Last Updated on August 21, 2025 11:09, AM by
कई लोग यह सोचते हैं कि सिप में निवेश से बड़ा फंड तैयार करने के लिए हर महीने बड़े अमाउंट का निवेश जरूरी है। लेकिन, म्यूचुअल फंड की इक्विटी स्कीम में छोटे अमाउंट के सिप से भी बड़ा फंड तैयार किया जा सकता है। पावर ऑफ कंपाउंडिंग इसकी वजह है। कई लोग इसे मैजिक ऑफ कंपाउंडिंग भी कहते हैं। अगर आपके पास हर महीने निवेश के लिए ज्यादा पैसे नहीं हैं तो आप कम अमाउंट का भी सिप शुरू कर सकते हैं।
आप हर महीने सिर्फ 1000 रुपये के निवेश से 2 लाख रुपये का फंड तैयार कर सकते हैं। इसमें सालाना 12 फीसदी रिटर्न का अनुमान लगाया गया है। कंपाउंडिंग की वजह से हर महीने आपके पैसे पर मिलने वाला रिटर्न बढ़ता है, क्योंकि आपको रिटर्न पर रिटर्न मिलने लगता है। इसके मैजिक ऑफ कंपाउंडिंग कहा जाता है। अगर आप हर महीने 1000 रुपये का निवेश 4 साल तक करते हैं तो आप कुल 48,000 रुपये का निवेश करेंगे। 12 फीसदी सालाना रिटर्न से आपका इनवेस्टमेंट इस दौरान बढ़कर 61,015 रुपये हो जाएगा। इसका मतलब है कि आपको अपने निवेश पर 13,015 रुपये का रिटर्न मिलेगा, जो 4 साल की छोटी अवधि के लिहाज से खराब नहीं है।
अगर आप 2 लाख रुपये का फंड सिप में निवेश के जरिए बनाना चाहते हैं तो आपको सिर्फ 10 साल तक महीने 1,000 रुपये का निवेश करना होगा। आप 10 साल में कुल 1,20,000 रुपये का निवेश करेंगे। इस पर 12 फीसदी सालाना रिटर्न से आपको कुल 1,04,036 रुपये रिटर्न के रूप में मिलेंगे। इस तरह हर महीने सिर्फ 1,000 रुपये के निवेश से 10 साल में आपके लिए 2,24,036 रुपये का फंड तैयार हो जाएगा। यह ध्यान में रखना जरूरी है कि म्यूचुअल फंड का रिटर्न स्टॉक मार्केट के प्रदर्शन पर निर्भर करता है। इसलिए रिटर्न थोड़ा कम या ज्यादा रह सकता है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर आप सिप के जरिए हर महीने कम अमाउंट का निवेश भी हर महीने करते हैं तो लंबी अवधि में बड़ा फंड तैयार हो सकता है। अगर आप ज्यादा निवेश नहीं कर सकते तो हर महीने उतना निवेश कर सकते हैं जितनी आपकी क्षमता है। इससे आप बच्चों के एजुकेशन और अपने रिटायरमेंट के लिए अच्छा फंड जुटा सकते हैं। आपके निवेश को पावर ऑफ कंपाउंडिंग की मदद मिलेगी। आपको सिर्फ नियमित रूप से इनवेस्टमेंट पर फोकस करना होगा।
आप जितना जल्द निवेश शुरू करेंगे, आपके पैसे को बढ़ने के लिए उतना ज्यादा समय मिल जाएगा। शुरुआत में पैसा धीरे-धीरे बढ़ता है। लेकिन बाद में उसके बढ़ने की रफ्तार तेज हो जाती है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि आम तौर पर हर साल व्यक्ति की इनकम बढ़ती है। खासकर नौकरी करने वाले लोगों की सैलरी हर साल इंक्रिमेंट मिलने से बढ़ जाती है। आप सैलरी बढ़ने पर हर साल अपने सिप अमाउंट को बढ़ा सकते हे। इससे लंबी अवधि में काफी अच्छा फंड तैयार हो जाएगा।
