इस्तेमाल करती है.
त्योहारी सीजन में क्यों बढ़ी फीस?
त्योहारी सीजन में Zomato और Swiggy जैसे फूड डिलीवरी ऐप्स पर ऑर्डर्स की संख्या कई गुना बढ़ जाती है. इसी दौरान, प्लेटफॉर्म की टेक्नोलॉजी और लॉजिस्टिक्स पर दबाव बढ़ जाता है. यह माना जा रहा है कि यह फीस बढ़ोतरी इसी बढ़ी हुई मांग को संभालने और अपनी सेवाओं को सुचारु रूप से चलाने के लिए की गई है.
ग्राहकों पर क्या होगा असर?
Zomato की तरफ से प्लेटफॉर्म फीस में यह बढ़ोतरी ग्राहकों की जेब पर अतिरिक्त बोझ डालेगी. भले ही यह एक छोटा अमाउंट लग रहा हो, लेकिन बार-बार ऑर्डर करने वाले ग्राहकों के लिए यह सालाना खर्च में बड़ी बढ़ोतरी कर सकता है. इस Zomato platform fee hike का असर उन लोगों पर ज्यादा होगा जो कम वैल्यू के ऑर्डर करते हैं.
क्या यह एक नई सामान्य बात है?
फूड डिलीवरी ऐप्स के बीच इस तरह की फीस वृद्धि अब एक नई सामान्य बात बनती जा रही है. Swiggy platform fee में बढ़ोतरी के बाद Zomato का यह कदम यह संकेत देता है कि आने वाले समय में दोनों कंपनियों की रणनीति अपने राजस्व को बढ़ाने पर केंद्रित होगी.
यह देखना दिलचस्प होगा कि Zomato platform fee hike के बाद ग्राहक व्यवहार में क्या बदलाव आता है. क्या ग्राहक कम ऑर्डर करेंगे, या वे इस अतिरिक्त शुल्क को स्वीकार कर लेंगे? यह आने वाले समय में पता चलेगा.
