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S&P ने SBI, HDFC समेत 10 बड़े फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस की रेटिंग बढ़ाई, सोमवार को फोकस में रहेंगे स्टॉक्स | Zee Business

S&P ने SBI, HDFC समेत 10 बड़े फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस की रेटिंग बढ़ाई, सोमवार को फोकस में रहेंगे स्टॉक्स | Zee Business

Last Updated on August 16, 2025 11:02, AM by

 

S&P Global Rating: वैश्विक रेटिंग एजेंसी एसएंडपी (S&P Global) ने एसबीआई (SBI), एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) और टाटा कैपिटल (Tata Capital) सहित टॉप 10 फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन की रेटिंग बढ़ा दी. यह कदम अमेरिकी एजेंसी द्वारा भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग बढ़ाने के एक दिन बाद उठाया गया है.

देश की इकोनॉमिक ग्रोथ का उठाते रहेंगे फायदा

एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने कहा, भारत के वित्तीय संस्थान देश की अच्छी इकोनॉमिक ग्रोथ का फायदा उठाते रहेंगे. इन संस्थानों को घरेलू क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करने और प्रणाली में संरचनात्मक सुधारों से फायदा होगा.

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7 भारतीय बैंकों की क्रेडिट रेटिंग बढ़ाई

S&P ने 7 भारतीय बैंकों- भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India), आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank), एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank), एक्सिस बैंक लिमिटेड (Axis Bank), कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank), यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (Union Bank of India) और इंडियन बैंक (Indian Bank) और तीन वित्तीय कंपनियों- बजाज फाइनेंस (Bajaj Finance), टाटा कैपिटल (Tata Capital) और एलएंडटी फाइनेंस (L&T Financeम) की दीर्घकालिक क्रेडिट रेटिंग बढ़ा दी है.

दबाव के बावजूद एसेट क्वालिटी बनाए रखेंगे

एसएंडपी ने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि भारत के बैंक अगले 12-24 महीनों में अपनी संपत्ति की गुणवत्ता, लाभप्रदता और पूंजीकरण बनाए रखेंगे, भले ही कुछ क्षेत्रों में दबाव है.

बैंकिंग सिस्टम में क्रेडिट जोखिम कम हुआ

एसएंडपी ने यह भी बताया कि बैंकिंग सिस्टम में क्रेडिट जोखिम कम हुआ है. एसएंडपी ने कहा कि कई वित्तीय संस्थानों की रेटिंग भारत की सरकारी क्रेडिट रेटिंग तक सीमित है, क्योंकि सरकार का सीधा और अप्रत्यक्ष प्रभाव बैंकिंग प्रणाली पर होता है.

इसने यह भी कहा कि दिवाला एवं शोधन अक्षमता संहिता (IBC) ने भारत में भुगतान संस्कृति और कानून के शासन में सुधार किया है.

भारत की क्रेडिट रेटिंग बढ़ाई

एसएंडपी ने एक दिन पहले गुरुवार को 18 साल से अधिक के अंतराल के बाद भारत की क्रेडिट रेटिंग को बढ़ाकर ‘BBB’ कर दिया था. उसने उम्मीद जताई कि भारत की मज़बूत आर्थिक बुनियाद अगले दो-तीन वर्षों में ग्रोथ की रफ्तार को मजबूत बनाए रखेगी.

अमेरिकी टैरिफ को लेकर कहा कि ट्रंप प्रशासन की तरफ से जो टैरिफ का ऐलान किया गया है, उसका असर सहने में भारत सक्षम है. इंडियन इकोनॉमी का ग्रोथ डोमेस्टिक कंजप्शन पर है जो हेल्दी है. भारत के ग्रोथ में डोमेस्टिक कंजप्शन का शेयर 60% है.

FY26 में 6.5% को ग्रोथ का अनुमान

बता दें कि जून के महीने में S&P ने इंडियन इकोनॉमी के लिए ग्रोथ का जो अनुमान जारी किया था उसके मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में GDP ग्रोथ रेट 6.5% रह सकता है. इसने कहा कि मानसून हेल्दी है, क्रूड की कीमत में गिरावट है, इनकम टैक्स में राहत दी गई है,

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q1. एसएंडपी ग्लोबल ने किन भारतीय संस्थानों की रेटिंग बढ़ाई है?

Ans: एसएंडपी ने 7 बैंकों और 3 वित्तीय कंपनियों की दीर्घकालिक क्रेडिट रेटिंग बढ़ाई है.

Q2. यह रेटिंग अपग्रेड क्यों किया गया?

Ans: यह कदम भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग बढ़ाए जाने के एक दिन बाद उठाया गया

Q3. एसएंडपी ने भारत की क्रेडिट रेटिंग कब और कितनी बढ़ाई?

Ans: एसएंडपी ने 18 साल बाद भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग बढ़ाकर ‘BBB’ कर दी.

Q4. रेटिंग बढ़ने से इन बैंको और NBFC को क्या फायदा होगा?

Ans: विदेशी और घरेलू निवेशकों का विश्वास बढ़ेगा, कम ब्याज दरों पर फंड जुटाने की संभावना, बाजार में प्रतिस्पर्धात्मक स्थिति में सुधार होगा.

Q5. एसएंडपी का बैंकों की एसेट क्वालिटी को लेकर क्या अनुमान है?

Ans:  एसएंडपी को उम्मीद है कि अगले 12-24 महीनों में भारतीय बैंक अपनी संपत्ति की गुणवत्ता, लाभप्रदता और पूंजीकरण बनाए रखेंगे, चाहे कुछ सेक्टर्स में दबाव हो.

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