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Vodafone Idea Shares: जून तिमाही के नतीजे पर शेयरों की शानदार रिकवरी, एक साल के निचले स्तर से 9% का उछाल

Vodafone Idea Shares: जून तिमाही के  नतीजे पर शेयरों की शानदार रिकवरी, एक साल के निचले स्तर से 9% का उछाल

Last Updated on August 18, 2025 12:48, PM by

Vodafone Idea Shares: वोडाफोन आइडिया के शेयर एक कारोबारी दिन पहले टूटकर एक साल के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गए थे। हालांकि अब चालू वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही अप्रैल-जून 2025 के कारोबारी नतीजे आने के बाद आज इसके शेयरों में अच्छी रिकवरी हुई। मार्च तिमाही की तुलना में कंपनी का घाटा कम हुआ है, जिसके चलते आज इसके शेयर 8% से अधिक उछल गए। इस तेजी का कुछ निवेशकों ने फायदा उठाया लेकिन अब भी यह काफी मजबूत स्थिति में है। फिलहाल बीएसई पर यह 7.32% की बढ़त के साथ ₹6.60 पर है। इंट्रा-डे में यह 8.78% के उछाल के साथ ₹6.69 पर पहुंच गया था।

Vodafone Idea के लिए कैसी रही जून तिमाही?

जून तिमाही में तिमाही आधार पर वोडाफोन आइडिया का शुद्ध घाटा ₹7166 करोड़ से घटकर ₹6608 करोड़ पर आ गया। हालांकि इस दौरान कंपनी को ₹11,022 करोड़ का रेवेन्यू हासिल हुआ। ऑपरेटिंग लेवल पर बात करें तो मार्च तिमाही में ₹4659 करोड़ से ऑपरेटिंग प्रॉफिट हल्का-सा बढ़कर ₹4612 करोड़ पर पहुंच गया। हालांकि ऑपरेटिंग मार्जिन लगातार तीसरी तिमाही कम हुआ है और यह दिसंबर तिमाही में 42.4% से घटकर मार्च तिमाही में 42.3% से गिरकर जून तिमाही में 41.8% पर आ गई।

सब्सक्राइर बेस की बात करें तो यह लगातार सिकुड़ रहा है और जून तिमाही के आखिरी में 19.77 करोड़ पर आ गया। हालांकि वोडाफोन आइडिया का प्रति यूजर औसतन रेवेन्यू (ARPU) पिछली तीन तिमाहियों में सिर्फ ₹2 बढ़ा है और दिसंबर महीने में 163 से बढ़कर जून तिमाही में यह ₹165 पर पहुंच गया।

अब कर्ज लेवल की बात करें तो जून तिमाही के आखिरी में कंपनी पर कर्ज ₹19300 करोड़ का रहा। वोडाफोन आइडिया ने बार-बार कहा है कि अगर सरकार से और मदद नहीं मिलती है, तो वह कारोबार जारी नहीं रख पाएगी। टेलीकॉम मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पिछले महीने सीएनबीसी-टीवी18 से बातचीत में कहा था कि वोडाफोन आइडिया में सरकार की हिस्सेदारी मौजूदा 49% से आगे नहीं बढ़ेगी और इसे सरकारी कंपनी बनाने का कोई इरादा नहीं है।

एक साल में कैसी रही शेयरों की सेहत?

वोडा आइडिया के शेयर पिछले साल 29 अगस्त 2024 को ₹16.55 पर थे जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड हाई है। इस हाई से यह एक साल में 63.02% फिसलकर 14 अगस्त 2025 को ₹6.12 पर आ गया था जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है। फिलहाल यह एफपीओ प्राइस से काफी नीचे है। इसका ₹18,000.00 करोड़ का एफपीओ 18 अप्रैल से 22 अप्रैल 2024 के बीच खुला था और इसके तहत ₹11 के भाव पर शेयर जारी हुए थे। अब आगे की बात करें तो इंडमनी पर मौजूद डिटेल्स के मुताबिक इसे कवर करने वाले 22 एनालिस्ट्स में से 4 ने इसे खरीदारी, 6 ने होल्ड और 11 ने सेल रेटिंग दी है। इसका हाइएस्ट टारगेट प्राइस ₹15.3 और लोएस्ट टारगेट प्राइस ₹2.3 है।

 

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