Tata Group Stocks: देश की सबसे बड़ी होटल कंपनी इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (IHCL), जो ‘ताज’ होटल्स चलाती है, अब विदेशों में अपने होटल नेटवर्क को बढ़ाने की योजना बना रही है. कंपनी के CEO और MD पुनीत चटवाल ने बताया कि IHCL अब यूरोप और दक्षिण-पूर्व एशिया जैसे चुनिंदा देशों में रणनीतिक अधिग्रहण पर विचार कर रही है.
उन्होंने पीटीआई को दिए एक साक्षात्कार में बताया कि टाटा समूह (Tata Group) के स्वामित्व वाली यह कंपनी अपने प्रमुख ब्रांड ताज (Taj) के लिए और ज्यादा फिजिकल एसेट्स का अधिग्रहण नहीं करेगी और इसके बजाय एक ऑपरेटिंग कॉन्ट्रैक्ट एग्रीमेंट को चुनेगी. IHCL खुद जमीन या बिल्डिंग नहीं खरीदेगी, बल्कि दूसरे की संपत्ति पर अपना ब्रांड चलाएगी.
20230 तक 700 से ज्यादा होटल जोड़ने का लक्ष्य
आईएचसीएल ‘एसेट लाइट’ और ‘एसेट हैवी’ शब्दावली का उपयोग करती है, जिसमें ‘एसेट हैवी’ उसके स्वामित्व वाली भौतिक संपत्ति को दर्शाता है. आईएचसीएल ने 2030 तक अपने पोर्टफोलियो में 700 से ज्यादा होटल जोड़ने का लक्ष्य रखा है.
IHCL एक जीरो-डेट कंपनी
यह पूछने पर कि क्या आईएचसीएल वैश्विक स्तर पर प्रमुख बाजारों में विस्तार और रणनीतिक अधिग्रहणों के जरिए नए बाजारों में प्रवेश करने पर विचार कर रही है, चटवाल ने कहा, बिल्कुल, हम इस पर विचार करेंगे, क्योंकि हम एक जीरो-डेट वाली कंपनी हैं और हमारे पास अभी भी 3,000 करोड़ रुपये की नकदी है.
ज्यादा नकदी पैदा कर रहे
उन्होंने कहा, हर दिन हम ज्यादा नकदी पैदा कर रहे हैं और एसमेट मैनेजमेंट के संदर्भ में ऐसे अन्य अवसर भी हैं, जहां हम कई गैर-प्रमुख परिसंपत्तियों से छुटकारा पाकर भी नकदी जुटा सकते हैं. इसलिए ऐसी स्थिति में आप वास्तव में इस प्रकार के अधिग्रहण कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि कंपनी की रणनीति हमेशा भारत और उपमहाद्वीप पर केंद्रित रहेगी, जिसमें दुनिया भर के प्रमुख स्थानों पर TAJ की चुनिंदा बढ़ोतरी शामिल होगी.
यूरोप-दक्षिण पूर्व एशिया पर नजर
चटवाल ने कहा, हम TAJ के लिए संपत्तियां नहीं खरीदेंगे, बल्कि इसे एक परिचालन करार मॉडल की तरह इस्तेमाल करेंगे. अगर हमें नवीनीकरण, अपनी ब्रांडिंग या किसी बाजार में प्रवेश के लिए थोड़ा-बहुत पैसा लगाना पड़ा, तो हम यूरोप और दक्षिण-पूर्व एशिया के चुनिंदा गंतव्यों में ऐसा करेंगे.
