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Railway PSU को मिली बाजार बंद होने के बाद बड़ी खुशखबरी! अब इस बिजनेस में भी होगा कंपनी का जलवा

Railway PSU को मिली बाजार बंद होने के बाद बड़ी खुशखबरी! अब इस बिजनेस में भी होगा कंपनी का जलवा

Last Updated on August 5, 2025 22:40, PM by Pawan

 

Railway PSU – IRCTC Payments Limited: ट्रेन का टिकट बुक करने वाली सरकारी कंपनी IRCTC (इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन) को लेकर एक बड़ा अपडेट आया है, जिसका सीधा फायदा करोड़ों रेल यात्रियों को मिलने वाला है. IRCTC अब सिर्फ ट्रेन टिकट बुकिंग, टूर पैकेज या खाना बेचने तक ही सीमित नहीं रहेगी, बल्कि अब यह पेमेंट की दुनिया में भी एक बड़ा खिलाड़ी बनने जा रही है.

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने IRCTC की एक सब्सिडियरी ‘IRCTC पेमेंट्स लिमिटेड’ को ‘ऑनलाइन पेमेंट एग्रीगेटर’ (Online Payment Aggregator) के तौर पर काम करने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. आसान भाषा में इसका मतलब यह है कि अब IRCTC पेमेंट के मामले में आत्मनिर्भर बनने जा रहा है.

IRCTC ने स्टॉक एक्सचेंजों को यह जानकारी दी कि RBI ने 4 अगस्त को भेजे एक पत्र के जरिए उसकी सहायक कंपनी को यह लाइसेंस दिया है. चलिए, अब इसे और आसान भाषा में समझते हैं कि यह है क्या और इससे आपकी जिंदगी पर क्या असर पड़ने वाला है.

क्या होता है ‘पेमेंट एग्रीगेटर’?

जब आप IRCTC की वेबसाइट या ऐप पर टिकट बुक करते हैं और पेमेंट करने जाते हैं, तो आपके सामने HDFC बैंक, SBI, Paytm, Razorpay जैसे कई ऑप्शन आते हैं. ये सभी ‘पेमेंट गेटवे’ या ‘पेमेंट एग्रीगेटर’ हैं. इनका काम होता है आपसे (ग्राहक) पैसा लेना और उसे सुरक्षित तरीके से IRCTC (मर्चेंट) तक पहुंचाना. इस काम के लिए ये कंपनियां IRCTC से हर ट्रांजैक्शन पर कुछ कमीशन या फीस लेती हैं. अब तक IRCTC पेमेंट के लिए इन्हीं दूसरी कंपनियों पर निर्भर थी.

लेकिन अब RBI से लाइसेंस मिलने के बाद IRCTC का अपना पेमेंट एग्रीगेटर होगा. इसका मतलब है कि अब वह पेमेंट के लिए किसी और पर निर्भर नहीं रहेगी, बल्कि खुद ही ग्राहकों से पेमेंट लेकर अपने पास रख सकेगी.

आपको और हमें क्या फायदा होगा?

यह सबसे बड़ा सवाल है कि IRCTC के इस कदम से आम आदमी को क्या मिलेगा. इसके फायदे एक नहीं, बल्कि कई हैं:

पेमेंट फेल होने का झंझट कम: अक्सर पीक टाइम या त्योहारों के सीजन में टिकट बुक करते वक्त पेमेंट फेल हो जाता है. पैसा कट जाता है, लेकिन टिकट बुक नहीं होता. जब IRCTC का अपना सिस्टम होगा, तो यह प्रक्रिया बहुत सीधी और स्मूथ हो जाएगी, जिससे पेमेंट फेल होने के मामले कम होने की पूरी उम्मीद है.

तेजी से मिलेगा रिफंड: अगर टिकट कैंसिल होता है या पेमेंट फेल होने पर पैसा कट जाता है, तो रिफंड के लिए 5 से 7 दिन इंतजार करना पड़ता है. जब IRCTC का अपना पेमेंट सिस्टम होगा, तो रिफंड की प्रक्रिया बहुत तेज हो सकती है, क्योंकि बीच के बिचौलिए खत्म हो जाएंगे.

बेहतर और सुरक्षित अनुभव: अपना खुद का सिस्टम होने पर IRCTC पेमेंट के अनुभव को और बेहतर बना सकती है. वह ग्राहकों को ज्यादा अच्छे ऑफर्स, लॉयल्टी पॉइंट्स और एक सुरक्षित ट्रांजैक्शन का माहौल दे पाएगी.

शायद कम हो जाए Convenience Fee: हालांकि इस पर अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन जब IRCTC को बाहरी पेमेंट गेटवे को कमीशन नहीं देना पड़ेगा, तो हो सकता है कि लंबी अवधि में वह ग्राहकों पर लगने वाली Convenience Fee में कुछ कमी कर दे.

IRCTC के लिए यह कितना बड़ा कदम है?

यह IRCTC के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है.

करोड़ों की बचत: IRCTC के प्लेटफॉर्म पर हर रोज लाखों ट्रांजैक्शन होते हैं. इन पर जो कमीशन दूसरी कंपनियों को देना पड़ता था, अब उसकी सीधी बचत होगी.

नई कमाई का रास्ता: IRCTC अब अपनी यह पेमेंट सर्विस सिर्फ अपने लिए ही नहीं, बल्कि दूसरी सरकारी वेबसाइटों और निजी कंपनियों को भी दे सकती है.

फिनटेक कंपनी बनने की राह: इस कदम से IRCTC सिर्फ एक टूरिज्म कंपनी न रहकर, एक बड़ी फिनटेक (फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी) कंपनी की लीग में शामिल हो जाएगी.

निष्कर्ष (Conclusion)

कुल मिलाकर, IRCTC का पेमेंट एग्रीगेटर लाइसेंस हासिल करना सिर्फ एक कंपनी की कारोबारी तरक्की नहीं है, बल्कि यह देश के डिजिटल पेमेंट इकोसिस्टम और करोड़ों रेल यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. इससे जहां एक तरफ IRCTC की बाहरी कंपनियों पर निर्भरता खत्म होगी और वह एक आत्मनिर्भर फिनटेक पावरहाउस के रूप में उभरेगी, वहीं दूसरी तरफ यात्रियों को एक तेज, भरोसेमंद और आसान पेमेंट सिस्टम मिलेगा. टिकट बुक करते समय पेमेंट फेल होने का डर और रिफंड में देरी का इंतजार, जल्द ही बीती बात हो सकती है. यह कदम ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के विजन को सही मायनों में साकार करता है.

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

सवाल 1: तो क्या अब टिकट बुक करना सस्ता हो जाएगा?

जवाब: अभी पक्के तौर पर यह नहीं कहा जा सकता. लेकिन चूंकि IRCTC अब दूसरी कंपनियों को कमीशन देने से बचेगी, तो यह संभव है कि भविष्य में वह यात्रियों के लिए Convenience Fee थोड़ी कम कर दे. हालांकि, इस पर कंपनी की तरफ से कोई आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है.

सवाल 2: यह नया पेमेंट सिस्टम कब से शुरू होगा?

जवाब: अभी RBI ने ‘सैद्धांतिक मंजूरी’ दी है, जो एक तरह का लर्निंग लाइसेंस है. अब IRCTC को RBI के कुछ नियम-कायदों को पूरा करना होगा, जिसके बाद उसे फाइनल लाइसेंस मिलेगा. इसमें कुछ महीनों का वक्त लग सकता है.

सवाल 3: क्या अब मुझे पेमेंट के लिए Paytm, Google Pay, क्रेडिट/डेबिट कार्ड के ऑप्शन नहीं दिखेंगे?

जवाब: नहीं, ऐसा बिल्कुल नहीं है. आपको पेमेंट के सारे पुराने ऑप्शन दिखते रहेंगे. बदलाव सिर्फ बैकग्राउंड में होगा. अब इन पेमेंट्स को प्रोसेस करने वाला मुख्य इंजन IRCTC का अपना होगा, जिससे आपको पहले से बेहतर अनुभव मिलेगा.

सवाल 4: क्या IRCTC के इस नए सिस्टम में मेरे बैंक खाते और कार्ड की जानकारी सुरक्षित रहेगी?

जवाब: बिल्कुल. RBI से पेमेंट एग्रीगेटर का लाइसेंस लेने वाली हर कंपनी को सुरक्षा के बहुत कड़े नियमों (जैसे PCI DSS) का पालन करना होता है. आपका डेटा पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा. RBI की मंजूरी खुद में सुरक्षा की एक गारंटी है.

सवाल 5: एक यात्री के तौर पर मेरे लिए सबसे बड़ा फायदा क्या है?

जवाब: आपके लिए दो सबसे बड़े फायदे हैं. पहला, टिकट बुक करते समय पेमेंट फेल होने की आशंका कम हो जाएगी. दूसरा, टिकट कैंसिल होने या पेमेंट फेल होने की स्थिति में रिफंड बहुत तेजी से आपके खाते में वापस आएगा. यानी कुल मिलाकर बुकिंग का अनुभव कम तनावपूर्ण और ज्यादा आसान हो जाएगा.

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