Last Updated on August 26, 2025 18:03, PM by Khushi Verma
मुंबई6 मिनट पहले
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नजारा टेक्नोलॉजीज एक ऑनलाइन गेमिंग और ई-स्पोर्ट्स कंपनी है।
रेखा झुनझुनवाला पर इनसाइडर ट्रेडिंग के आरोप लगे हैं। तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने ये आरोप लगाए हैं। ये आरोप इसलिए लगाए जा रहे हैं क्योंकि ऑनलाइन गेमिंग बिल पास होने से 2 महीने पहले रेखा ने गेमिंग कंपनी नजारा में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी थी।
सोशल मीडिया पर कई लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या रेखा झुनझुनवाला को पहले से ये जानकारी मिल गई थी कि गेमिंग बिल पास होने वाला है।
2017 में नजारा में 180 करोड़ रुपए का निवेश किया था
रेखा झुझुनवाला दिग्गज निवेशक रहे राकेश झुनझुनवाला की पत्नी है। राकेश झुनझुनवाला का अगस्त 2022 में निधन हो गया था। उन्होंने IPO से पहले ही 2017 में नजारा में 180 करोड़ रुपए का निवेश किया था। इसका आईपीओ 2021 में आया था।
5 दिन में 20% से ज्यादा गिरा नजारा का शेयर
गेमिंग बिल पास होने के बाद बीते करीब 5 दिनों में नजारा टेक्नोलॉजीज का शेयर 20% से ज्यादा गिर चुका है। नजारा का शेयर 1,400 रुपए से करीब 1,100 रुपए पर आ गया है।
पूरी हिस्सेदारी से करीब 700 करोड़ रुपए मिले
मार्च 2025 तक रेखा झुनझुनवाला के पास नजारा के 61.8 लाख शेयर थे। यानी, उनके पास कुल 7.06% हिस्सेदारी थी। 13 जून तक उन्होंने अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी।
उन्होंने करीब 1225 रुपए की औसत कीमत पर अपनी हिस्सेदारी बेची है। यानी, करीब 700 करोड़ रुपए में उन्होंने पूरी हिस्सेदारी बेची है।
- 2-6 जून: 17,38,500 शेयर
- 9-12 जून: 17,21,500 शेयर
- 13 जून (BSE + NSE): 13,00,000 + 14,23,620 = 27,23,620 शेयर
- कुल: 17,38,500 + 17,21,500 + 27,23,620 = 61,83,620 शेयर
ई-स्पोर्ट्स कंपनी है नजारा टेक्नोलॉजीज
नजारा टेक्नोलॉजीज एक ऑनलाइन गेमिंग और ई-स्पोर्ट्स कंपनी है। कंपनी का कहना है कि वो सीधे तौर पर रियल-मनी गेमिंग (RMG) में शामिल नहीं है, लेकिन इसकी एक सहयोगी कंपनी मूनशाइन टेक्नोलॉजीज में इसकी 46.07% हिस्सेदारी है।
मूनशाइन पोकरबाजी नाम से एक एप चलाती है, जो रियल-मनी से जुड़ा है। निवेशकों को डर है कि मूनशाइन की वजह से कंपनी की वैल्यूएशन प्रभावित हो सकती है। हालांकि, नजारा ने साफ किया है कि मूनशाइन का रेवेन्यू उनके फाइनेंशियल स्टेटमेंट में शामिल नहीं है।
महुआ मोइत्रा ने इनसाइडर ट्रेडिंग का आरोप लगाया
तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने इसे इनसाइडर ट्रेडिंग का मामला बताया और कहा कि अगर ये अमेरिका में होता तो सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) इसकी जांच करता।
सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने कहा कि बड़े निवेशकों को ऐसी “खास जानकारी” पहले मिल जाती है, जिससे वो सही समय पर मुनाफा कमा लेते हैं। लेकिन कुछ का ये भी मानना है कि ये सिर्फ रेखा की स्मार्ट इनवेस्टमेंट स्ट्रैटेजी या पोर्टफोलियो रीबैलेंसिंग हो सकती है, न कि कोई गलत काम।
निखिल कामथ जैसे निवेशकों के पास अभी भी नजारा के शेयर
- इन्वेस्टर मधुसूदन केला के पास 10.96 लाख शेयर (1.18%) हैं।
- जेरोधा के को-फाउंडर निखिल कामथ के पास 15.04 लाख शेयर (1.62%) हैं।
- प्लूटस वेल्थ मैनेजमेंट के अर्पित खंडेलवाल भी इस स्टॉक में निवेश किए हुए हैं।
ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 को राष्ट्रपति की मंजूरी मिली
गेमिंग बिल में रियल-मनी ऑनलाइन गेम्स पर पूरी तरह रोक है। 22 अगस्त को इसे राष्ट्रपति की मंजूरी मिली थी। इस बिल का मकसद लोगों को जुए की लत, वित्तीय नुकसान और प्राइवेसी से जुड़े खतरों से बचाना है। इसके तहत रियल-मनी गेम्स चलाने, उनके विज्ञापन करने या उनके लिए पेमेंट प्रोसेस करने पर रोक है।
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