Last Updated on August 18, 2025 21:20, PM by Pawan
मार्केट रेगुलेटर SEBI ने बड़ी कंपनियों के लिए शेयर बाजार में लिस्टिंग के नियम आसान बनाने का प्रस्ताव रखा है। इसका मतलब है कि कंपनियों को पब्लिक ऑफर और मिनिमम पब्लिक शेयरहोल्डर्स (MPS) नियम पूरे करने में थोड़ी ढील दी जाएगी।
किस तरह के बदलाव करेगा SEBI
SEBI के कंसल्टेशन पेपर के अनुसार, जिन कंपनियों का मार्केट कैपिटल ₹50,000 करोड़ से ₹1 लाख करोड़ के बीच है, उन्हें अब अपने शेयर का 10% बेचने की बजाय 8% बेचने की छूट मिल सकती है।
वहीं, ₹1 लाख करोड़ से ₹5 लाख करोड़ तक की कंपनियों के लिए न्यूनतम पब्लिक ऑफर ₹6,250 करोड़ या पोस्ट-इशू शेयर कैपिटल का 2.75% तय किया गया है। वहीं, बड़ी कंपनियों (₹5 लाख करोड़ से ऊपर) को कम से कम ₹15,000 करोड़ और 1% शेयर देना होगा।
नियम क्यों बदल रहा SEBI
इस बदलाव का उद्देश्य कंपनियों को फंड जुटाने में मदद करना और लिस्टिंग प्रक्रिया को आसान बनाना है। इससे कंपनियों को निवेशकों को शेयर बेचने में लचीलापन मिलेगा और मार्केट में ज्यादा दबाव नहीं पड़ेगा।
SEBI ने ये नियम इस तरह से बनाए हैं कि छोटी और बहुत बड़ी दोनों तरह की कंपनियों के लिए पब्लिक ऑफर और शेयरहोल्डिंग का संतुलन बना रहे, ताकि बाजार में शेयर की उपलब्धता और निवेशकों की सुरक्षा दोनों बरकरार रहें।