Last Updated on August 21, 2025 14:03, PM by
FICCI के 22वें वार्षिक कैपिटल मार्केट्स कॉन्फ्रेंस 2025 में SEBI चेयरमैन तुहिन कांत पांडे ने गुरुवार को भारतीय कैपिटल मार्केट की मजबूती, चुनौतियों और भविष्य की स्ट्रैटेजी को लेकर कई बातें बोलीं. SEBI चेयरमैन ने कहा कि भारत का कैपिटल मार्केट काफी मजबूत है और यहां लगभग 7 करोड़ म्यूचुअल फंड निवेशक हैं. उन्होंने ज़ोर दिया कि अब समय है जब इनोवेशन को बढ़ावा देकर इंटरमीडियटरी लागत को कम किया जाए और निवेशकों को बेहतर विकल्प दिए जाएं.
IPO और प्री-लिस्टेड कंपनियों के लिए नया प्लेटफॉर्म
पांडे ने कहा कि IPO से पहले कंपनियों के लिए रेगुलेटरी प्लेटफॉर्म पर विचार चल रहा है. इसके लिए कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्रालय और स्टॉक एक्सचेंज के साथ चर्चा की जा रही है. उन्होंने कहा कि प्री-लिस्टेड कंपनियों के लिए प्लेटफॉर्म खोलने की संभावनाओं पर भी विचार किया जाएगा.
सोशल मीडिया और नकली ऐप्स पर सख्ती
SEBI चेयरमैन ने साफ किया कि नकली ऐप्स और क्लोन वेबसाइट्स निवेशकों को गुमराह कर रही हैं. इसके खिलाफ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के साथ मिलकर काम किया जा रहा है ताकि मिसलीडिंग मार्केटिंग कंटेंट और फेक ऐप्स को हटाया जा सके. उन्होंने कहा, “हम साफ-सुथरे मानक चाहते हैं. कोई बिना रेगुलेशन की सलाह नहीं, स्पष्ट और समय पर खुलासे हों, और हर ऐप, वेबसाइट व सोशल मीडिया हैंडल पर SEBI रजिस्ट्रेशन डिटेल्स साफ़ दिखाई दें.”
F&O और कैश मार्केट पर विचार
SEBI डेरिवेटिव्स और कैश मार्केट सुधार पर भी गंभीर है. चेयरमैन ने कहा कि F&O कॉन्ट्रैक्ट्स की अवधि (Tenure) बढ़ाने पर कंसल्टेशन पेपर लाया जाएगा. साथ ही कैश मार्केट वॉल्यूम बढ़ाने के विकल्पों पर भी विचार किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि वीकली कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी टाइम बढ़ाने पर भी चर्चा होगी.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का असर
पांडे ने कहा कि AI आने वाले समय में निवेशकों से जुड़ने के नए अवसर खोलेगा, लेकिन इसके साथ साइबर सिक्योरिटी और डेटा कंट्रोल पर स्पष्ट गाइडलाइन भी जरूरी है. उन्होंने बताया कि SEBI की AI Guiding Principles जल्द ही जारी की जाएंगी, जिसमें डेटा, साइबर कंट्रोल और अकाउंटेबिलिटी पर फोकस होगा.
